दिल्ली में इन दिनों वायु प्रदूषण की वजह से हालात बेहद नाज़ुक बने हुए हैं, दिल्ली-एनसीआर में इस वायु प्रदूषण की मुख्य वजह दिल्ली के आस-पास के राज्यों के खेतों में जलाई जा रही पराली है जिसका धुआं दिल्ली-एनसीआर में जमा हो रहा है। दिल्ली के लोगों द्वारा चुने हुए मुख्यमंत्री की पूरी ज़िम्मेदारी निभाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वायु प्रदूषण को लेकर बेहद गंभीर हैं और लगातार केंद्र और हरियाणा की बीजेपी सरकार और पंजाब की कांग्रेस सरकार से अपील कर रहे हैं कि वे आएं और बैठकर बात करें ताकि सब लोग मिलकर इसका कोई हल निकाल सकें और लोगों को एक साफ़-सुथरा वातावरण दे सकें।
दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते यह मेरी ज़िम्मेदारी बनती है कि दिल्ली के लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जो ज़रुरी होगा वो करुंगा और जहां जाना पड़ेगा वहां जाउंगा- Arvind Kejriwal, CM Delhi
बीजेपी-कांग्रेस की सरकारें नहीं कर रही कोई सहयोग
हैरानी की बात तो यह है कि जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण जैसी आपात समस्या पर बात करने के लिए हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को ख़त लिखकर बैठक करने के लिए अनुरोध किया तो पंजाब के मुख्यमंत्री ने मिलने से ही मना कर दिया।
It is not a matter for inter-state discussion, that won’t help. It requires central govt intervention, at the earliest (2/2).
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 8, 2017
उसके बाद भी बड़ी शालीनता से दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखते हुए एक बार फिर से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से दरख्वास्त की और अनुरोध किया कि ‘कृपया एक बार हम मिलकर इस समस्या का हल निकालने की कोशिश करते हैं और इसके लिए जितने पैसे की ज़रुरत होगी उसके लिए हम मिलकर केंद्र की सरकार से विनती करेंगे। लेकिन कृपया मिलकर इस समस्या का हल निकालिए।
Sir, it wud be best if we met. Cud u kindly share estimated funds reqd? Both of us together can urge centre. It will help ppl of both states https://t.co/b5fRRzgIdQ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 8, 2017
कैप्टन अमरिंदर के द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री को मिलने का वक्त नहीं दिए जाने के बाद देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में काम कर रहे पत्रकारों ने भी एक के बाद एक अपनी आवाज़ मुखर की और पंजाब के मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि वो दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ बैठकर एक बार इस समस्या के हल पर चर्चा तो करें।
What a way to shrug off responsibility! This just goes to show that politics is more imp than ppl’s lives for you, sir! What is this harm in meeting @ArvindKejriwal and brainstorming to find workable solutions!!!! Pathetic attitude. https://t.co/dH2616NJUP
— Iknoor Kaur (@iknoorkaur) November 8, 2017
Why not at least speak to @ArvindKejriwal ? You don’t even want to discuss? Sad to see this discourse as we all choke https://t.co/YFOkG8c6Wn
— Nidhi Razdan (@Nidhi) November 8, 2017
"जिंदा रहने के लिए ? तेरी कसम, एक मुलाकात जरूरी है" ??? #Pollution
कैप्टन साहब, दिल्ली सीएम के साथ बैठकर समाधान निकालने की कोशिश में दिक्कत क्या है? https://t.co/O565WbATiY
— Poonam Pandey (@pandeypoonam20) November 9, 2017
So far we have seen zero sense of emergency from Central Govt when it comes to capital’s killer pollution. Emergency meetings should be called & action taken on a war footing. Environment Minister @drharshvardhan should cancel his visit to Germany and come back to India soonest
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) November 8, 2017
Good morning CM Punjab, it is not just Delhi, your state is suffering too. Please combine energies to solve the crisis. People didn't elect you to express helplessness. https://t.co/BsyQNu9dWN
— Smita Prakash (@smitaprakash) November 9, 2017
ना केवल दिल्ली बल्कि पूरे उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोग परेशान हैं और समस्या का समाधान चाहते हैं और इसीलिए वो सरकार में बैठे लोगों से लगातार अपील भी कर रहे हैं कि कृपया इस समस्या का समाधान निकालने में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सहयोग करें क्योंकि यह किसी व्यक्ति विशेष या पार्टी विशेष का मुद्दा नहीं है बल्कि हम सबके स्वास्थ्य का मुद्दा है।
आपको बता दें कि कुछ ही दिनों पहले दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से अपील की थी कि दिल्ली में क्यों ना हैलीकॉप्टर से कृत्रिम बारिश करा दी जाए? ताकि वायु प्रदूषण के स्तर में कुछ तो कमी आएगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने इसका सारा खर्च वहन करने की पेशकश भी की थी लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार ने दिल्ली सरकार के इस अनुरोध को भी ठुकरा दिया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री का सभी सरकारों से यह अनुरोध है कि ‘कृपया फ़सल जलाने की इस समस्या के समाधान के लिए मिलकर एक बार बात कर लें और यह अनुमान लगा लें कि इसमें कितना ख़र्च आएगा। उसके बाद केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा और किसानों को आर्थिक मदद देकर और इसके साथ ही दूसरे अन्य उपायों से हम मिलकर यह क्रॉप-बर्निंग रोक सकते हैं और लोगों के स्वास्थ्य को बचा सकते हैं क्योंकि यह समस्या केवल दिल्ली में नहीं है बल्कि पूरे उत्तर भारत में है।’
4 Comments