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*रानी झांसी फ्लाईओवर के निर्माण में देरी और घोटाले को लेकर पहले ही खुल चुकी है बीजेपी की पोल*

*रानी झांसी फ्लाईओवर के निर्माण में करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर केंद्रीय एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी सीबीआई जांच का कब एलान करेंगे ?*

 

दिल्ली का सबसे देरी से बनने वाला रानी झांसी फ्लाईओवर आखिरकार बनकर तैयार तो हो गया लेकिन कई अनसुलझे सवाल है जिनके जवाब जरूर मिलने चाहिए। जिस पुल को 22 महीने में बनकर 2010 में तैयार हो जाना चाहिए था वो काम शुरू होने के दस साल बाद अब बनकर तैयार हुआ है। इससे आप बीजेपी शासित एमसीडी और मोदी सराकर के काम करने की प्रतिबद्धता का अंदाजा लगा सकते हैं। इस फ्लाईओवर की सिर्फ डेडलाइन ही आगे नहीं बढ़ी बल्कि प्रोजेक्ट की लागत भी चार गुना बढ़ी। जाहिर तौर पर इस भारी-भरकम बजट का बोझ आम जनता की गाढ़ी कमाई पर ही पड़ा है।

बीजेपी शासित नगर निगम के अंतर्गत पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय में बना रानी झांसी फ्लाईओवर के निर्माण में धांधली और करप्शन का खेल खेला गया, जिसकी वजह से करोड़ों का नुकसान हुआ। कई बार फाइलों पर काम को दिखाकर ठेकेदारों को पेमेंट कर दिया गया। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप पाण्डेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का खुलासा किया था कि कैसे रानी झांसी फ्लाईओवर पर रेलवे लाइन के हिस्से में गार्डर रखने के काम की पेमेंट ठेकेदार को कर दी गई थी लेकिन वास्तव में फ्लाईओवर का वो हिस्सा बना ही नहीं था। इतना ही नहीं जानकारी मिली थी कि सिर्फ गार्डर रखने की पेमेंट नहीं की गई, बल्कि कुछ ऐसे आइटम का भुगतान भी कर दिया गया जिन पर जीएसटी लगने वाला था। इससे घोटाले की पुष्टि के संकेत मिले कि कैसे कंस्ट्रक्शन विंग ने ठेकेदार को मुनाफा पहुंचाने के लिए यह सब कुछ किया। बताया जा रहा है कि सारी पेमेंट जीएसटी के लागू होने से पहले ही कर दी थी। इसके अलावा कई बार ऐसे मौके आये जब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा प्रभारी दिलीप पाण्डेय ने कमीशन वाली खेल का पर्दाफाश किया वो भी सबूतों के साथ। इतना ही नहीं बार-बार इस फ्लाईओवर के नाम पर बीजेपी शासित एमसीडी दिल्ली सरकार से पैसे मांगती रही और दिल्ली की सरकार ने पैसे दिए भी लेकिन उस पैसों का आजतक कोई हिसाब नहीं मिला।

करीब 1.7 किलोमीटर लंबा रानी झांसी फ्लाईओवर का निर्माण साल 2008 में महज 70 करोड़ के बजट से बनना शुरू हुआ था, लेकिन एक दशक के बाद इस फ्लाईओवर के निर्माण पर कुल खर्च 800 करोड़ बतायी जा रही है।

*रानी झांसी फ्लाईओवर के निर्माण में देरी और भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी के अहम सवाल*

1. रानी झांसी फ्लाईओवर के निर्माण में करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर केंद्रीय एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी सीबीआई जांच का कब एलान करेंगे ?

2. इस फ्लाईओवर के निर्माण में कई बार ऐसा पाया गया कि निर्माण कार्य नहीं होने के बावजूद ठेकेदारों को पेमेंट कर दिया गया। माननीय मंत्री जी बताएं आखिरकार ये पैसा किसकी जेब में गया?

3. बीजेपी शासित एमसीडी और माननीय हरदीप सिंह पुरी को ये बताना पड़ेगा कि आखिर एक प्रोजक्ट को बनाने में एक दशक लगते हैं तो फिर जनता के लिए पांच साल में कितने काम कर पाएगी।

4.निर्माण के लिए अधिग्रहण के एवज में सैकड़ों करोड़ के बोगस पेमेंट की जांच कौन कराएगा?

5. इतने सालों तक इस फ्लाई ओवर के बनने में जो देरी हुई, जिसकी वजह से वहां के लोगों के कई नुकसान हुए, उसके लिए क्या BJP वहां के लोगों से माफी मांगेगी?

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sudhir

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