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स्वाति मालीवाल को मोहरा बनाकर सीएम अरविंद केजरीवाल को फँसाने के भाजपा के षड्यंत्र का एक और वीडियो से पर्दाफ़ाश हुआ है। शनिवार को वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस द्वारा इस षड्यंत्र के पूरे साँठगाँठ का पर्दाफ़ाश किया। उन्होंने कहा कि, स्वाति मालीवाल की एफ़आईआर के अनुसार तथाकथित हमले के बाद वो चलने की स्थिति में नहीं थी, दर्द से कराह रही थी; लेकिन सीसीटीवी वीडियो अलग सच्चाई बयान कर रहा है।

आतिशी ने कहा कि, सीसीटीवी वीडियो में स्वाति मालीवाल बिना किसी परेशानी के चलते हुए सीएम आवास के बाहर जा रही है; सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी को धक्का देते, धमकाते हुए दिख रही है। वीडियो देखकर ये बिलकुल साफ़ है कि स्वाति मालीवाल द्वारा लगाए गए आरोप झूठे है और सीएम अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ भाजपा के रचे षड्यंत्र का हिस्सा है।

आतिशी ने पूरी साँठगाँठ का पर्दाफ़ाश करते हुए बताया कि, स्वाति मालीवाल पर दिल्ली महिला आयोग में कांट्रैक्चुअल कर्मचारियों के अवैध नियुक्ति के संबंध में भाजपा की एसीबी का केस चल रहा है। अब इस केस में चार्जशीट दाखिल हो गई है और सजा का समय पास आ रहा है तो इस केस को आधार बना, जेल और सजा की धमकी देकर भाजपा ने अपने एसओपी के तहत स्वाति मालीवाल पर दबाव बनाया होगा।

उन्होंने भाजपा के इस षड्यंत्र का एक और उदाहरण देते हुए बताया कि, विभव कुमार ने तीस हज़ारी कोर्ट में शिकायत दर्ज की,आधिकारिक तौर पर एफ़आईआर की माँग की; पूरा दिन बीतने के बाद भी भाजपा की दिल्ली पुलिस ने एफ़आईआर की कॉपी नहीं दी। जब कोर्ट ने पुलिस को एफ़आईआर की कॉपी सौंपने का आदेश दिया तो दिल्ली पुलिस ने बहाना बनाया कि, केस संवेदनशील होने के कारण एफ़आईआर नहीं दे सकते।

आतिशी ने कहा कि, जो एफ़आईआर पिछले 2 दिन से हर भाजपा द्वारा हर मीडिया चैनल, हर अख़बार के पास भेजी गई; उसे भाजपा की दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को देने से इनकार कर दिया। उन्होंने दिल्ली पुलिस का दोहरा चरित्र सामने लाते हुए कहा कि- स्वाति मालीवाल के मामले में स्वतः संज्ञान लेकर पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज किया लेकिन विभव कुमार की शिकायत के 24 घंटे बाद भी कोई एफ़आईआर दर्ज नहीं हुई।

उन्होंने कहा कि, ये सभी वाक़या इस बात का प्रमाण कि- ये पूरी साज़िश सीधा गृह मंत्रालय से ऑपरेट हो रही है और भाजपा का हाई कमान द्वारा पूरे केस को मॉनिटर किया जा रहा है और दिल्ली पुलिस इस केस में जाँच नहीं कर रही है; पुलिस सिर्फ़ भाजपा का हथियार बनकर चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल जी पर हमला कर रही है।

वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने कहा कि, कल स्वाति मालीवाल की मुख्यमंत्री आवास के ड्राइंग रूम की वीडियो सामने आई। उस वीडियो को पूरे देश ने देखा जिसमें पूरे देश ने देखा कि, स्वाति मालीवाल साफ़ साफ़ कह रही है कि मैंने 112 पर कॉल कर दिया है और पुलिस आने वाली है। स्वाति मालीवाल के इन शब्दों से स्पष्ट है कि, वो वीडियो उस समय के बाद का है जब वो ये दावा कर रही है कि उनके ऊपर हमला हुआ।

इस वीडियो को देखकर साफ़ नज़र आ रहा है कि, उनके द्वारा दर्ज एफ़आईआर के उलट स्वाति मालीवाल के न कपड़े फटे है, न वो दर्द से कराह रही है, न उनके सिर पर चोट लगी है। इससे स्पष्ट होता है कि जो कुछ शिकायत में लिखवाया गया वो सरासर झूठ है। स्वाति मालीवाल वीडियो में ऊँची आवाज़ में पुलिस कर्मियों को धमका रही है, और वो कही भी ये शिकायत करती नज़र नहीं आ रही है कि विभव कुमार ने उनपर हमला किया। बल्कि वो ख़ुद ही विभव कुमार पर अपशब्दों का प्रयोग कर रही है।

आतिशी ने कहा कि- स्वाति मालीवाल अपनी एफ़आईआर में कहती है कि मुझपर इतना हमला हुआ कि मैं चलने की स्थिति में नहीं थी, बेहोशी की हालत में थी, दर्द से कराह रही थी, लंगड़ा कर चल रही थी। लेकिन आज एक और वीडियो आई है जिसने पूरे देश के सामने स्वाति मालीवाल के आरोपों का पर्दाफ़ाश कर दिया है। सीएम आवास के गेट के सीसीटीवी के फ़ुटेज का वीडियो ये दिखा रहा है कि स्वाति मालीवाल बिना किसी परेशानी के चलते हुए सीएम आवास के बाहर जा रही है। वहाँ वो सुरक्षा में तैनात महिला पुलिसकर्मी को धक्का देते हुए नज़र आ रही है, पुलिस वालों को उँगली दिखा कर हड़का रही है, डाँट रही है। वीडियो में दिख रहा है कि स्वाति मालीवाल के सिर पर कोई चोट नहीं है, उनके कपड़े नहीं फटे है, वो लंगड़ा कर, दर्द में कराह कर नहीं चल रही है।

उन्होंने कहा कि, वीडियो देखकर ये बिलकुल साफ़ है कि जो कुछ एफ़आईआर में लिखा है, स्वाति मालीवाल द्वारा आरोप लगाए गए वो बिलकुल झूठ है। उनके द्वारा लगाए गए आरोप एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के ख़िलाफ़ भाजपा द्वारा रचा जा रहा है।

आतिशी ने कहा कि, कल से जब से ये वीडियो सामने आई है, ये षड्यंत्र सामने आया है तब से लोग पूछ रहे है कि यदि ये भाजपा का षड्यंत्र है तो इससे स्वाति मालीवाल का क्या लेना देना है।

उन्होंने स्वाति मालीवाल और भाजपा के संबंधों स्पष्ट करते हुए कहा कि-

  1. भाजपा का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर है कि वो विपक्षों नेताओं पर सीबीआई-ईडी-इनकम टैक्स, इकोनॉमिक्स ऑफ़ेन्सिव विंग, एसीबी का केस करती है। और उस केस के आधार पर धमकियाँ देकर उन नेताओं को ब्लैक मेल करते है या फिर भाजपा में शामिल करवा लेते है। उदाहरण के लिए हेमंत बिस्वा सर्मा हो, अजीत पवार हो, प्रफुल्ल पटेल हो जिनके ऊपर केस हुए और फिर वो भाजपा में शामिल हो गए।

इसी तरह स्वाति मालीवाल पर भी भाजपा की एंटी कमीशन ब्यूरो ने केस किया था जो महिला आयोग में कांट्रैक्चुअल कर्मचारियों के अवैध नियुक्ति के संबंध में था। ये केस कई सालों से चल रहा है,एफ़आईआर और चार्जशीट दाखिल हो गई है और अब कन्विक्शन का समय पास आ रहा है।

आतिशी ने कहा कि, हमारा ये मानना है कि इसी केस को आधार बनाकर, जेल और सजा की धमकी देकर स्वाति मालीवाल पर दबाव बनाया जा रहा होगा। ये भाजपा का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर है।

  1. आतिशी ने कहा कि इस पूरे मुद्दे में भाजपा की भागीदारी इस प्रकार दिख रही है कि, गृह मंत्रालय से दिल्ली पुलिस तक जिस प्रकार काम कर रही है उसका दूसरा प्रमाण तीस हज़ारी कोर्ट के सामने आया।

कल विभव कुमार ने एक शिकायत दर्ज करवाई और कहा कि मेरे संज्ञान में आया है कि मेरे ख़िलाफ़ एक एफ़आईआर दर्ज की गई है। ये एफ़आईआर 2 दिनों से मीडिया में चल रहा है। उन्होंने तीस हज़ारी कोर्ट में केस दर्ज करवाया कि, उन्हें एफ़आईआर की कॉपी आधिकारिक रूप से उन्हें सौंपी जाए। कल दिनभर कोर्ट पुलिस से एफ़आईआर की कॉपी माँगती रही। शाम तक जब एफ़आईआर की कॉपी नहीं मिली तो कोर्ट ने आदेश दिए कि, अगली सुबह तक दिल्ली पुलिस एफ़आईआर की कॉपी लेकर कोर्ट में पेश हो। और आज सुबह दिल्ली पुलिस कोर्ट में जबाव देती है कि ये एफ़आईआर बहुत संवेदनशील है, इसे कोर्ट में नहीं दिया जा सकता, आरोपी को नहीं सौंपा जा सकता।

आतिशी ने कहा कि जो एफ़आईआर पिछले 2 दिन से हर भाजपा द्वारा हर मीडिया वाले के पास, हर चैनल हर अख़बार के पास भेजी गई। उसपर आज भाजपा की दिल्ली पुलिस कह रही है कि, पुलिस वो कॉपी कोर्ट को नहीं सौंप सकती।

ये दिखा रहा है कि, ये पूरी साज़िश सीधा गृह मंत्रालय से चल रही है और इस केस को सीधे भाजपा के हाई कमान से मॉनिटर किया जा रहा है। चाहे मीडिया मीडिया में चलाना हो या एफ़आईआर न सौंपनी हो।

  1. आप नेता आतिशी ने इस षड्यंत्र का एक और उदाहरण देते हुए साझा किया कि- विभव कुमार ने दिल्ली पुलिस में एक काउंटर कंप्लेंट दर्ज की। लेकिन उनकी शिकायत के 24 घंटे बाद भी दिल्ली पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज नहीं की। ऐसा कैसे हुआ कि जब स्वाति मालीवाल का मुद्दा सामने आया तो दिल्ली पुलिस ख़ुद उनके घर पहुँच गई, एक घंटे में एफ़आईआर दर्ज कर लिया और दो घंटे में उसे मीडिया में भी चलवा दिया। लेकिन जब विभव कुमार शिकायत दर्ज करते है, सुरक्षा में सेंध की शिकायत दर्ज करते है, सरकारी अधिकारियों पर स्वाति मालीवाल द्वारा धक्का मुक्की और काम में बाधा डाला गया उसकी शिकायत दर्ज करते है तो दिल्ली पुलिस चुप है और उसपर जबाव तक नहीं दे रही है।

आतिशी ने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि दिल्ली पुलिस इस केस में जाँच नहीं कर रही है बल्कि पुलिस सिर्फ़ भाजपा का हथियार बनकर चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल जी पर हमला कर रही है। ये इस पूरे केस की सच्चाई है। ये पूरा मामला अरविंद केजरीवाल जी पर जेल से आने के बाद आरोप लगाने का भाजपा का बहुत बड़ा षड्यंत्र है।

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