उत्तरकाशी टनल ऑपरेशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े श्रमवीरों से सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुलाकात की। अपने आवास पर मुलाकात के दौरान सीएम ने सभी श्रमवीरों का स्वागत और सम्मान किया। इन श्रमवीरों ने टनल में फंसे लोगों तक पहुंचाने में आ रही सबसे मुश्किल बाधा को पार किया था। ये सभी लोग दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रहते हैं और पिछले कई वर्षों से दिल्ली जल बोर्ड से जुड़कर काम कर रहे हैं। टनल में फंसे 41 लोगों को निकालने के प्रयास में जब अमेरिकन ऑगर मशीन फेल हो गई तो इन श्रमवीरों को दिल्ली से एयर लिफ्ट करके उत्तराखंड ले जाया गया। वहां पहुंचते ही ये लोग काम में जुट गए। इस मुश्किल वक्त में इन्होंने करीब 36 घंटे तक बिना सोए काम किया और टनल में फंसे लोगों की जान बचाई। श्रमवीरों ने सीएम को इस रेस्क्यू ऑपरेशन की चुनौतियों से भी रू-ब-रू कराया और सीएम ने श्रमवीरों की इस बहादुरी के लिए शाबाशी व बधाई दी। इस दौरान दिल्ली जल बोर्ड की चेयरमैन एवं जल मंत्री आतिशी भी मौजूद रहीं।
इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी श्रमवीरों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि आपने अपनी जान की बाजी लगाकर बिना सोए रात-दिन मेहनत करके टनल में फंसे 41 लोगों की जिंदगी बचा ली। आज दुनिया बहुत स्वार्थी है। इतनी स्वार्थी दुनिया के अंदर कोई किसी के बारे में नहीं सोचता है। सबसे पहले आदमी ये सोचता है कि मेरा क्या होगा? मेरे साथ कुछ हो गया तो मेरे बच्चों का क्या होगा? मेरे परिवार का क्या होगा? आदमी सबसे पहले अपने बारे में सोचता है। ऐसी दुनिया के अंदर आप जैसे लोग भी हैं। आप लोगों ने जो बहादुरी का काम किया है, उसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है। आज सारा देश आप सभी की चर्चा कर रहा है कि आप लोगों ने लगातार रात-दिन काम करके 41 लोगों की जिंदगियां बचाई।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्लीवालों के लिए भी यह बहुत फक्र की बात है कि आप सभी लोग दिल्ली में रहते हैं और दिल्ली जल बोर्ड में हमारे साथ कई वर्षों से काम कर रहे हैं। उत्तरकाशी से दिल्ली पहुंचने की खबर मिलते ही मेरी इच्छा आप सभी लोगों के साथ बैठ कर चाय पीने की हुई। मेरे लिए यह बहुत ही सौभाग्य की बात है कि आज आप सभी के साथ बैठ कर बातचीत करने का मौका मिला।
आम लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर टनल में फंसे देश के 41 लोगों की जान बचाई- आतिशी
इस दौरान मौजूद दिल्ली जल बोर्ड की चेयरमैन एवं दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा कि उत्तरकाशी में टनल की खुदाई कर उसमें फंसे 41 लोगों को सकुशल बाहर निकालने वाले 15 लोग दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े हैं। इन सभी लोगों से सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास पर मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह बड़ी बात है कि एक मुश्किल मौके पर जब बड़े-बड़े लोग सही निर्णय नहीं ले पाते हैं, वहां पर आम लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर अपने देश के 41 लोगों की जान बचाई। जिस कंपनी के साथ ये श्रमवीर जुड़े हुए हैं, हमने उन्हें भी बधाई दी है। क्योंकि उस कंपनी ने रेस्क्यू के लिए सरकार से एक रुपए नहीं लिया है। कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी और देशभक्ति समझ कर ये काम किया है। मुझे लगता है कि देश में सभी लोग के अंदर ये भाव आ जाए तो हमारा देश बहुत आगे पहुंच सकता है।
श्रमवीरों ने चुनौतियों से सीएम को कराया रू-ब-रू
इस दौरान श्रमवीरों ने सीएम अरविंद केजरीवाल को टनल में फंसे 41 लोगों तक पहुंचने से पहले आई चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अमेरिकन ऑगर मशीन बहुत ही गर्म थी। जिस रॉड को काटना था, वो भी बहुत ज्यादा गर्म था। इनके बीच इंच-इंच भर की दूरी थी। इसको काटना बहुत ही चुनौतीपूर्ण था। गर्मी से खुद को बचाते हुए हमने सारे ऑगर्स रॉड को काटा। हमने 36 घंटे तक बिना सोए, बिना झपकी लिए काम किया और आखिरकार टनल में फंसे 41 लोगों तक पहुंच गए। हम लोगों ने एक बार भी हिम्मत नहीं हारी और 41 लोगों की जिंदगी बचाने के लिए रात-दिन लगातार काम किए, जब तक कि कामयाबी नहीं मिली। हमने लोगों की जिंदगी बचाने, अपनी दिल्ली और देश के लिए अपनी जिंदगी को जोखिम में डाल दिया। इसका हमें गर्व हो रहा है।
टनल में फंसे लोगों तक पहुंचने में कंपनी की विशेषज्ञता आई काम
श्रमिकों ने बताया कि एलआर शर्मा एंड कंपनी करीब 40 साल से दिल्ली जल बोर्ड से जुड़ी है। एलआर शर्मा की विशेषज्ञता उत्तराकाशी में टनल के अंदर फंसे 41 लोगों को बाहर निकालने में बहुत ही उपयोगी साबित हुई। एलआर शर्मा के साथ ज्वाइंट वेंचर में जुड़े विपिन गुप्ता की मशीन और श्रमिकों को एयरलिफ्ट कर उत्तराकाशी ले जाया गया। ये सभी लोग दशकों से दिल्ली जल बोर्ड के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं। टनल का गिरा हुआ 48 मीटर का हिस्सा बहुत ही कठिन था। इस हिस्से की ड्रिलिंग पूरा करने में कई लोग असफल हो गए थे। लेकिन हमने उस बाधा को पार कर लिया।
सीएम से मिलकर भावुक हुए श्रमवीर
श्रमिक निर्मल मिश्रा का कहना है कि हम श्रमवीरों से आज सीएम अरविंद केजरीवाल मिले और हमारा स्वागत-सम्मान किया। सीएम से मिलकर हम लोग बहुत ही भावुक हो गए, क्योंकि मुख्यमंत्री खुद हमारे गले लगकर हमारा आभार प्रकट कर रहे थे। यह हमारे लिए बहुत ही गर्व और सम्मान की बात है।
इन श्रमवीरों ने टीम वर्क करके बचाई टनल में फंसे लोगों की जान
उत्तराखंड में टनल में फंसे 41 लोगों को बाहर निकालने के कार्य में दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े 15 लोग शामिल है। ये लोग डीजेबी से जुड़ी एलआर शर्मा एंड कंपनी के साथ काम करते हैं और दिल्ली के अलग-अलग हिस्से में रहते हैं। इन 15 लोगों की तीन टीमें थी, जिसको अलग-अलग काम में विशेषज्ञता हासिल है। इन्होंने संयुक्त प्रयास किया और टनल में फंसे लोगों तक पहुंचने में आई मुश्किलों को पार किया। इसमें झाड़ू राम निवासी नांगलोई, राधे रमन दुबे निवासी महावीर विहार कॉलोनी, अमित कुमार रजक निवासी महावीर विहार कॉलोनी, टिंकू दुबे निवासी महावीर विहार कॉलोनी और शशिकांत कुमार निवासी जय विहार फेज तीन बपरौला के अलावा निर्मल मिश्रा शामिल हैं। इनको टनल के अंदर काम करने का काफी अच्छा अनुभव है और बेहतरीन वेल्डर हैं। इन्होंने फंसे लोगों को निकालने के लिए टनल और पाइप के अंदर कटिंग और वेल्डिंग का काम किया।
दूसरी टीम में दिल्ली में रह रहे मोहम्मद अहमद, नांगलोई के ओम प्रकाश और कंझावला निवासी धूरेंद्र राय शामिल थे। इनके पास टनल के अंदर पाइप फिटिंग का शानदार अनुभव है। इन्होंने धक्का देने के लिए पाइप फिटिंग का काम किया। तीसरी टीम में दिल्ली में रह रहे राकेश राजपूत, महिपाल लोधी, सूर्य मोहन राय, परसादी लोधी, भूपेंद्र लोधी और जतराम लोधी शामिल थे। इनके पास टनल के अंदर पाइप को मैन्युअली धकेलने की विशेषज्ञता हासिल है।