आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि ‘उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बजट की विशेष बैठक में स्थाई समिति के अध्यक्ष द्वारा सम्पति कर की दरों को ना बढ़ाने की घोषणा सिवाए कोरे झूठ के कुछ नहीं है। आपको बता दें कि स्थाई समिति के अध्यक्ष श्री कटारिया ने एक तरफ तो हाल ही में 03 -01 2018 को स्थाई समिति की बैठक में रिहाइशी तथा व्यावसायिक संपत्ति कर की दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया तो दूसरी तरफ अब निगम की बजट सभा में सम्पति कर ना बढ़ाने की झूठी घोषणा करके दिल्ली की जनता से झूठ बोलने का काम किया है।
दिलीप पांडे ने कहा कि ‘रिहायशी सम्पतियों की साल 2017-18 के लिए ‘ए ‘ और ‘बी’ श्रेणी के लिए सम्पत्ति कर लगाने की दर 12 प्रतिशत थी| सी,डी और ई श्रेणी कि सम्पत्ति कर दर 11 प्रतिशत थी तथा एफ.जी.एच श्रेणी की 7 प्रतिशत संपत्ति कर दर थी। जबकि हाल ही में स्थाई समिति ने साल 2018-2019 के लिए इन दरों को बढाकर ए श्रेणी के लिए 20 प्रतिशत, बी श्रेणी के लिए 18 प्रतिशत, सी, डी और ई श्रेणीयों के लिए 14 प्रतिशत तथा एफ,जी और एच श्रेणीयों के लिए 9 प्रतिशत कर दिया था |
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष और आम आदमी पार्टी के पार्षद राकेश कुमार ने कहा कि ‘इसी प्रकार विशेष गैर आवासीय संपत्तियों (जैसे गेस्ट हाउस,पेइंग गेस्ट हाउस) तथा गैर आवासीय संपत्तियां (उपरोक्त दोनों के अलावा उद्द्योगिक संपत्तियों एवं 150 वर्ग मीटर अच्छादित क्षेत्र से कम के डॉक्टर क्लिनिक ) की पूर्व में वर्ष 2107-18 के लिए सम्पत्ति कर की दरें जोकि सभी श्रेणियों के लिए 15 प्रतिशत थी, उसको स्थाई समिति ने 18 प्रतिशत तक बढ़ा दिया। और अब स्थाई समिति के सम्पत्ति कर के मामले में झूठ बोल रहे हैं।
‘तिलक राज कटारिया एक तरफ तो स्थाई समिति कि बैठक में बढ़ी हुई दरों को पारित कराते हैं तो दूसरी तरफ़ निगम की बजट सभा में सभी पुरानी दरों को यथावत रखने की झूठी घोषणा करते है।
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