आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने शिवराज सरकार को दी चेतावनी,कहा- ” तत्काल राहत पहुंचाएं किसानों को, अन्यथा होगा बड़ा आंदोलन “
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल मंगलवार को बुधनी विधामसभा के ओला प्रभावित गांवों के दौरे पर पहुंचे. इसके बाद वे नसरूल्लागंज में हड़ताल कर रहे किसानों से मिले. भाजपा सरकार पर बड़ा हमला करते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार को असंवेदनशील, किसान विरोधी और सत्ता के मद में चूर करार दिया है। उन्होंने कहा कि खुद को किसान पुत्र कहने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भीतर जरा भी शर्म बची है, तो उन्हें तत्काल किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए। वे नसरूल्लागंज में ओलावृष्टि से पीडि़त किसानों की भूख हड़ताल में उनका समर्थन करने पहुंचे थे। उन्होंने ओलावृष्टि प्रभावित गांवों जाट मुहाई, बोरखेड़ा, चींचली, वाईबोड़ी, हमीदगंज आदि गांवों का दौरा किया. यहां खेतों का दौरा किया.
उन्होंने प्रभावित किसानों की एक लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग का समर्थन किया. साथ ही फसल बीमा की राशि तत्काल बिना किसी कागजी कार्यवाही के दी जाए और जिनके पट्टे नहीं हैं उन किसानों को भी मुआवजा दिया जाये. उन्होंने सोसायटी कर्ज भी तुरंत माफ करने की मांग की.
उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की अपनी विधानसभा है यहां के किसानों को मुख्यमंत्री कब और कितनी बड़ी राहत देते हैं उससे पता चल जाएगा कि वे पूरे प्रदेश को क्या देने वाले हैं.
ओलावृष्टि से गेहूं व चने की फसल पूरी तरह बर्बाद..
मुख्य मंत्री शिवराज जी की स्वयं की विधान सभा है यह। नुकसान के 48 घंटे बाद भी कोई घोषणा नहीं।
किसान पुत्र तत्काल किसानों की सहायता करें.. pic.twitter.com/4D1XHGiHQi— Alok Agarwal (@iAlokAgarwal) February 13, 2018
इस मौके पर शिवराज सरकार के किसान सम्मेलन को शर्मनाक बताते हुए उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए बर्बाद कर किए गए इस सम्मेलन में प्रदेश का अन्नदाता नहीं पहुंचा, इसके बावजूद बेशर्मी देखिए कि शिवराज सिंह किसानों की खुशहाली के गीत गाते रहे। ओलावृष्टि के कारण किसानों की जान सांसत में है, उनके माथे पर सिकन है, उन्हें अपने परिवार और बच्चों की चिंता है, जबकि भाजपा सरकार खुशहाली का झूठा प्रदर्शन कर रही है।
आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री अग्रवाल ने कहा कि शिवराज सरकार किसानों के दर्द की अनदेखी कर अपनी ताबूत में अंतिम कील ठोंक रही है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश को खाना खिलाने वाला किसान अगर मुश्किल में है, तो प्रदेश के मुखिया की प्राथमिक जिम्मेदारी बनती है कि वह किसानों के दरवाजे पर पहुंचे। उन्हें राहत दे। उनकी तकलीफ को समझे। इसके बदले शिवराज सिंह ने कहा कि वे न खुद रोएंगे, न किसानों को रोने देंगे। यह महज वादा है, या उनका दंभ। किसान खून के आंसू रो रहा है, और खुद शिवराज गेहूं के बजाय अब फूलों की खेती करने लगे हैं। यानी वे खुद तो नहीं रो रहे हैं, लेकिन किसानों को खूब रुला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बस कुछ दिन की ही बात है शिवराज सिंह जी, आज जो आंसू किसान की आंखों में हैं, जो दर्द किसान के सीने में है, वह जल्द ही आपको महसूस होगा, जब किसान अपनी ताकत दिखाएगा।
उन्होंने ओलावृष्टि के पीडि़त किसानों को तुरंत उचित मुआवजा देने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को किसानों की लागत का डेढ़ गुना मूल्य तुरंत उपलब्ध कराना चाहिए और जल्द कर्ज माफी करनी चाहिए। ताकि प्रदेश का अन्नदाता अपनी मेहनत के बल पर पूरे प्रदेशवासियों के पेट को भर सके।
उन्होंने कहा कि अगर शिवराज सरकार नहीं चेती और किसानों के हक में जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो आम आदमी पार्टी पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन करेगी। इस मौके पर श्री अग्रवाल के साथ आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव पंकज सिंह, वरिष्ठ नेता श्याम वर्मा व अन्य नेता भी मौजूद थे।
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