- MCD के प्रोजेक्ट में पेमेंट पूरा, काम पड़ा अधूरा
दिल्ली में बीजेपी शासित नगर निगम के अंतर्गत बन रहे रानी झांसी फ्लाईओवर का एक हिस्सा बना ही नहीं है लेकिन उसके लिए ठेकेदार की पेमेंट भी हो चुकी है। यानि इस फ्लाईओवर का एक विशेष हिस्सा जो सिर्फ़ कागज़ों में ही बना है जबकि हक़ीक़त में वो बना ही नहीं है। रेलवे लाइन के उपर के हिस्से के गार्डर रखने की पेमेंट उसके ठेकेदार को हो चुकी है जबकि वो हिस्सा अभी बना ही नहीं है
आम आदमी पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई प्रेस कॉंफ्रेंस में बोलते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि ‘बीजेपी शासित नगर निगम के अंतर्गत पिछले एक दशक से भी ज्यादा से बन रहे रानी झांसी फ्लाईओवर पर रेलवे लाइन के हिस्से में गार्डर रखने के काम की पेमेंट ठेकेदार को कर दी गई लेकिन वास्तव में फ्लाईओवर का वो हिस्सा बना ही नहीं है जिसकी पेमेंट कर दी गई है।‘
‘आपको बता दें कि ये फ्लाईओवर 2008 में 70 करोड़ रुपए के बजट से रानी झांसी रोड़ पर बनना शुरु हुआ था जो आज 724 करोड़ रुपए के बजट तक पहुंच चुका है। बार-बार इस फ्लाईओवर के नाम पर पैसा बीजेपी शासित एमसीडी मांगती है और वो पैसा कहां जाता है जिसकी बानगी रेलवे लाइन के इस काम से मिल चुकी है जो वास्तव में तो हुआ ही नहीं है और उसकी पेमेंट भी हो चुकी है।‘
‘बीजेपी शासित एमसीडी इस फ्लाईओवर के नाम पर दिल्ली सरकार से भी बार-बार पैसे मांग चुकी है और दिल्ली की सरकार ने साल 2014-15 में 20 करोड़ रुपए दिए और साल 2016 में 50 करोड़ रुपए दिए और अभी हाल ही में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने इसके लिए 85 करोड़ रुपए का फंड दिया है जिसके लिए केंद्र सरकार ने ये भी नहीं पूछा गया कि वो कैसे खर्च किया जाएगा? दरअसल बीजेपी शासित एमसीडी में जनता के पैसे की सामूहिक लूट हो रही है और एमसीडी के ऐसे बहुत से प्रोजेक्ट हैं जहां यही कहानी दोहराई जाती रही है जिसमें काम तो होता नहीं है और पैसे की बंदरबांट हो जाती है।‘
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