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आम आदमी पार्टी (आप) की छत्तीसगढ़ इकाई ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को अपने छह प्रत्याशियों की सूची जारी की है। यह सूची सीधे भाजपा के प्रदेश नेतृत्व को शीर्ष से बराबरी की टक्कर देने की तैयारी का सबूत है। इस सूची में खुद मुख्यमंत्री के लिए ‘आप’ की चुनौती का खाका खींचा गया है। मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र राजनांदगांव में युवा आप के प्रदेश अध्यक्ष सौरव निर्वाणी को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं, मुख्यमंत्री के गृह​ जिले कवर्धा में डॉ. भास्कर द्विवेदी को आजमाने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही पार्टी ने अब तक अपने 68 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है।
दिल्ली में ‘आप’ सरकार के पूर्व मंत्री ओर विधायक सोमनाथ भारती ने शनिवार को यहां पत्रकार वार्ता के दौरान तीसरी सूची जारी की। उन्होंने बताया कि पार्टी ने राजनांदगांव और कवर्धा के साथ ही अन्य सीटों पर भी तगड़े प्रत्याशियों को अपना टिकट देने का मन बनाया है। इसी इरादे के साथ पार्टी ने बिलासपुर से डॉ. कैलाश आहूजा, बलौदा बाजार से मनहरणलाल वर्मा, डोंगरगांव से चंद्रमणि वर्मा और मुंगेली से रामकुमार गंधर्व को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। ‘आप’ के प्रदेश संयोजक डॉ. संकेत ठाकुर ने कहा कि पार्टी ने अपने प्रत्याशियों को चुनते समय इस बात का ध्यान रखा है कि अपने—अपने क्षेत्रों में इनकी सामाजिक उपस्थिति कैसी है और इनका राजनीतिक जनाधार कितना विस्तृत है। उन्होंने कहा​ कि भले ही ‘आप’ प्रत्याशी बाहुबली या धनाढ्य न हों, उनका जज्बा मजबूत है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सामने ‘आप’ की चुनौती पेश करने वाले युवा राजनेता डॉ. सौरव निर्वाणी पार्टी की युवा इकाई के अध्यक्ष के रूप में पूरे प्रदेश में काफी मशहूर और लो​कप्रिय रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचारों का कई बार पर्दाफाश कर सरकार को जवाब देने के लिए मजबूर किया है। उनके पास समाज के हर वर्ग में एक मजबूत जनाधार है। यही नहीं, अपने तकनीकी संस्थान के जरिए उन्होंने हजारों युवा वर्ग को रोजगार के योग्य बनाया है और इसी वर्ग के समर्थन के दम पर वह मुख्यमंत्री को उनके ही घर में चुनौती देने जा रहे हैं।
वहीं, पार्टी के अन्य प्रत्याशियों में शामिल सभी नाम अपने—अपने स्तर पर अपनी क्षमताओं के अनुसार सामाजिक जीवन की बेहतरी के लिए अपना योगदान दिया है। डॉ. संकेत ठाकुर ने विश्वास जताया कि इन सभी प्रत्याशियों को विधानसभा भेजने में पार्टी को सफलता मिलेगी। उनसे सहमति जताते हुए दिल्ली के विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि ‘आप’ की राजनीतिक विचारधारा और समाज के सबसे निचले तबके की पूछ—परख करने की वजह से इस पार्टी को दिल्ली में 15 वर्ष से जमी—जमाई कांग्रेसी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की कुर्सी खाली करवाने में सफलता मिली थी, जबकि भाजपा वहां कांग्रेस सरकार के खिलाफ कुछ नहीं कर पा रही थी। यही हालत छत्तीसगढ़ की है। यहां भाजपा 15 वर्षों से सत्ता की मलाई चख रही है और चुनावों में कांग्रेस उसका बाल तक बांका नहीं कर पाती। इस बार छत्तीसगढ़ में भी भाजपा का किला ढहाने के लिए ‘आप’ ने आमद दर्ज कर दी है। इस सरकार को राज्य के मतदाताओं की मदद से यह पार्टी अगले चुनाव में जरूर सत्ता से बाहर कर देगी।
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sudhir

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