PRESS RELEASE
OFFICE OF THE CHIEF MINISTER
GOVERNMENT OF NCT OF DELHI
28TH JANUARY 2023
Last-mile connectivity to no-more be a hassle in Delhi, Kejriwal Government to introduce 1,500 e-scooters for self driving in a historic move
We are going to start this as a pilot project with e-scooters in Dwarka; 1500 e-scooters will be made available at 250 sites within the area: CM Arvind Kejriwal
You will have to drive the e-scooter yourself and pay a fare for it; payment can be made through the integrated card that works on bus and metro: CM Arvind Kejriwal
You will be able to pick up an e-scooter from any of the 250 locations and will have to drop it back at any of these locations: CM Arvind Kejriwal
Within the next 12 months, 1,500 e-scooters will be deployed at 250 locations, which will be available at high footfall places including metro stations, bus stops, hospitals: CM Arvind Kejriwal
The e-scooter will have a swappable battery and a maximum range of 60 km on a full charge; will be able to travel up to 60 kmph speed: CM Arvind Kejriwal
The company which charges the least amount from the consumer, will be given the contract for seven years: CM Arvind Kejriwal
CM Arvind Kejriwal chairs a high level review meeting on transport reforms, Delhi Government to run e-scooters under a pilot project for last mile connectivity
NEW DELHI:
Last-mile connectivity will no-more be a hassle in Delhi. Chief Minister Shri Arvind Kejriwal announced a historic move to introduce 1,500 e-scooters that will be available for self driving at public places. The CM said, “We are going to start this as a pilot project with e-scooters in Dwarka; 1500 e-scooters will be made available at 250 sites within the area. You will have to drive the e-scooter yourself and pay a fare for it; payment can be made through the integrated card that works on bus and metro. You will be able to pick up an e-scooter from any of the 250 locations and will have to drop it back at any of these locations. Within the next 12 months, 1,500 e-scooters will be deployed at 250 locations, which will be available at high footfall places including metro stations, bus stops, hospitals. The e-scooter will have a swappable battery and a maximum range of 60 km on a full charge; will be able to travel up to 60 kmph speed. The company which charges the least amount from the consumer, will be given the contract for seven years.” It is noteworthy that CM Shri Arvind Kejriwal chaired a high level review meeting on transport reforms on Saturday, wherein it was decided that the Delhi Government will run e-scooters under a pilot project for last mile connectivity.
Shri Arvind Kejriwal said, “We have taken giant leaps in the transport sector of Delhi. We procured buses at a large scale, the metro system is as good as it can get. But last mile connectivity has been a very major concern for very long. We have found a solution towards this finally. We are going to start a pilot project in Dwarka sub-city by deploying e-scooters in the self driving system. The area of Dwarka in itself contains about 10 metro stations and dozens of bus stops. We have identified 250 locations to deploy 1,500 e-scooters. You can hire the scooter using the integrated card itself that works in buses and metros.”
He said, “You don’t need anyone to ferry you here. It will be completely self-driven. The helmet will be attached to the scooter. You can take it and drive around in the area and drop it anywhere on the 250 locations. All the scooters will contain swappable batteries. The driving range of the scooter will be at least 60 km/charge, max speed will be 60 kmph.”
He concluded, “From the day of tender agreement, the first 500 scooters will be deployed at 100 locations. Then another 500 at another 100 locations in the next four months and then another 500 with another 50 locations by the end of the year. The contract will be awarded for 7 years. The locations chosen for the contract are the high footfall areas of Dwarka. The bid parameter would be the company charging the lowest amount of fare from the consumer.”
1500 scooters to be stationed at 250 locations in Dwarka, here at the details
Significance of Self Drive Scooter Sharing
E-scooter sharing services in high-density corridors of cities can decongest traffic and help citizens seamlessly connect with public transport. An ideal E-scooter sharing platform must be affordable and sustainable. It helps in Increasing Ridership in Public Transportation, Sustainable & Eco Friendly Transportation, First and Last Mile Connectivity and is a Feeder to Public Transportation.
E-Scooter Capabilities
The capabilities of the e-scooter shall include — QR Code to Scan, Bluetooth Enablement, Provision of Helmet under the seat, Ergonomic Design, GPS with GPRS, Tubeless Tyres with Hydraulic suspension, Swappable Battery + BMS, Up to 150 Kg Load Capacity.
The driving range of the scooter will be at least 60km/charge, max speed will be 60 kmph, motor power will be at least 1000 watt with a BLDC motor, and will take 3-4 hours for full charge.
10 charging and maintenance hubs to support the project
The government will ensure allocation of the required number of parking stations within Dwarka sub-city with close proximity to metro stations, bus depots and key areas along with providing feasible areas for setting up 10 charging and maintenance hubs having an area of 100 sq metres.
PRESS RELEASE IN HINDI
दिल्ली में लास्ट माइल कनेक्टिविटी को मिलेगी रफ्तार, 1500 ई-स्कूटर ला रही केजरीवाल सरकार
हम द्वारका में ई-स्कूटर का पायलट प्रोजेक्ट करने जा रहे हैं, यहां 250 जगहों पर 1500 ई-स्कूटर उपलब्ध कराए जाएंगे- अरविंद केजरीवाल
आपको ई-स्कूटर खुद चलाना होगा और इसके लिए टिकट लेना होगा, जिससे बस और मेट्रो में भी सफर कर सकेंगे- अरविंद केजरीवाल
250 लोकेशन में से कहीं से आप ई-स्कूटर ले सकेंगे और इनमें से किसी भी लोकेशन पर उसको वापस छोड़ सकेंगे- अरविंद केजरीवाल
अगले 12 महीने के अंदर 250 लोकेशन पर 1500 ई-स्कूटर आ जाएंगे, जो मेट्रो स्टेशन, बस स्टाप, हॉस्पिटल समेत भीड़ वाली जगहों पर उपलब्ध होंगे- अरविंद केजरीवाल
ई-स्कूटर में स्वैपेबल बैट्री होगी और फुल चार्ज पर अधिकतम 60 किमी. प्रति घंटे की गति से 60 किलोमीटर तक यात्रा कर सकेंगे- अरविंद केजरीवाल
जो कंपनी लोगों से सबसे कम चार्ज करेगी, उसको सात साल के लिए कंट्रैक्ट दिया जाएगा- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत ई-स्कूटर चलाने का लिया गया निर्णय
नई दिल्ली, 28 जनवरी, 2023
दिल्ली सरकार लास्ट माइल कनेक्टिविटी को रफ्तार देने जा रही है। इसके लिए सरकार 1500 ई-स्कूटर लाने जा रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में आज हुई उच्च स्तरीय बैठक में लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत ई-स्कूटर चलाने का निर्णय लिया गया। इस संबंध में सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हम द्वारका में ई-स्कूटर का पायलट प्रोजेक्ट करने जा रहे हैं। यहां 250 जगहों पर 1500 ई-स्कूटर उपलब्ध कराए जाएंगे। आपको ई-स्कूटर खुद चलाना होगा और इसके लिए टिकट लेना होगा, जिससे बस और मेट्रो में भी सफर कर सकेंगे। आप 250 लोकेशन में से कहीं से ई-स्कूटर ले सकेंगे और इनमें से किसी भी लोकेशन पर वापस छोड़ सकेंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि 12 महीने के अंदर 250 लोकेशन पर 1500 ई-स्कूटर आ जाएंगे, जो मेट्रो स्टेशन, बस स्टाप, हॉस्पिटल समेत भीड़ वाली जगहों पर उपलब्ध होंगे। ई-स्कूटर में स्वैपेबल बैट्री होगी और फुल चार्ज पर अधिकतम 60 किमी. प्रति घंटे की गति से 60 किलोमीटर तक यात्रा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज लास्ट माइल कनेक्टिविटी को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मुख्य सचिव समेत संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बारे में प्रेस वार्ता कर सीएम अरविंद केजरीवाल ने बतया कि दिल्ली के ट्रांसपोर्ट सिस्टम में हमने बहुत सारी बसें भी खरीद ली है और मेट्रो भी अच्छी चल रही है। लास्ट माइल कनेक्टिविटी अभी एक प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। किसी भी नागरिक की लास्ट माइल पर कनेक्टिविटी और सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए हम ई-स्कूटर ला रहे हैं। हम पहले द्वारका एरिया में पायलट प्रोजेक्ट करने जा रहे हैं। द्वारका एरिया में करीब 10 मेट्रो स्टेशन और कई बस स्टाप हैं। द्वारका में 250 लोकेशन के उपर 1500 ई-स्कूटर उपलब्ध कराए जाएंगे। लोग एक साथ टिकट खरीद सकते हैं। इंटीग्रेटेड टिकट होगा, उस टिकट से आप बस, ई-स्कूटर और मेट्रो में भी सफर कर सकते हैं। उस टिकट की मदद से तय 250 लोकेशन में से कहीं से भी ई-स्कूटर ले सकते हैं। ई-स्कूटर के लिए ड्राइवर नहीं मिलेगा, बल्कि आपको खुद ही चलाना होगा। स्कूटर में ही हेलमेट होगा। आप हेलमेट पहन कर कहीं भी जा सकते हैं और अंत में इन 250 लोकेशन में से कहीं भी ई-स्कूटर को वापस छोड़ सकते हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि सभी ई-स्कूटर होंगे। इनमें स्वैपेबल बैट्री होगी और एक चार्ज में अधिकतम 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से 60 किलोमीटर तक यात्रा कर सकते हैं। जिस एजेंसी के साथ एग्रीमेंट होगा, उसके चार महीने के अंदर 100 लोकेशन पर 500 स्कूटर पर आ जाएंगे। उसके अगले 4 महीने के अंदर 100 लोकेशन पर 500 और स्कूटर और उसके अगले 4 महीने के अंदर 100 लोकेशन पर 500 स्कूटर आ जाएंगे। 12 महीने के अंदर 250 लोकेशन पर 1500 ई-स्कूटर उपलब्ध हो जाएंगे। यह कंट्रैक्ट एजेंसी को सात साल के लिए दिया जाएगा। ये सभी 250 लोकेशन पर सबसे अधिक लोगों की भीड़ होती है। जिसमें मेट्रो स्टेशन, बस स्टाप, हॉस्पिटल, मार्केट और मॉल समेत जहां भी लोग ज्यादा जाते हैं, वहां ये स्कूटर उपलब्ध कराए जाएंगे। जो कंपनी लोगों से सबसे कम चार्ज करने को कहेगी, उसी कंपनी को यह कंट्रैक्ट दिया जाएगा।
सेल्फ ड्राइव स्कूटर शेयरिंग का महत्व
दिल्ली के उच्च घनत्व वाले इलाकों में ई-स्कूटर की सेवाएं ट्रैफिक को कम कर सकती हैं और लोगों को सार्वजनिक परिवहन से जुड़ने में मदद कर सकती हैं। एक आदर्श ई-स्कूटर शेयरिंग प्लेटफॉर्म सस्ता और टिकाऊ होना चाहिए। यह सतत और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन है, जिससे कनेक्टिविटी बढ़ती है और सवारियां इसे सार्वजनिक परिवहन की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं।
ई-स्कूटर की क्षमता
ई-स्कूटर में स्कैन करने के लिए क्यूआर कोड, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, सीट के नीचे हेलमेट का प्रावधान, एर्गोनोमिक डिजाइन, जीपीआरएस के साथ जीपीएस, हाइड्रोलिक सस्पेंशन के साथ ट्यूबलेस टायर, स्वैपेबल बैटरी प्लस बीएमएस, 150 किलोग्राम भार क्षमता तक शामिल होंगी।
एक बार चार्ज करने के बाद स्कूटर कम से कम 60 किमी तक चल सकेगी। इसे अधिकतम गति 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया जा सकेगा। बीएलडीसी मोटर के साथ मोटर पावर कम से कम 1000 वाट होगी। ई-स्कूटर को फुल चार्ज होने में 3-4 घंटे लगेंगे।
सरकार बनाएगी 10 चार्जिंग और मेंटिनेंस हब
दिल्ली सरकार 100 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल वाले 10 चार्जिंग और मेंटिनेंस हब स्थापित करेंगे। इसके साथ-साथ मेट्रो स्टेशनों, बस डिपो और प्रमुख क्षेत्रों के पास और द्वारका उप-शहर के भीतर जरूरत के अनुसार पार्किंग का आवंटन सुनिश्चित करेगी।