EC द्वारा AAP के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की सिफारिश असंवैधानिक है, राष्ट्रपति से लगाएंगे गुहार- मनीष सिसोदिया
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एंव दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ‘चुनाव आयोग द्वारा आम आदमी पार्टी के विधायकों के ख़िलाफ़ लिया गया फ़ैसला पक्षपातपूर्ण है। दरअसल आयोग के माध्यम से लिए गए इस पक्षपातपूर्ण फ़ैसले के पीछे भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक द्वेष है। हमारे विधायक राष्ट्रपति महोदय से मिलने का वक्त मांग रहे हैं, हम राष्ट्रपति महोदय को जाकर सारी बात बताएंगे जिसमें हम राष्ट्रपति महोदय को अवगत कराएंगे कि हमारा पक्ष सुने बग़ैर ही ये एकतरफ़ा फ़ैसला चुनाव आयोग द्वारा लिया गया है लिहाज़ा इसे वापस चुनाव आयोग को भेजकर हमारा पक्ष सुनने के लिए कहा जाए।
हमारे विधायकों ने कोई लाभ नही लिया, एक रुपये का लाभ विधायकों ने नहीं लिया, अपना पैसा खर्च करके MLA काम कर रहे थे, एक रुपये की तनख्वाह MLA ने सरकार से नहीं ली, सारे विधायक दिल्ली की जनता की सेवा कर रहे थे- मनीष सिसोदिया, उपमुख्यमंत्री
मनीष सिसोदिया ने कहा कि ‘दरअसल BJP वालों को प्रॉब्लम हो रही है, बीजेपी के नेता उनकी बेईमानी की दुकान बंद होने से नाराज हैं, कई बेईमान लोगों की दुकान बंद हुई है, बीजेपी के लोग हमारे काम से परेशान है, आम आदमी पार्टी की सरकार ने तीन साल में बिजली के दाम नहीं बढ़ने दिए, आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए जनहित के कार्यों को रोका गया, 400 फाइलों को एलजी ऑफ़िस में दबाकर रखा गया, हमारे काम की रफ्तार को रोकने की कोशिश हो रही है, हमने दिल्ली की कॉलोनियों में पानी पहुंचाया, सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधरा है। इनको हमारे काम से परेशानी हो रही है इसलिए हमारे ख़िलाफ़ साज़िश रची जा रही है।
बीजेपी ने हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की थी लेकिन वो कामयाब नहीं हुए तो उन्होंने हमारे विधायकों की सदस्यता को ख़त्म करने की साज़िश रची है
"हम राष्ट्रपति महोदय से मिलने का समय मांग रहे हैं, EC द्वारा AAP के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की सिफारिश असंवैधानिक है"- @msisodia pic.twitter.com/pSvnRDlpyC
— AAP (@AamAadmiParty) January 20, 2018
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