सोमवार को दिल्ली विधानसभा के शीत सत्र के पहले दिन सदन में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने एमसीडी द्वारा सीलिंग पर गम्भीर चर्चा की ।
विधायक सौरभ भारद्वाज ने सदन में कहा कि एमसीडी पिछले एक दशक से कन्वर्ज़न और पार्किंग चार्ज इकट्ठा कर रही है । ये पैसा क़रीब 1 हज़ार करोड़ से भी ज़्यादा है। सप्रीम कोर्ट का आदेश है कि यह पैसा उन्हीं मार्केट के विकास और पार्किंग बनाने में ख़र्च किया जा सकता है। सवाल यह है कि एक हज़ार करोड़ रुपया कहाँ गया? RTI की जानकारी से पता चला है ये पैसा एमसीडी हड़प गई है ।
इस पैसे की पाई-पाई सिर्फ़ उन्ही मार्केट पर ख़र्च होनी चाहिए। अब इसका हिसाब दिल्ली विधानसभा माँगेगी। उन्होंने माँग उठाई कि तीनों नगर निगमों के आयुक्तों को सदन में तलब किया जाए। आयुक्तों को अध्यक्ष आदेश दें कि वे दिल्ली विधानसभा को कन्वर्ज़न और पार्किंग की अकाउंट स्टेट्मेंट पेश करें । अभी तक का पैसा कहाँ गया, इसका ब्यौरा सदन को दिया जाए। अगर एमसीडी ने पैसा ख़र्च नहीं किया है तो इस पैसे को कैसे ख़र्च किया जाएगा , उसका पूरा प्लान सदन के सामने रखें ।
बाक़ी सभी विधायकों ने इस माँग का समर्थन करते हुए अध्यक्ष महोदय से निवेदन किया कि अध्यक्ष महोदय निगम के कमिश्नर्स को तलब करें और उनसे पैसे का हिसाब लिया जाए।
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