*आम आदमी पार्टी के शपथ पत्र से घबराईं पार्टियां, देंगे जवाब: आलोक अग्रवाल*
*शपथ पत्र को आचार संहिता का उल्लंघन बताये जाने के मामले पर प्रदेश अध्यक्ष ने की टिप्पणी*
*कहा- घोषणा पत्र बाध्यकारी नहीं होता, इसलिए वादों से मुकर जाते हैं नेता, आप तोड़ेगी ये परम्परा*
*भोपाल, 23 अक्टूबर।* आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने अपने शपथ पत्र को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताये जाने पर कांग्रेस-भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि आप के 52 सूत्री शपथ पत्र से भाजपा घबरा गई है और चुनाव आयोग में की गई शिकायत इसका सबूत है। उन्होंने कहा कि हमें इस संबंध में नोटिस मिलेगा तो हम जवाब देंगे और इन दलों के वादों की असलियत को सामने लाएंगे। गौरतलब है कि इंदौर में एसडीएम अतुल पांडे के समक्ष परदेशीपुरा निवासी अभिषेक भार्गव ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि हमारे 52 सूत्री शपथ पत्र के वायदों से घबरा कर भाजपा प्रशासन के माध्यम से दबाब डालना चाहती है लेकिन आम आदमी पार्टी किसी दबाव में नहीं झुकेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक राजनीतिक दल घोषणापत्रों के जरिये झूठे वादे कर जनता को ठगते रहे हैं और सरकार में आने के बाद उन्हें भूल जाते हैं। घोषणा पत्र के वादे भी बाध्यकारी नहीं होते हैं इसलिए राजनीतिक दल आसानी से जनता के सामने चुनावी दौर में झूठे वायदों का जाल फैला देते हैं। आम आदमी पार्टी ने अपने शपथ पत्र के माध्यम से इस परंपरा को तोड़ा है। हम अपने वादों की गंभीरता को समझते हैं। इसीलिए शपथपत्र दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बाध्यकारी न होने के कारण ही राजनेता चुनाव में कभी 15 लाख रुपये तो कभी 100 दिन में कालाधन लाने, कभी मध्यप्रदेश को समृद्ध बनाने तो कभी खुशहाली की झूठी तस्वीर दिखाने की कोशिश करते हैं। जबकि असल में उनके पास ऐसा करने के लिए कोई प्लान नहीं होता है। आम आदमी पार्टी जो कहती है वो करके दिखाती है। दिल्ली में हमने इसका उदाहरण प्रस्तुत किया है। जिनकी नीयत में खोट होता है वो झूठे वायदे करते हैं और जो सही मायनों में काम करना चाहते हैं वो स्टाम्प पेपर पर शपथपत्र देते हैं। मध्यप्रदेश में भी हम जो वायदे कर रहे हैं उन्हें पूरा करने का ब्लू प्रिंट हमने तैयार किया है।
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