*केंद्र और प्रदेश दोनों में हैं भाजपा की घोटालों की सरकार: संजय सिंह*
*आप के राज्यसभा सांसद ने भाजपा-कांग्रेस पर किया तीखा हमला*
*कांग्रेस को बताया भाजपा के सेवानिवृत्त भ्रष्टाचारियों की ऐशगाह*
*भोपाल, 1 नवंबर।* आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने भाजपा-कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए एक तरफ जहां भाजपा नीत केंद्र और राज्य सरकार को घोटालों की सरकार करार दिया, वहीं कांग्रेस को भाजपा के सेवानिवृत्त भ्रष्टाचारियों की ऐशगाह करार दिया। वे प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे भोपाल से अपने चुनावी दौरे की शुरुआत कर रहे हैं और अब मतदान तक मध्य प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जाकर आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने के लिए अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के जो हालात हैं, वह यहां की जनता से छुपे नहीं हैं। पिछले 15 सालों में भाजपा और शिवराज सिंह की सरकार ने मध्य प्रदेश को घोटाला प्रदेश के रूप में पहचान दिलाई है। कुपोषण प्रदेश के रूप में पहचान दिलाई है। शिवराज सरकार भ्रष्टाचार में सिर से लेकर पांव तक डूबी हुई है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की आजादी के बाद का अब तक सबसे बड़ा खूनी घोटाला व्यापमं घोटाला है। इस घोटाले में भाजपा सरकार के शीर्ष नेताओं का नाम प्रमुखता से आया है। बहुत से साक्ष्य सामने आए, लेकिन सीबीआई इनकी थी तो किसी तरह बचाए रखा गया। उन्होंने केहा कि इसमें पत्रकार की मौत हुई, कई नेताओं की मौत हुई, राज्यपाल के बेटे तक की मौत हुई, लेकिन व्यापमं का सच अभी तक सामने नहीं आया है। इसके खिलाफ जो पार्टी संघर्ष कर रही है, वह आम आदमी पार्टी है।
*भाजपा के भ्रष्टाचार से नहीं लड़ सकती कांग्रेसे, दोनों में मिलीभगत*
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव मैदान में बहरूपिया बनकर निकली है। वह भाजपा के सेवानिवृत्त भ्रष्टाचारियों को नौकरी दे रही है। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए संजय शर्मा और गुलाब सिंह किरार का जिक्र करते हुए कहा कि खनन घोटाले और व्यापमं में शािमल रहे लोगों को कांग्रेस अब अपने यहां जगह दे रही है। इसलिए कांग्रेस भाजपा के भ्रष्टाचार से नहीं लड़ सकती है। चाहे वह व्यापमं का घोटाला हो, या डंपर घोटाला हो, या फिर ईटेंडरिंग का घोटाला इनसे कांग्रेस नहीं लड़ सकती है। न ही वह प्रदेश के शिक्षा, स्वास्थ्य सड़क को बेहतर बना सकती है, जिस सड़कों को शिवराज सिंह अमरीका से अच्छा बताते हैं। उन्हें कांग्रेस ठीक नहीं कर सकती है, क्योंकि इन दोनों के बीच मिला जुला खेल चल रहा है। कमलनाथ के खिलाफ मोदी जी प्रचार के लिए नहीं जाते हैं, तो शिवराज के खिलाफ कांग्रेस मजबूत प्रत्याशी नहीं देती है। कमलनाथ का नाम जिन कंपनियों से जुड़ा है, उन्हें बड़े बड़े बडे ठेके मध्य प्रदेश में मिले हैं। इन कंपनियों में कमलनाथ और उनके परिवार की कंपनियां शामिल हैं। इसलिए कांग्रेस इस भ्रष्ट घोटालेबाज भाजपा सरकार का कोई विकल्प नहीं है। वह भाजपा से नहीं लड़ सकती है।
*एकमात्र ईमानदार विकल्प है आम आदमी पार्टी*
उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ एकमात्र ईमानदार विकल्प आम आदमी पार्टी है। दिल्ली में हम देश में सबसे सस्ती बिजली दे रहे हैं। मुफ्त में पानी हम दे रहे हैं। शिक्षा को देश में सबसे बेहतर बनाने का काम दिल्ली की सरकार ने किया है। स्वास्थ्य में मोहल्ला क्लिीनिक के हमारे मॉडल की तारीफ संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून ने तक की है। ऐसा ही मॉडल लेकर हम मध्य प्रदेश में आए हैं। हमें विश्वास है कि आम आदमी पार्टी पर जनता भरोसा दिखाएगी और यहां ईमानदार सरकार को विकल्प के रूप में चुनेगी।
*राफेल और आरबीआई के सेक्शन 7 पर केंद्र को घेरा*
उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हाल ही में दो मामले चर्चित रहे हैं। एक राफेल का दूसरा आरबीआई में सेक्शन 7 का। उन्होंने कहा कि सेक्शन 7 पर मीडिया खामोश क्यों है, यह हैरानी की बात है। सेक्शन 7 के जरिये 83 वर्ष से जो जो संस्था स्वायत्त थी, जो अपनी अलग पहचान रखती है। उसे खत्म करने की कोशिश की जा रही है। सेक्शन 7 के जरिये मोदी सरकार अपने करीबी पूंजीपतियों को बड़े लोन देने के लिए आरबीआई से पैसा निकालकर बैंकों का घाटा पूरा करने के लिए निर्देशित करेगी, जो कि कहीं से भी ठीक नहीं है। यह देश को दीवालिया बनाने की ओर ले जा रहे हैं। देश का जो छोटा कर्जदार है, वह दो पांच लाख का कर्ज लेता है, तो तमाम चीजें गिरवी रखा ली जाती हैं, लेकिन लाखों करोड़ों हजार का कर्ज लेने वाले उद्योगपतियों को सरकार पैसा बांटती है, और जब वे नहीं चुकाते हैं, तो जनता से उसकी वसूली की जाती है। यह कर्ज अंबानी, अडानी, चौकसी जैसे पूंजीपति ले रहे हैं। जो कि अब बढ़कर 10 लाख 25 हजार करोड़ हो गया है। यह एनपीए है यानी नॉन परफार्मिंग असैट। इसी पैसे की भरपाई के लिए सेक्शन 7 लाया गया है। बड़े पूंजीपतियों ने 10 लाख का चूना लगाया है, उसे सेक्शन 7 के जरिये चुकाने की तैयारी की गई है।
*राफेल में दो सवालों का जवाब नहीं दे रही सरकार*
उन्होंने कहा कि दूसरा बड़ा सवाल राफेल का है। राफेल का 36 हजार करोड़ का महा घोटाला है। जब हमने इस बात को उठाया तो पहले ही दिन अंबानी ने 5 हजार करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। मानहानि का मुकदमा चाहे 5 हजार करोड़ का करो या 50 हजार करोड़ का लेकिन इतना भर बता दो कि इसकी सच्चाई क्या है? पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि वह दो सवालों के जवाब दे, पहला- 1 राफेल की कीमत कितनी है? और दूसरा सवाल कि इनको बनाने की प्रक्रिया क्या है? इन दोनों सवालों के जवाब मोदी जी और भाजपा सरकार नहीं दे रहे हैं। वह देंगे भी नहीं, क्योंकि 526 करोड़ का जहाज 1670 करोड़ में खरीदा गया। वहीं 78 साल पुरानी अनुभवशील हजारों इंजीनियरों वाली कंपनी एचएएल जो 17 दिन पहले तक खरीद प्रक्रिया में शामिल थी, उसे हटाकर 12 दिन पहले बनी अंबानी की कंपनी को ठेका दिया गया।
*रक्षा मंत्री का बयान है झूठा, क्या किसी को देश हित के खिलाफ भी बना देंगे ऑफसेट पार्टनर*
उन्होंने कहा कि राफेल मामले में रक्षा मंत्री कहती हैं, कि फ्रांस की कंपनी किसे अपना साझेदार बनाती है, इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है। तब तो कल कोई दाउद इब्राहीम फ्रांस की कंपनी के साथ साझेदारी कर लेगा, और फ्रांस की कंपनी उसे अपना ऑफसेट पार्टनर बना लेगी, तो क्या हम किसी आतंकी के हाथ में ठेका जाने देंगे। यह पूरी तरह झूठी बात है। सरकार का अपना डिफेंस प्रिक्योरमेंट प्रोसीजर 2013 का क्लॉज नंबर 4.1 कहता है कि कोई कंपनी संबंधित उत्पाद करने में सक्षम नहीं है, तब तक उसे साझेदार नहीं बनाया जा सकता है। इस मामले में उत्पाद का अर्थ लड़ाकू विमान है, जिसे बनाने का अनुभव अंबानी की कंपनी के पास नहीं है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र की सरकार है जो राफेल और आरबीआई में सेक्शन 7 के जरिये घोटाला करती है। दूसरी तरफ शिवराज सरकार है जो व्यापमं का घोटाला करती है, डंपर, ईटेंडरिंग जैसे हजारों हजार करोड़ के घोटाले करती है। और तीसरी तरफ कांग्रेस है जो भ्रष्टाचारियों की ऐशगाह बन गई है। ऐसे में जनता के सवालों पर ईमानदारी से लडऩे वाली पार्टी आम आदमी पार्टी है।
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