रविवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से आप दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने CYSS और AISA के साँझे पैनल के साथ छात्रों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि छात्र राजनीति के चुनाव लड़ने वाला प्रत्याशी छात्रों के मुद्दों पर चुनाव लड़ने वाले होने चाहिए, और जीतने के बाद छात्रों के काम करने वाले होने चाहिए, उनके हक के लिए लड़ने वाले होने चाहिए। इतिहास में पहली बार हो रहा है की गुंडागर्दी और पैसों की राजनीति के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को CYSS और AISA के साँझे पैनल के रूप में ऐसा ही एक सशक्त विकल्प मिला है।
दिल्ली विश्वविद्यालय का चुनाव देश में एकमात्र ऐसा चुनाव है जिसमें 52 कॉलेज के छात्र शामिल होते हैं। देश के दूसरे विश्वविद्यालय जैसे BHU जेएनयू और लखनऊ विश्वविद्यालय आदि जैसे और भी कई यूनिवर्सिटी हैं जहां केवल एक कैंपस का चुनाव होता है।
फेसबुक लाइव में मौजूद इस सांझे पैनल से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अभिज्ञान ने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि आज से पहले चुनाव में केवल प्रचार किया जाता था मसल पावर और पैसों की पावर दिखाई जाती थी। लेकिन हम लोग छात्रों के पास जा रहे हैं, छात्रों से उनकी समस्याओं पर बात कर रहे हैं, और हमारे घोषणा पत्र में जो वादे हमने किए हैं उन सभी के बारे में छात्रों को बता रहे हैं। गुंडागर्दी और पैसों के बल पर नहीं बल्कि छात्रों के मुद्दों पर वोट की अपील कर रहे हैं।
उपाध्यक्ष पद की उम्मीदवार अंशिका सिंह ने कहा कि कुछ दिनों से कुछ गुंडे प्रवृत्ति के लोग हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हम उनको बता देना चाहते हैं कि हम डरने वाले नहीं हैं। इस बार डूसू के हालात बदल कर ही रहेंगे। कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा हमेशा से ही एक गंभीर मुद्दा रहा है, लेकिन यह जो ABVP और NSUI छात्र संघ है, इन्होंने हमेशा वादा तो किया लेकिन जीतने के बाद कभी इस मुद्दे पर कोई काम नहीं किया। अंशिका सिंह ने सभी छात्रों से वोट की अपील की और कहा अगर हमारा पैनल जीतता है तो हम प्रशासन से पूरे कैंपस में सीसीटीवी कैमरा लगवाने का काम करेंगे, और जगह-जगह पुलिस चौकी की व्यवस्था की मांग करेंगे ताकि छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सचिव पद के उम्मीदवार चंद्रमणि देव ने छात्रों से लाइव के माध्यम से बातचीत करते हुए कहा कि बहुत सारे छात्र सवाल करते हैं कि आप कैसे व्यवस्था को बदलेंगे। तो मैं उनको बता देना चाहता हूं कि जैसा दिल्ली सरकार ने दिल्ली के स्कूलों में अद्भुत परिवर्तन करके दिखाएं हैं जो आज से पहले कोई भी सरकार नहीं कर पाई थी। उसी प्रकार से हम डूसू कैंपस में परिवर्तन करके दिखाएंगे। मैं भी पूर्वांचल से आता हूं और बाहर से आने वाले छात्रों को हॉस्टल लेने के लिए कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है यह मैं अच्छी तरह से जानता हूं। अगर हम लोग पैनल में आते हैं तो हम प्रशासन से हॉस्टल की संख्या बढ़ाने पर काम करेंगे, ताकि बाहर से आने वाले सभी छात्रों एवं छात्राओं को हॉस्टल मिल सके।
उप सचिव पद के उम्मीदवार सन्नी तवर ने छात्रों से बातचीत करते हुए बताया कि हमारी और ABVP एवं NSUI की राजनीति में जमीन आसमान का अंतर है। वह लोग बड़ी बड़ी गाड़ियों में रैली निकालते हैं कॉलेज के बाहर से गुंडे-बदमाशों को अपने प्रचार में लेकर आते हैं। छात्रों को धमकाते हैं, डराते हैं, गुंडागर्दी की राजनीति करते हैं। चुनाव से पहले बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन चुनाव के बाद सब भूल जाते हैं। हम लोग पैदल पैदल घूम कर एक-एक कॉलेज में जाकर छात्रों से मिल रहे हैं। छात्रों से उनकी समस्याओं पर बातचीत कर रहे हैं। हम लोग गुंडागर्दी डरा-धमकाकर नहीं बल्कि छात्र मुद्दों पर हाथ जोड़कर वोट मांगने वाले लोग हैं। इस बार CYSS-AISA के सांझे पैनल को वोट देकर जिताओ ,और एक सकारात्मक राजनीति, छात्रों के हित की बात करने वाली राजनीति की शुरुआत करो।
THE JOINT PANEL OF CYSS-AISA INTERACTED WITH THE STUDENTS REGARDING POSITIVE & ALTERNATIVE POLITICS THROUGH FACEBOOK LIVE
The AAP Delhi Convener Gopal Rai and the joint panel of CYSS-AISA interacted with the students on positive politics.
He said that the candidates of CYSS-AISA must be able to contest the DUSU Election on the basis of student’s issue and after winning must be able to they must be able to work in favour of the students. For the first time in the history, the students of DU will experience CYSS-AISA as the new empowered alternate that will fight against the money and muscle power in the DU Campus.
The DUSU Election is the only election which involves students from 52 colleges of Delhi. The other big universities like BHU, JNU and Lucknow University organise the election in one campus.
Abhigyan the candidate for President post said through the facebook live that “till today the students have experienced a political campaigning with the help of money and muscle power, but we are going to the students, talk to them on their various issues, and we are also telling the students about our election manifesto.
We are requesting for vote not by forcing or threatening the students but by raising student’s issues.
The candidate for the Vice-President post Anshika Singh said “some hooligans are continuously trying to threaten us but we are not going to be afraid at all. We are determined that we will change the condition of DUSU. The women safety has always been a serious issue in the campus. ABVP-NSUI has always promised in their manifesto to solve the problem of women safety in the campus but never work for it after winning the election”. Anshika Singh urged the students to vote the joint panel of CYSS-AISA and said ” if our panel wins the election, we will ensure that the administration puts CCTV cameras in the campus and also ensure that there is police booths in every corner so that the student’s safety and security remains the priority.
Chandramani Dev a boy from Poorvanchal and the candidate for the post of Secretary said talking to the students that “the student ask us that how are we going to change the system in DU? We say just like the Government schools of Delhi. The way Delhi Government has brought an revolutionary change in the schools which was not been done in years similarly we are we will bring an extraordinary change in the DU campus. I belong to Poorvanchal and can easily connect to the problems faced by the students coming here from other states to study. If we come into power will stree on to building more hostels so that maximum number of students may avail them to have a convinient and cheap stay”.
Sunny Tanwar the candidate for the post of Joint Secretary said “there is a vast difference our joint panel and the ABVP-NSUI. They take out their rallies in big and expensive cars, bring hooligans from outside the campus to force the students to vote them, and threaten the students. They talk about student welfare before the election and forget everything after they win the election. We are continuously walking down to every campus of DU and discussing their problems with them. We fold our hands and request for votes from the students rather than forcing and threatening them. Support the CYSS-AISA joint panel, and start a politics in favour of the students.
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