*भाजपा को दिल्ली में सिर्फ और सिर्फ आम आदमी पार्टी ही हरा सकती है : अरविंद केजरीवाल*
*दिल्ली में कांग्रेस केवल वोट कटवा पार्टी है कांग्रेस को वोट देने का मतलब है भाजपा को जिताना :अरविंद केजरीवाल*
नई दिल्ली, 3 फरवरी 2019, रविवार को मुस्तफाबाद विधानसभा इलाके में अनियमित कॉलोनी में विकास कार्यों के उद्घाटन समारोह में जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी और अमित शाह इस देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है। 2019 में अगर दोबारा मोदी और अमित शाह सत्ता में आए तो यह इस देश के संविधान को खत्म कर देंगे, देश से चुनावी प्रक्रिया को समाप्त कर देंगे।
सन 1947 में भारत आजाद हुआ और देश के दो हिस्से हुए। एक हिंदुस्तान और दूसरा पाकिस्तान। आजादी के बाद से ही पाकिस्तान हमारे देश में लोगों को जात-पात और धर्म के नाम पर बांटने की और हमारी देश की अर्थव्यवस्था को खत्म करने की कोशिश करता रहा है। पिछले 70 साल में पाकिस्तान जो नहीं कर पाया, मोदी और शाह की जोड़ी ने 5 साल के अंदर कर दिया।
यह लोग नफरत की राजनीति करते हैं, जात-पात की, धर्म की राजनीति करते हैं। हरियाणा में जाट को नॉन जाट से लड़वाया, महाराष्ट्र में मराठा को नॉन मराठा से लड़वाया, यूपी में हिंदू से मुसलमानों को लड़वाया। मोदी और शाह ने मिलकर इस देश का बेड़ा गर्क कर दिया है।
जिस तरह से पश्चिम बंगाल के अंदर भाजपा को केवल ममता बनर्जी की पार्टी हरा सकती है, उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश यादव की पार्टियां हरा सकती हैं, तमिलनाडु में डीएमके हरा सकती है, तेलंगाना में केसीआर हरा सकते है, उसी प्रकार से दिल्ली में भाजपा को सिर्फ और सिर्फ आम आदमी पार्टी हरा सकती है। कांग्रेस का दिल्ली में कोई अस्तित्व नहीं है। कांग्रेस को वोट देने का मतलब है भाजपा को जिताना।
आज दिल्ली में भाजपा और आरएसएस वाले कांग्रेस का प्रचार कर रहे हैं। इसके पीछे भी एक गणित है। पिछली बार लोकसभा चुनाव में दिल्ली में भाजपा को 46%, आम आदमी पार्टी को 33% और कांग्रेस को 15% वोट मिला था। आज सारे सर्वे दिखा रहे हैं कि भाजपा का वोट 10% नीचे गिरा है। अगर यह 10% कांग्रेस को मिलता है तो कांग्रेस का वोट प्रतिशत 25 हो जाएगा, और भाजपा फिर एक बार सातों सीटों पर जीत जाएगी। लेकिन यही 10% अगर आम आदमी पार्टी को मिलता है, तो आम आदमी पार्टी का वोट 43% हो जाएगा और आम आदमी पार्टी दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर जीत जाएगी।
कांग्रेस को वोट देना मतलब भाजपा को जिताना है। इसका ताजा उदाहरण हरियाणा के जींद में हुए उपचुनाव से समझा जा सकता है। जींद के उपचुनाव में भाजपा को 50 हजार वोट मिले, दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला की नई पार्टी को 33 हजार वोट मिले, और कांग्रेस को 15 हज़ार वोट मिले। अगर कांग्रेस वहां पर वोट काटने का काम नहीं करती, तो जींद उपचुनाव में भाजपा हार जाती। ठीक यही स्थिति कांग्रेस की दिल्ली में भी है। दिल्ली में कांग्रेस केवल एक वोट कटवा पार्टी बनकर रह गई है।
भाजपा चुनाव जीतने के लिए हर तरह का प्रयास कर रही है। जिस तरह से भाजपा ने तेलंगाना में 22 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से कटवा दिए थे, उसी प्रकार से दिल्ली में भी भाजपा ने 30 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से कटवा दिए हैं। मैं चुनाव आयोग से आप लोगों के संवैधानिक अधिकार के लिए लड़ रहा हूं। मैं वादा करता हूं कि जिन लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं, उन्हें दोबारा से मतदाता सूची में चढ़वा कर रहूंगा। लेकिन आप लोगों को भी एक वादा करना होगा, की मोदी और शाह की इस तानाशाही से देश को बचाने में आप लोग मेरा साथ दोगे।
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