
*नई दुनियां उर्दू अखबार के संपादक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दीकी ने किया आम आदमी पार्टी का समर्थन*
*नई दिल्ली 26 अप्रैल 2019*
आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि नई दुनियां उर्दू अखबार के संपादक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दीकी ने दिल्ली की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए दिल्ली में आम आदमी पार्टी का समर्थन करने का प्रस्ताव दिया है। आम आदमी पार्टी उनके इस निर्णय का स्वागत करती है, और इस निर्णय के लिए शाहिद सिद्दीकी जी का आभार प्रकट करती है।
शाहिद सिद्दीकी पूर्व में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव के पद पर भी रहे हैं। पत्रकारिता और राजनीति का एक लंबे समय का अनुभव रखते हैं। जब कभी इस देश की धर्म निरपेक्षता पर कोई संकट आया, नफरत की राजनीति को बढ़ावा दिया गया, या सम्प्रदायिकता की राजनीति का विस्तार करने की कोशिश की गई, तब तब शाहिद सिद्दीकी एक मुखर आवाज़ बनकर सामने आए हैं।
प्रेस वार्ता में मौजूद शाहिद सिद्दीकी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं किसी दल या पार्टी का विरोधी नहीं हूं बल्कि हिंदुस्तान के संविधान का समर्थक हूं, और आज मैं आम आदमी पार्टी के मंच पर यहां खड़ा हूं तो देश के संविधान को बचाने की लड़ाई में इनका साथ देने के लिए खड़ा हूं।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता था कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़े, परंतु ऐसा नहीं हो पाया। मैंने उत्तर प्रदेश में गठबंधन के समर्थन में कैंपेन किया, महाराष्ट्र में मैंने एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन में कैंपेन किया, बंगाल में मैं ममता जी की पार्टी के लिए कैंपेन कर रहा हूं।
दिल्ली में जो चुनावी परिस्थितियां हैं उसको देखते हुए मेरा मानना है, कि दिल्ली का वोट बटना नहीं चाहिए। दिल्ली में चाहे वे किसी भी जाति का, किसी भी धर्म का व्यक्ति हो, सबको मिलकर आम आदमी पार्टी का समर्थन करना चाहिए। यह वोट कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच में बैठना नहीं चाहिए। इसी सोच के साथ मैंने दिल्ली में आम आदमी पार्टी का समर्थन करने का फैसला लिया है।
शाहिद सिद्दीकी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां दिल्ली को उसका अधिकार दिलाने में नाकाम साबित हुई है। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा बहुत साल पहले मिल जाना चाहिए था। पूर्ण राज्य ना होने की वजह से आज दिल्ली के स्कूलों में, कॉलेजों में, अस्पतालों में, बाहरी राज्यों के लोगों के लिए तो दरवाजे खुले हैं, और खुद दिल्ली की जनता के लिए दरवाजे बंद से हो गए हैं।
पिछले 4 सालों में दिल्ली सरकार ने दिल्ली में जो बदलाव के काम किए, शिक्षा के क्षेत्र में जो बदलाव किए, चिकित्सा के क्षेत्र में जो बदलाव किए, दिल्ली की जनता को सस्ती बिजली मुफ्त पानी मुहैया कराया, यह सब केवल और केवल आम आदमी पार्टी की इमानदारी के कारण मुमकिन हो पाया है।
भाजपा और कांग्रेस के सांसद संसद में जाकर केवल और केवल अपने वरिष्ठ नेताओं की जबान बोलते हैं। कोई दिल्ली के हक के लिए आवाज नहीं उठाता। इस बार दिल्ली के सभी लोग, चाहे वह कांग्रेस के कार्यकर्ता हो या भाजपा के कार्यकर्ता, मिलकर आम आदमी पार्टी के 7 सांसदों को जिता कर संसद में भेजिए। आम आदमी पार्टी के सांसद दिल्ली की जनता की हक की आवाज को संसद में उठाएंगे।
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