*गोपाल राय ने कांग्रेस एवं भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्षों को चिट्ठी लिखकर पूर्ण राज्य पर माँगा उनका पक्ष।*
नई दिल्ली 25 फरवरी 2019 सोमवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि जिस तरह से भाजपा और कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनशन पर सवाल उठा रहे हैं, उसके मद्देनजर मैंने चिट्ठी लिखकर भाजपा एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों से दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने पर उनकी पार्टियों का पक्ष पूछा है।
चिट्ठी में भाजपा एवं कांग्रेस के नेताओं द्वारा अलग अलग समय पर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के नेताओं द्वारा जो मांग उठाई गई थी उनका जिक्र किया गया है।
चिट्ठी के माध्यम से गोपाल राय ने भाजपा एवं कांग्रेस से चार प्रश्न पूछे हैं जो निम्न प्रकार से हैं….
1- दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने पर भाजपा एवं कांग्रेस के पूर्व नेताओं का जो पक्ष रहा है आज की भाजपा और कांग्रेस उसे सही मानती है या गलत?
2- दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए या नहीं मिलना चाहिए?
3- अगर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलता है तो दिल्ली वालों को फायदा होगा या नुकसान होगा?
4- आडवाणी जी ने संसद में दिल्ली के लिए जो प्रस्ताव रखा था आज भाजपा का उस पर क्या पक्ष है?
दिल्ली कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित जी के बयान पर पलटवार करते हुए गोपाल राय ने कहा कि शीला दीक्षित जी का यह बयान कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अनशन क्यों कर रहे हैं समझ के बिल्कुल ही परे है।
भाजपा की तरह कांग्रेस भी एक लंबे समय से दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे का समर्थन करती रही है। यहां तक कि शीला दीक्षित जी ने स्वयं कई बार दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने की बात कही है। परंतु आज जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अनशन पर बैठ रहे हैं तो शीला दीक्षित जी का इस तरह का बयान उनकी मंशा पर और दिल्ली के लोगों को लेकर उनकी निष्पक्षता पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
अंत में गोपाल राय ने भाजपा एवं कांग्रेस की ओर से जल्द ही उनके द्वारा लिखी गई चिट्ठी का जवाब आने की संभावना जताई।
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