दिल्ली में हार के डर से भाजपा ने अधिकारियों के साथ मिलकर, मतदाता सूची से कटवाए लाखों लोगों के नाम : अरविंद केजरीवाल
केंद्रीय चुनाव आयुक्त से मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों के बाद दिल्ली में मतदाता सूची में बहुत बड़े स्तर पर छेड़छाड़ की गई है। लगभग 10 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं। जब हमने अपने स्तर पर उनकी जांच की तो पता चला इस सूची से काटे गए ज्यादातर नाम उन लोगों के हैं जो आम आदमी पार्टी के वोटर हैं। उसका सबूत ये है कि काटे गए वोटों में आम आदमी पार्टी के विधायक के परिवार के सदस्यों के भी वोट शामिल हैं।
आज भाजपा बुरी तरह से डरी हुई है इसीलिए वह चुनाव जीतने के लिए अधिकारियों से मिलकर या उनपर दबाव बनाकर कभी तो EVM मशीन में गड़बड़ी कर देते हैं तो कभी मतदाता सूची में गड़बड़ कर देते हैं।
हमने चुनाव आयोग को 9 व्यक्तियों के नाम की एक लिस्ट दी जिनके नाम मतदाता सूची से काट दिए गए थे। जब हमने जांच करी तो पता चला कि BLO ने घर बैठकर ही उनके नाम सूची से काट दिए। BLO ने अपनी गलती स्वीकार की और दोबारा से इन लोगों के नाम मतदाता सूची में चढ़ाने की बात कही।
हमारी चुनाव आयोग से यह मांग है कि जिन लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं उन सभी के नामों की लिस्ट वेबसाइट पर डाली जाए, ताकि जिन लोगों के नाम गलती से काट दिए गए हैं, अधिकारी लोग उनके घर जाकर जांच पड़ताल करके उनके नाम दोबारा से मतदाता सूची में चढ़ा सके। मुझे खुशी है कि चुनाव आयोग ने हमारी इस मांग को मंजूर किया।
दूसरा हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि जिन अधिकारियों ने यह गैर-जिम्मेदाराना काम किया है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। चुनाव आयोग ने कहा है कि सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में और वीडियो रिकॉर्डिंग करते हुए लाल कुआं और तुगलकाबाद इलाके की मतदाता सूची की जांच सेम्पल के तौर पर की जाएगी और अगर उस में पाया जाता है कि जानबूझकर कुछ अधिकारियों ने, मौजूद लोगों के नाम भी काट दिए हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और पूरी दिल्ली की मतदाता सूची की जांच की जाएगी, और गलती से जिनके नाम काट दिए गए हैं, उनको दोबारा से मतदाता सूची में चढ़ाया जाएगा।
मीडिया के माध्यम से अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग से अपील की, कि जल्दी से जल्दी काटे गए नामों की सूची तैयार करके वेबसाइट पर डाली जाए ताकि जिन लोगों के नाम कटे हैं वह लोग अपने नाम को दोबारा से मतदाता सूची में चढ़ा सके। क्योंकि वोट देना हर भारतीय नागरिक का संविधानिक अधिकार है, और इसको कोई भी संस्थान छीन नहीं सकता। दूसरा सभी दिल्ली के नागरिकों से अपील करी कि वह सभी लोग चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर जांच कर लें कि कहीं उनका नाम भी तो मतदाता सूची से नहीं काट दिया गया है।
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