दिल्ली में सीलिंग नही रुकी तो आम आदमी पार्टी दिल्ली के व्यापारियों के साथ मिलकर पूरी दिल्ली में करेगी विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली। एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए नई दिल्ली लोकसभा प्रभारी बृजेश गोयल ने बताया कि दिल्ली में सीलिंग को आज एक साल पूरा हो गया है। दिल्ली में सीलिंग पिछले साल 14 दिसंबर 2017 को शुरू हुई थी। जिसमे अमर कॉलोनी, मानसरोवर पार्क, नारायणा और पुरे दिल्ली में कई इलाको में सीलिंग की कार्रवाई की गई। दिल्ली में अब तक लगभग 20 हज़ार से ज़्यादा दुकानें और फैक्टरियों को सील किया जा चुका है।
उन्होंने अपने साथ प्रेस वार्ता में मौजूद जगदीश गुप्ता, मनोज गुप्ता, हर्ष बंसल, बुद्धसेन शर्मा का उदाहरण देते हुए कहा कि इनके जैसे दिल्ली में हज़ारों व्यापारी भाई हैं जिनकी दिल्ली के तमाम बड़े बड़े इलाको में दुकाने थी, जो अब सील हो चुकी है।पिछले एक साल से इनकी दुकाने सील पड़ी हैं। इनके सामने रोजी रोटी की बहुत बड़ी समस्या है। ये अपना घर कैसे चलाए, बच्चों की फीस कैसे भरे, घर में राशन कहा से लाएं।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से दिल्ली से सभी व्यापारी इस सीलिंग के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। हमने दिल्ली के व्यापारियों के साथ मिलकर 4 बार दिल्ली बंद किया, सातो सांसदों के घर में हमने कटोरा मार्च निकाला माननीय प्रधानमंत्री जी के घर पर, मैं खुद कटोरा लेके व्यापारियों के साथ गया, जिस वजह से हमें 6 घंटे तक पार्लियामेंट्री स्टेट थाने में बंद कर दिया गया। इसके बाद राजघाट पर हमने मार्च किया, हमने भूख हड़ताल की, जो हम कर सकते थे हमने किया, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी सीलिंग की समस्या का कोई समाधान नही निकला।
चूँकि संसद सत्र चल रहा है तो आज हम संसद से, और भाजपा के सातों सांसदों से हम मांग कर रहे है की यह जो 20 हज़ार के आस पास दुकाने, फैक्टरियां और प्रॉपर्टी सील हैं, आप तुरंत एक अध्यादेश या बिल लाकर कानून बनाइए और दिल्ली के व्यापारियों को सीलिंग से राहत दीजिए।
हमारी मांगे है कि लोकसभा चुनाव से पहले अध्यादेश लाया जाए, क्योंकि चुनाव का एलान होते ही आचार सहिता लग जाएगी जिसके बाद कोई अध्यादेश लागू नहीं हो पाएगा।
सीलिंग रुकवाने के लिए हमने दिल्ली के व्यापारियों के साथ मिलकर, 2 बार शहरी विकास मंत्री हरदीप पूरी जी से मुलाकात की, भूरेलाल जी से भी मिला, एमसीडी के अधिकारियों से मिला परंतु किसी ने भी समाधान नही दिया। यह सीलिंग नहीं रुक रही क्योंकि इसका समाधान केवल केंद्र ही कर सकता है।क्योंकि केंद्र ने ही इसे शुरू किया और केंद्र ही इसे खत्म कर सकता है। अगर केंद्र ने ऐसा नहीं किया तो हम 19 तारीख को एक रैली निकालेंगे और जंतर मंतर जायेंगे जिसमें तमाम व्यापारी इक्कठा होंगे, और उसमें ही व्यापारी यह बड़ा फैसला लेंगे की आगे क्या करना है। संसद का घेराव करना है या प्रधानमंत्री आवास का घेराव करना है।
ब्रेजेश गोयल ने कहा की हम सब व्यापारियों का केंद्र सरकार से अनुरोध है की अब सीलिंग को रुकवाईए, नहीं तो हमें कुछ सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।
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