In the last few days three cases of human trafficking has been registered in Delhi from Munirka, Maidan Garhi and one latest from Paharganj. These areas are known for its hustle and bustle hence it is impossible for the police to come up with an excuse that they had no idea about the human trafficking going on under their nose. The AAP Chief Spokesperson Saurabh Bharadwaj informed the media in a press conference that the initiative of Delhi Women’s Commission helped in rescuing many girls from the above mentioned areas of Delhi who were brought from Nepal and the nearby areas and were about to trafficked to other countries like Dubai, Saudi Arab and Sri Lanka. The trafficking of girls from Nepal has been going on in Delhi from a very long time but the police did not bother to investigate the matter and take action against it.
Mr Bharadwaj further informed that not a single FIR has been registered on the name of human trafficking in Delhi. This proves the carelessness of the police and the Central Government who are assumed to have an internal connection with the international syndicate. They are the ones who shout out slogans against a cow being trafficked but turn deaf and dumb on the trafficking of girls who are brought from different countries and kept in Delhi and later on sold to other countries.
The External Affairs Department and the Immigrant Department has been blind to the trafficking. If Delhi had been equipped with CCTV Cameras then it would have been much easy to find out the places and people involved in the trafficking. The Central Government, Delhi Police and the Home Minister Rajnath Singh are the ones responsible to carry out raid in such cases but the raid was put up by the Delhi’s Women Commission. Leave BJP , Congress Leader Ajay Maken could not gather courage to question the Centre on human trafficking but has all the time to point out figure at AAP.
It is a matter of shame that a country which worships woman is involved in woman trafficking and few political parties support the corrupt practice just for some political bernefit.
मोदी सरकार की विफल कानून व्यवस्था के कारण दिल्ली बनता जा रहा है मानव तस्करी का अड्डा : AAP
भाजपा की पुलिस का काम दिल्ली महिला आयोग को करना पड़ रहा है
महिलाओं की तस्करी में भाजपा के बड़े नेता और पुलिस के आला अफसरों के मिले होने की आशंका : सौरभ भारद्वाज
बुधवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बताया कि ‘देश और दिल्ली में महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाएँ आए दिन सामने आती रहती हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में दिल्ली के अन्दर, दूसरे देशों से महिलाओं को लाकर रखना और फिर उन्हें दिल्ली से सऊदी अरब, दुबई, और श्रीलंका जैसे देशों में बेचने की जो घटना सामने आई है, वो बड़ी ही दुखद और हैरान करने वाली हैं।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पिछले एक हफ्ते में दिल्ली के तीन अलग-अलग इलाकों (मुनिरका, मैदान गढ़ी, पहाड़गंज) से बड़ी संख्या में नेपाल और आस-पास के इलाकों से लाई गई लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया। हैरान करने वाली बात ये है कि ये सभी इलाके बड़े ही भीड़-भाड़ वाले हैं, और कोई भी इलाका ऐसा दूर-दराज़ वाला नहीं है कि जहाँ पुलिस ये कह सके कि हम पहुँच नहीं पाए। ये बड़ी ही चौकाने वाली बात है कि इन सभी चीजों की जानकारी महिला आयोग को तो मिल गई लेकिन पुलिस के पास इस सम्बन्ध में एक छोटी सी भी जानकारी नहीं थी।
कल पहाड़गंज के जिस होटल से नेपाल की लडकियों को छुड़ाया गया, उस होटल में पिछले कई महीनों से नेपाल से लड़कियां लाकर रखी जा रही थीं, और उन्हें दूसरे देशों में बेचने का कारोबार किया जा रहा था। आस-पास के लोगों को भी इस बारे में सारी ख़बर थी, तो ये कैसे मान लिया जाए कि पुलिस को इसके बारे में कोई खबर नहीं थी।
इस पूरे प्रकरण में ये सबसे शर्मनाक बात है कि इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाबजूद दिल्ली पुलिस ने अभी तक इस प्रकरण से जुड़े किसी बड़े अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया। उससे भी शर्मनाक बात ये है कि दिल्ली पुलिस ने इस प्रकरण में अभी तक FIR तक दर्ज नहीं की। ये दर्शाता है कि ये जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मानव तस्करी का कारोबार चल रहा है, इसके तार पुलिस महकमे में बड़े अधिकारियों से लेकर केंद्र की सरकार में बैठे बड़े-बड़े नेताओ से जुड़े है।
आज एक गाय को एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाना आसान नहीं है, लेकिन लड़कियों को दूसरे देशों से भारत लाना और भारत से दूसरे देशों में बेचा जा रहा है, ये कैसे मुमकिन है कि बिना विदेश मंत्रालय की जानकारी के ये सब काम हो रहे हैं। आप अगर दुबई जाकर काम करना चाहो तो आपको वीजा नहीं मिलेगा, तो ये नेपाल से लाई जा रही लड़कियों को वीज़ा कौन दे रहा है? इमीग्रेशन विभाग क्यों आँख पर पट्टी बांधकर बैठा हुआ है? ये सारी बातें, इन सब घटनाओं में बड़े पुलिस अधिकारियों और बड़े-बड़े नेताओं के शामिल होने को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। इतने बड़े मामले में दिल्ली पुलिस कुछ छोटे-मोटे कुक और ड्राइवर जैसे लोगों को पकड़कर मामले को कमज़ोर करने की पूरी कोशिश कर रही है।
सौरभ भारद्वाज ने कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए कहा कि, ये बात समझ आती है कि भाजपा इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रही है, क्यूंकि सरकार भाजपा की है, पुलिस भाजपा की है, जवाबदेही भाजपा की बनती है। लेकिन ये बड़ी ही हैरान कर देने वाली बात है कि झूठे आरोपों पर भी आम आदमी पार्टी को घेर लेने वाली कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन जी इस पूरे मुद्दे पर भाजपा से कोई सवाल नहीं पूछ रहे हैं?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर दिल्ली में CCTV कैमरा लगने का जो काम था, वो हो गया होता तो आज पता चल जाता कि वो कौन दलाल हैं जो इन लड़कियों को यहाँ लेकर आया है। और वो कौन-कौन पुलिसवाले हैं जो यहाँ से गुज़रे लेकिन कोई कार्रवाई करने की कोशिश ही नहीं की। सही मायने में जो काम दिल्ली महिला आयोग कर रहा है वो भाजपा की पुलिस का है जो कि राजनाथ सिंह जी के अधीन आती है। आज पुलिस प्रशासन अपना काम ना करके उल्टा केस को कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा है जो भाजपा की केंद्र सरकार और पुलिस महकमे को शक के दायरे में लाकर खड़ा करता है।
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