*सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने यह साबित किया कि नरेंद्र मोदी जी ने राफेल की जांच से बचने के लिए अलोकतांत्रिक तरीके से आलोक वर्मा को उनके पद से हटाया : संजय सिंह*
*अगर आलोक वर्मा जी को बीते दिनों में काम करने दिया गया होता, तो राफेल मामले में भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष झूठ बोलकर जो फैसला अपने हक में करवाया शायद वो नहीं होता: संजय सिंह*
*सवर्णों को 10% आरक्षण देने के नाम पर भाजपा एक बार फिर देश की जनता से झूठ बोल रही है: संजय सिंह*
*नई दिल्ली, 8 जनवरी, मंगलवार*। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आज के फैसले ने यह साबित कर दिया है कि नरेंद्र मोदी जी ने राफेल घोटाले से बचने के लिए आधी रात को सीबीआई के दफ्तर में छापा मारकर जो फेरबदल किया, आलोक वर्मा को पद से हटाया और सीबीआई के दफ्तर पर जो कब्जा करने की कोशिश की, वह पूरी तरीके से अलोकतांत्रिक और नियम कानूनों को ताक पर रखकर की गई कार्यवाही थी।
उन्होंने कहा क्योंकि प्रधानमंत्री डीओपीटी के मंत्री भी हैं और सीबीआई एवं सीबीसी भी उन्हीं के अधीन आती है जिसका उन्होंने असंवैधानिक तरीके से उपयोग करने की कोशिश की, अपने इस अमानवीय कृत्य के लिए, देश की जनता से झूठ बोलने के लिए और देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोलने के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता से और सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा कि वह ऐसा कौन सा काला कारनामा था, जिसमें आपकी मदद करने से आलोक वर्मा जी ने मना कर दिया। वो कौनसा काला कारनामा था जिसके चलते आपको आधी रात को आलोक वर्मा को उनके पद से हटाना पड़ा, और सीबीआई के दफ्तर पर कब्जा करना पड़ा।
नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्वर्णो को 10% के आरक्षण दिए जाने की बात को लेकर संजय सिंह ने कहा कि मोदी जी फिर एक बार देश की जनता से झूठ बोल रहे हैं। क्योंकि सभी जानते हैं जिस भी राज्य में 50% आरक्षण का दायरा पार करने की कोशिश करी, तो सुप्रीम कोर्ट ने या फिर हाईकोर्ट ने उस पर रोक लगा दी।
सवर्णों को 10% का आरक्षण भी नरेंद्र मोदी जी के बाकी जुमलों की तरह ही एक जुमला मात्र है। क्योंकि इस प्रकार का कोई भी कानून लागू करने के लिए वर्तमान सरकार को दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती है। परंतु ना तो लोकसभा में और ना ही राज्यसभा में भाजपा सरकार के पास दो तिहाई बहुमत है। यह केवल आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नरेंद्र मोदी जी ने आनन-फानन में देश की जनता के सामने एक और जुमला प्रस्तुत कर दिया है।
भाजपा का मुद्दा स्वर्ण को 10% आरक्षण देना नहीं है, बल्कि आरक्षण के मामले पर देश में एक बहस छेड़ कर, देश में एक बवाल खड़ा करके, दलितों को और पिछड़े वर्ग को मिलने वाला आरक्षण खत्म करवाना उनकी असल मंशा है।
राफेल पर सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया हम उसका सम्मान करते हैं। देर से ही सही मगर सही फैसला आया है। और हमें उम्मीद है कि राफेल की खरीद में जो घोटाला हुआ है, अब वह देश की जनता के सामने जल्द ही उजागर होगा।
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