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जिस तरह से जेएनयू की छात्राओं पर पुलिस द्वारा बर्बरता से लाठीचार्ज किया गया वो बेहद ही निंदनीय है। पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई की आम आदमी पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है। पुलिस की ये कार्रवाई केंद्र की भाजपा सरकार की महिला विरोधी और छात्र विरोधी सोच को भी दर्शाती है।

प्रेस कॉंफ्रैंस में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए पार्टी की पीएसी सदस्य और राष्ट्रीय प्रवक्ता आतिशी मार्लेना ने कहा कि ‘जिस तरह से कल जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की छात्राओं पर बर्बर तरीक़े से पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया वो बेहद ही शर्मनाक और निंदनीय है। छात्र वहां शांति से प्रदर्शन कर रहे थे और बिना शोर-शराबे के संसद की तरफ़ मार्च कर रहे थे, जहां पुलिस ने छात्र-छात्राओं को रोक कर बड़ी ही बुरी तरह से पीटा और विशेषकर छात्राओं पर बर्बर तरीक़े से लाठीचार्ज किया और बसों में बुरी तरह से उठा-उठाकर फेंका गया।

पुलिस की ये कार्रवाई निश्चित तौर पर केंद्र सरकार में बैठे उनके आकाओं की छात्र और महिला विरोधी सोच को दर्शाती है क्योंकि ऐसा ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले जब रोहित वेमुला के मामले में छात्र प्रदर्शन कर रहे थे तो भी पुलिस ने उतनी ही बर्बरता दिखाई थी और जब पिछले साल फरवरी के महीने में रामजस कॉलेज के बाहर भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों को दिल्ली पुलिस ने इसी तरह से पीटा था।

कल पुलिस ने एक कैमरामैन-पत्रकार को भी बुरी तरह से मारा जो बेहद ही शर्मनाक है, अब दिल्ली पुलिस ने प्रैस कॉंफ्रेंस करके ये सफ़ाई दी है कि चूंकि उन्हें लगा कि वो छात्र है इसलिए उन्हें पीटा गया। हम दिल्ली पुलिस से पूछना चाहते हैं कि क्या छात्रों को इतनी बुरी तरह से मारना उचित है?

पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए आम आदमी पार्टी की विधायक अल्का लाम्बा ने कहा कि ‘बीजेपी की वर्तमान सरकार में अगर कोई छात्र अपनी आवाज उठाता है तो उसे बर्बर तरीक़े से दबा दिया जाता है, मैं खुद भी दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ में रही हूं लेकिन मेरी याद में ऐसी कोई घटना नहीं है जिसमें छात्रों पर इतनी बुरी तरह से अत्याचार किया गया हो।

जेएनयू की छात्राएं अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ़ कार्रवाई की मांग ही कर रही हैं लेकिन बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा लगाने वाली बीजेपी सरकार आज बेटियों पर ही अत्याचार करने पर आमादा है। भाजपा सरकार की पुलिस उस आरोपी प्रोफ़ेसर की ज़मानत का विरोध तक नहीं करती है जिस पर छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोप है।

हम छात्राओं पर हुए इस बर्बर हमले के मुद्दे को लेकर गृहमंत्री, एलजी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मिलने की कोशिश करेंगे और उनके समक्ष इस पुलिसिया अत्याचार की शिकायत करेंगे।

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sudhir

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