AAP/PR1/20April
आयोग के पूर्व कानूनी विशेषक्ष ने ही चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए गंभीर सवाल
पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉंफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ‘चुनाव आयोग जब आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों का केस सुन रहा था तभी हम कह रहे थे कि चुनाव आयोग जिस तरह का बर्ताव कर रहा है वो पूरी तरह से पक्षपाती है और हमारे विधायकों को सुनने का मौका नहीं दिया जा रहा है।‘
‘गुजरात और हिमाचल चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग के पक्षपाती बर्ताव का आरोप लगाया था जब चुनाव आयोग ने सिर्फ़ हिमाचल चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया था और गुजरात की मतदान तारीखों को छोड़ दिया था।‘
‘53 साल से चुनाव आयोग के कानूनी विशेषज्ञ रहे श्री एस के मेहंदीरत्ता जी ने खुलासा किया है कि आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों के संसदीय सचिव मुद्दे पर और गुजरात चुनाव की तारीखों के मुद्दों पर आयोग के द्वारा उनसे सलाह तक नहीं ली गई थी।‘
‘अब ऐसा माना जा सकता है कि चुनाव आयोग पक्षपाती है। किसी भी प्रजातंत्र में चुनाव आयोग जैसी संस्था अगर पक्षपाती होगी तो ये बहुत बड़ा खतरा है। ये उतना ही बड़ा खतरा है कि मानो सुप्रीम कोर्ट को ही खत्म कर दिया जाए।‘
‘अब तो यह साफ़ हो गया है कि चुनाव आयोग को सलाह सीधा प्रधानमंत्री कार्यालय से आ रही थीं, उस वक्त के चुनाव आयुक्त श्री ए के जोति ने ये फ़ैसले लिए और पूरे देश को पता है कि श्री ए के जोति गुजरात में नरेंद्र मोदी जी के मुख्यमंत्री कार्यालय में उनके प्रधान सचिव रहे हैं और वो देश का चुनाव आयुक्त रहते हुए भी उनका ही काम कर रहे थे।‘
‘श्री मेहंदीरत्ता जी के इस खुलासे से अब यह साफ़ हो गया है कि देश का चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है और प्रधानमंत्री कार्यालय से ही दिल्ली की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है।‘
नोट- पूरी प्रेस कॉंफ्रेंस नीचे दिए गए इस वीडियो में देखी जा सकती है-
1 Comment