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आम आदमी पार्टी ने दिया अतिथि शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन

प्रदेश संयोजक ने अंबेडकर पार्क में सभा को किया संबोधित

आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल रविवार को अंबेडकर मैदान में धरना-प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों का समर्थन करने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि 2018 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी और मध्य प्रदेश की आप सरकार सबसे पहला लेगी उसमें दिल्ली की तर्ज पर सभी अतिथि शिक्षकों को समान वेतन लागू होगा, साथ ही उनका नियमितीकरण किया जाएगा।

प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी संगठनों के हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि आप लोगों ने खून के दीपक जलाए हैं, यह बात पता चली, तो मुझे एक पुराना नारा याद आ गया। उन्होंने सुभाष चंद्र बोस के तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा, नारे को याद करते हुए कहा कि इस देश के नागरिकों का खून निकलना शुरू हो जाए तो समझ लेना चाहिए कि हमारा देश एक बार फिर गुलाम हो गया है। नागरिकों को जब जायज मांगों के लिए महीनों धरना देना पड़े तो साफ है कि देश गुलाम हो गया है।

सरकार को नहीं सत्ता में रहने का हक

उन्होंने भारत माता की जय के साथ अपने भाषण की शुुरुआत की और अतिथि शिक्षक, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व अन्य कर्मचारियों की मांगों को जायज बताते हुए कहा कि इस मंच से कांग्रेस के नेताओं ने भी बड़ी बड़ी बातें कहीं हैं। अभी आप हजारों की संख्या में हैं, तो हर व्यक्ति, हर राजनीतिक दल का व्यक्ति समर्थन करने आएगा। लेकिन इस राजनीति को समझना होगा। उन्होंने कहा कि मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि हमें आजादी लाखों लोगों की कुर्बानी के बाद मिली। क्या ये आजादी यह दिन देखने के लिए मिली थी कि हमारी मां-बहनें धरना दें। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि आज तक जो भी सरकारें बनी वे लोगों को दो समय की रोटी का इंतजाम भी ठीक से नहीं कर पाई हैं, तो क्या इन सरकारों को सत्ता में रहने का हक है।

अनर्गल बयान देने वाले नेताओं को सिखा दें सबक

उन्होंने कहा कि यह संविदा पर रखे जाने की परंपरा कांग्रेस के जमाने में शुरू हुई और इसे भाजपा ने आगे बढ़ाया। इसे भी समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सभी कर्मचारी संविदा पर रखे जाने हैं, तो मुख्यमंत्री को भी ठेके पर ही रख लिया जाना चाहिए। उन्होंने भाजपा नेताओं पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि जब आप लोग अपनी मांगों के समर्थन में मुंडन करा रहे थे तो भाजपा के एक नेता प्रभात झा कहते हैं कि अतिथि शिक्षक इसलिए बाल कटा रहे हैं क्योंकि ये बाल दोबारा उग आते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि आज से आप मुंडन कराना बंद कर दीजिए और संकल्प लीजिए कि प्रभात झा और इन जैसे लोगों का आठ महीने बाद ऐसा मुंडन कराएंगे कि दोबारा बाल नहीं उग पाएंगे।

संविधान की अवहेलना कर रही है प्रदेश सरकार

उन्होंने कहा कि आपकी मांग नियमित करने या वेतन पाने की नहीं है, यह आजादी की मांग है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने किसान की समस्या, बिजली की समस्या और पुलिस से तंग आकर आत्महत्या करने वाली महिला की मांग उठाई तो उन्हें 17 दिन जेल में रखा गया। उन्होंने बताया कि मैंने जेल में संविधान पढ़ा और संविधान के अनुच्छेद 21 और 14 को हमेशा याद रखना चाहिए। अनुच्छेद 21 कहता है कि हम सबको जीने का अधिकार है। वहीं अनुच्छेद 14 कहता है कि इस देश में भेदभाव नहीं हो सकता है। इसका अर्थ है कि एक शिक्षक को 35 हजार मिले, और दूसरे को 35 सौ रुपए मिले, यह नहीं हो सकता। समान काम के लिए समान वेतन की बात हमारा संविधान कहता है। उन्होंने कहा कि आपकी मांग सिर्फ आपके वेतन की नहीं, नियमितीकरण की नहीं, आपकी मांग है कि देश में संविधान की रक्षा होनी चाहिए। कोई सरकार संविधान का गला नहीं घोंट सकती।

राजनीतिकों से पूछिए क्या पिछले वादे पूरे किए

उन्होंने कहा कि जब कोई राजनीतिक व्यक्ति आपके पास आए तो उससे पूछना कि वे जो कहते हैं, उसे सरकार बनने के बाद करते भी हैं क्या? वाद सभी करते हैं कि सरकार बनी तो ऐसा करा देंगे। लेकिन क्या आज तक किसी ने कराया। यह पूछना जरूरी है कि अब तक किए गए वादों का क्या हुआ।  उन्होंने कहा कि दोस्तो मैं चार साल से राजनीति में आया हूं और चार साल पहले तक 24 साल आपकी ही तरह सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहा हूं। उन्होंने बताया कि आम आदमी की दिल्ली सरकार देश की एकमात्र ऐसी सरकार है, जिसने संविदा कर्मचारियों को नियमित किया है। दिल्ली में अतिथि शिक्षक को 40 हजार और आंगनवाडी कार्यकर्ता को 10 हजार रुपए वेतन दिया जा रहा है। दिल्ली में सभी कर्मचारियों की तनख्वाह कई गुना बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि समान काम के लिए समान वेतन की लड़ाई हम बहुत पहले से लड़ते रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस लड़ाई को लड़ते रहें हैं और दिल्ली में उन्होंने यह करके भी दिखाया है। उन्होंने घोषणा की कि संविधान बचाने की आपकी लड़ाई में आम आदमी पार्टी पूरी तरह साथ है और हम यह नहीं कहते कि सरकार बन जाए तो, हमारी सरकार बन रही है और सरकार बनने के बाद जो पहला काम होगा वह अतिथि शिक्षकों को समान वेतन और नियमितीकरण का होगा।

इस मौके पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव सह भोपाल जोन प्रभारी पंकज सिंह, प्रदेश संगठन सचिव सह छतरपुर जोन प्रभारी अमित भटनागर, प्रदेश संगठन सचिव सह ग्वालियर जोन प्रभारी हिमांशु कुलश्रेष्ठ,  प्रदेश संगठन सचिव सह इंदौर जोन प्रभारी युवराज सिंह, कार्यकारिणी सदस्य कोमल जायसवाल, जितेंद्र वर्मा आदि भी मौजूद थे।

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sudhir

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