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PressNote/AAP/24Feb2018

हाईकोर्ट ने शिक्षकों को वेतन ना दिए जाने के चलते भाजपा शासित नगर निगम को लताड़ लगाते हुए निगम स्कूलों को केजरीवाल सरकार को सौंपने की बात कही थी

दिल्ली में बीजेपी शासित एमसीडी के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में शिक्षकों को वेतन ना देने के मामले से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करते हुए हाल ही में हाईकोर्ट ने नॉर्थ और साउथ एमसीडी को जमकर लताड़ लगाई और कहा कि जब एमसीडी अपने शिक्षकों को वेतन नहीं दे सकती तो अपने स्कूलों का संचालन दिल्ली की केजरीवाल सरकार के हाथों में क्यों नहीं दे देते. नाराज हाईकोर्ट ने पूछा कि जब शिक्षकों को उनकी तनख्वाह ही नहीं देंगे तो उनका परिवार कैसे चलेगा? शिक्षक अपना घर कैसे चलाएगा?

इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि ‘यह बेहद शर्म की बात है कि भाजपा शासित एमसीडी अपने स्कूलों को चला नहीं पा रही है और ना ही स्कूल में शिक्षकों को वेतन ही दे पा रही है। हाईकोर्ट पहले भी भाजपा शासित एमसीडी को सफ़ाई के मुद्दे पर कई बार जमकर लताड़ लगा चुका है, क्योंकि जब भाजपा शासित एमसीडी अपने सफ़ाई कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दे पाती है तो दिल्ली की सड़कों पर कूड़ा फैल जाता है।‘

‘वहीं दूसरी तरफ़ माननीय हाईकोर्ट ने भाजपा शासित एमसीडी को लताड़ लगाते हुए ये भी कहा कि अगर भाजपा से प्राथमिक शिक्षा नहीं चल पा रही है तो वो इन स्कूलों को दिल्ली की केजरीवाल सरकार को सौंप दे। हाईकोर्ट की यह टिप्पणी दिल्ली की केजरीवाल सरकार की बेहतरीन शिक्षा प्रणाली पर मुहर भी लगाती है। ना केवल देश-विदेश में दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों की तारीफ़ हो रही है बल्कि माननीय कोर्ट भी अब शिक्षा के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी की सरकार के काम और प्रयासों पर मुहर लगाता दिखा।‘

‘भाजपा के नेताओं ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों में चौतरफ़ा भ्रष्टाचार के चलते निगम के अकाउंट्स को खाली कर दिया है और अपनी जेब भरकर बड़े-बड़े फॉर्म-हाउस और बड़ी-बड़ी गाड़ियां खरीद ली हैं। दिल्ली के बच्चों की प्राथमिक शिक्षा को लेकर भाजपा के पास ना विज़न है और ना ही साफ़ और ईमानदार नीयत, और इसी का नतीजा है कि आज दिल्ली में नगर निगम की प्राथमिक ज़िम्मेदारी यानि सेनिटेशन के साथ-साथ प्राथमिक शिक्षा को भी बीजेपी ने ठप्प कर दिया है।‘

‘भाजपा के मेयर और पार्षदों का पूरा ध्यान हर टेंडर में अपना कमीशन खाने पर रहता है, सरकारी पैसों से अपनी आलीशान पार्टी करने पर ध्यान रहता है लेकिन साफ़-सफ़ाई, स्वास्थ्य और शिक्षा पर एमसीडी पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। पिछले 12 साल से भी ज्यादा वक्त से भाजपा दिल्ली के नगर निगम में बैठी है और इसके दौरान भाजपा ने नगर निगम को बुरी तरह से बर्बादी की कगार पर ला दिया है जिसका नतीजा यह है कि हर हफ्ते भाजपा शासित नगर निगम किसी ना किसी मुद्दे पर कोर्ट की लताड़ खाता है, यही भाजपा की नाकामी का उदाहरण है।‘

 

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sudhir

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