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पार्टी मुख्यालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि कुछ दिन पहले मैंने केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर इस बात की शिकायत की थी, कि आचार संहिता के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, दक्षिण दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी रामवीर सिंह बिधूड़ी, भाजपा के कुछ नेता तथा आरडब्ल्यूए के कुछ लोगों के साथ बैठक करते हुए पाए गए I उन्होंने बताया कि यह जानकारी मुझे भारतीय जनता पार्टी के ही पूर्व विधायक ब्रह्म सिंह तंवर के फेसबुक पेज से मिली थी, जिस पर उन्होंने लिखा था कि 24 अप्रैल 2024 को श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी जी के साथ दिल्ली के मुख्य सचिव से मिले और दक्षिण दिल्ली लोकसभा तथा छतरपुर विधानसभा के विभिन्न विषयों को रखा I सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों के साथ वह तस्वीर भी साझा की जो कि भाजपा के पूर्व विधायक ने मुख्य सचिव से हुई मुलाकात के बाद उनके कमरे के बाहर ली थी और अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट की थी I

सौरभ भारद्वाज ने बताया कि आचार संहिता के दौरान कुछ सरकारी कामकाज को लेकर मैंने कई बार मुख्य सचिव को बैठक करने के संबंध में पत्र लिखा, परंतु हर बैठक के जवाब में यह कहा गया, क्योंकि अभी आचार संहिता लगी हुई है तो कोई बैठक नहीं की जा सकती I उन्होंने बताया कि मोहल्ला क्लीनिको के डॉक्टरों की तनख्वाह रोक ली गई, इस संबंध में मैंने बैठक रखी तो मुझे जवाब दिया गया की आचार संहिता लगी हुई है, अस्पतालों में दवाइयां की कमी हुई इस संबंध में मैंने बैठक रखी तो मुख्य सचिव ने खुद फाइल में लिखकर के जवाब दिया, क्योंकि आचार संहिता लगी हुई है तो इस प्रकार की बैठक नहीं की जा सकती I मैंने दिल्ली के कई अलग-अलग विभाग जिनके पास नालों की साफ सफाई का काम है, उनके संबंध में जानकारी मांगी कि अब तक नालो की डी सिल्टिंग का काम कितना हो चुका है, तो उसके जवाब में भी मुझे कहा गया की आचार संहिता लगी हुई है I
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इन सब घटनाओं को देखते हुए मैंने इस संबंध में मुख्य सचिव को एक पत्र लिखकर पूछा की आचार संहिता के दौरान मोहल्ला क्लिनिको के डॉक्टर की रोकी गई तनख्वाह के संबंध में बैठक नहीं की जा सकती, अस्पतालों में दवाइयां की कमी के संबंध में बैठक नहीं की जा सकती, तो फिर किस आधार पर आचार संहिता के दौरान आप भारतीय जनता पार्टी के दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा प्रत्याशी और भाजपा नेताओं के साथ बैठक कर रहे हो I उन्होंने बताया कि मैंने इस पत्र की एक कॉपी केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी I परंतु ना तो मुख्य सचिव की ओर से और ना ही केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इस संबंध में मुझे कोई जवाब प्राप्त हुआ I

सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस संबंध में मैंने जो ट्वीट किया था उस ट्वीट के जवाब में भाजपा के तत्कालीन लोकसभा प्रत्याशी और वर्तमान में सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी जी ने भी एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि यह किस नियम के तहत लिखा है कि आचार संहिता लगने के बाद विपक्ष का नेता किसी अधिकारी से भेंट नहीं कर सकता I उनके इस ट्वीट का जवाब देते हुए सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों के साथ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम ( Representation of People’s Act ) 1951 की धारा 123 के सब सेक्शन 7 का हवाला देते हुए कहा, कि इसमें साफ तौर पर लिखा हुआ है, कि कोई भी अधिकारी यदि किसी चुनाव प्रत्याशी की मदद करता है, मदद करने की कोशिश करता है, मदद करने जैसा दिखाता है या कोई भी ऐसा काम करता है जिससे यह लगे, कि वह उस क्षेत्र में कुछ ऐसा कर रहा है जो कि वोटरों को प्रभावित करता है, तो वह भ्रष्ट आचरण (Corrupt Practices) कहलाएगा और इसकी सजा यह है कि चुनाव को खारिज कर दिया जाएगा और अधिकारी पर कार्यवाही होगी I उन्होंने कहा कि अभी तक तो सिर्फ मैंने यह आरोप लगाया था, कि भाजपा के लोगों ने इस प्रकार की बैठक की जानकारी अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट की है I परंतु मेरे ट्वीट का जवाब देकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी जी ने इस बात को सत्यापित कर दिया है, कि मैंने जो लिखा था वह सही खबर थी I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि रामवीर सिंह विधूड़ी जी बदरपुर से विधायक थे, यदि वह बदरपुर के संबंध में बात करने गए होते तो भी इस बात को समझा जा सकता था I परंतु पोस्ट में लिखा गया है कि लोकसभा और छतरपुर विधानसभा के विभिन्न विषयों को मुख्य सचिव के समक्ष रखा गया अर्थात सीधे तौर पर लोकसभा में चुनाव को प्रभावित करने के लिए वोटरों को लुभाने का काम किया जा रहा था, वोटरों को प्रभावित करने का काम किया जा रहा था I

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस प्रकार के भ्रष्ट आचरण में दिल्ली के मुख्य सचिव शामिल रहे इससे साफ जाहिर होता है कि वह लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के रूप में काम कर रहे थे I सौरभ भारद्वाज ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि क्योंकि मुख्य सचिव भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के रूप में काम करते रहे हैं, यही कारण है कि उनको केंद्र में बैठी भाजपा सरकार के द्वारा बार बार एक्सटेंशन दिया जा रहा है और अब उन्हें साथ ही साथ एनडीएमसी के अध्यक्ष पद का एक अतिरिक्त प्रभार और दे दिया गया I मीडिया के माध्यम से प्रश्न पूछते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, क्या देश में कोई और काबिल अधिकारी नहीं रहा जो कि मुख्य सचिव नरेश कुमार जी को ही बार बार एक्सटेंशन दिया जा रहा है और अब एनडीएमसी के चेयरमैन होने का अतिरिक्त प्रभार भी दे दिया गया है I सौरभ भारद्वाज ने मीडिया के माध्यम से एक बार फिर केंद्रीय गृह मंत्रालय से अपील की, कि जो शिकायत मैंने आचार संहिता के दौरान मुख्य सचिव द्वारा भाजपा के प्रत्याशी संग बैठक कर वोटरों को प्रभावित करने को लेकर की थी, उसके संबंध में जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए I

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