आम आदमी पार्टी की महिला विधायकों का एक प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को राष्ट्रीय महिला आयोग से मुलाकात की और महिलाओं के शोषण के आरोप में घिरे भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। “आप” विधायक एवं दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़लान के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय महिला आयोग पहुंच कर एक ज्ञापन भी सौंपा। राखी बिड़लान का कहना है कि आरएसएस के सदस्य शांतनु सिन्हा ने आरोप लगाया है कि अमित मालवीय अधिकारियों से फायदा लेने के लिए महिलाओं का शोषण करवाते हैं। हमने महिला आयोग से अगले 48 घंटे के अंदर संज्ञान लेने हुए अमित मालवीय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि महिला आयोग पर देश की महिलाओं का भरोसा कायम रहे। इस दौरान विधायक प्रमिला टोकसे, वंदना कुमारी, प्रीति तोमर, पार्टी पदाधिकारी रीना गुप्ता और पार्टी की महिला विंग की दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सारिका चौधरी मौजूद थीं।
राखी बिड़लान ने कहा कि आरएसएस सदस्य शांतनु सिन्हा ने भाजपा के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय पर महिला यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। शांतनु सिन्हा ने सोशल मीडिया पर बताया है कि अमित मालवीय महिलाओं के शोषण के जरिए अपने अधिकारियों को बड़े-बड़े पद दिलाते हैं। “आप” महिला विधायकों के डेलिगेशन और महिला विंग के पदाधिकारी इस मामले पर संज्ञान लेते हुए आज राष्ट्रीय महिला आयोग में अपना ज्ञापन सौंपने आए थे। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिला आयोग की अध्यक्ष यहां मौजूद नहीं थीं और हमें आंदर जाने के लिए भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। इसके बाद आयोग की अन्य सदस्य डेलिना को हमने यह ज्ञापन सौंपा। हमने उनसे कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग अगले 48 घंटे के अंदर इसपर संज्ञान ले। अगर देश में किसी भी महिला के साथ कुछ गलत होता है तो राष्ट्रीय महिला आयोग उसपर एक्शन लेने के लिए सक्षम है। हमें उम्मीद है आयोग 48 घंटे के अंदर इस मामले का संज्ञान लेगा।
आम आदमी पार्टी की महिला विधायकों का प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रीय महिला आयोग को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि पश्चिम बंगाल के एक आरएसएस कार्यकता शांतनु सिन्हा ने भारतीय जनता पाटी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय पर महिलाओं के यौन शोषण के सनसनीखेज व गंभीर आरोप लगाए हैं। सभ्य समाज में इस तरह के कृत्य का कोई स्थान नहीं है। सार्वजनिक जीवन में उच्च पदों पर आसीन व्यक्तियों से यह आशा की जाती है कि उनका जीवन और आचरण औरों के लिए उदाहरण बने, परन्तु उनके इस घृणित कार्य से सम्पूर्ण मानवता को शर्मसार किया है। अमित मालवीय जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे व्यक्ति से इस प्रकार के अशोभनीय व्यवहार की कतई उम्मीद नहीं की जा सकती है। उपरोक्त आरोप बेहद शर्मनाक, गंभीर, आपराधिक व निंदनीय है। अतः उपरोक्त मामले की गंभीरता को समझते हुए मेरी आपसे विनती है कि अमित मालवीय के खिलाफ आरएसएस कार्यकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों के खिलाफ बिना देर किए सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि दूसरों के लिए यह एक सबक बन सके और राष्ट्रीय महिला आयोग पर भारतवर्ष की महिलाओं का अटूट विश्वास कायम रह सके।