हरियाणा द्वारा दिल्ली को मुनक नहर के ज़रिए लगातार कम मिलते पानी के मुद्दे पर जलमंत्री आतिशी ने रविवार को हरियाणा के सीएम नायब सैनी को पत्र लिखा। उन्होंने हरियाणा सीएम से मुनक नहर के ज़रिए दिल्ली को उसके हिस्से का पर्याप्त पानी देने की माँग की। जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, अगर हरियाणा ने आज दिल्ली को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं दिया तो अगले 1-2 दिनों में दिल्ली के हर इलाक़े में पानी की बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी।
उन्होंने कहकर कि, अपर यमुना रिवर बोर्ड में 2018 के दिल्ली-हरियाणा के बीच हुए समझौते के अनुसार दिल्ली को मुनक नहर से प्रतिदिन 1050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए। गर्मियों के समय बवाना कांटैक्ट पॉइंट पर मुनक नहर से 980 से 1030 क्यूसेक पानी पहुँचता है लेकिन पिछले एक सप्ताह में इसमें भारी कमी आई है।
जल मंत्री आतिशी ने कहा कि, मुनक नहर से दिल्ली को मिलने वाले पानी की मात्रा 840 क्यूसेक पहुँची, इससे दिल्ली के सातों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बुरी तरह प्रभावित होंगे ऐसे में दिल्ली के लोगों को जलसंकट का सामना न करना पड़े इसलिए हरियाणा के सीएम मुनक नहर से दिल्ली को उसके हिस्से का 1050 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना सुनिश्चित करें।
जलमंत्री आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को लिखी चिट्ठी में, हरियाणा द्वारा यमुना नदी में पानी न छोड़े जाने के मुद्दे पर उन्हें बतौर मुख्यमंत्री तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि, इस मुद्दे पर पिछले कई दिनों में लगातार पत्र लिखने के बावजूद न तो कोई उचित कदम उठाया गया और न ही जबाव मिला।
जलमंत्री आतिशी ने चिट्ठी में आगे लिखा कि, दिल्ली अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए यमुना के पानी पर निर्भर है। और पिछले कुछ दिनों से हरियाणा मुनक नहर से दिल्ली को उसके हिस्से का पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं छोड़ रहा है। इस कारण दिल्ली के लोगों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि, अपर यमुना रिवर बोर्ड द्वारा मई 2018 को बुलाई गई 53वीं बैठक में समझौते के अनुसार, मुनक नहर के ज़रिए सीएलसी और डीएसबी नहरों के माध्यम से दिल्ली को लगभग 1050 क्यूसेक आवंटित किया गया था। लेकिन ट्रांसमिशन लॉस के कारण ये दिल्ली पहुँचते-पहुँचते लगभग 1013 क्यूसेक रह जाता है। इसे फ्लो मीटर के ज़रिए दिल्ली में बवाना कांटैक्ट पॉइंट पर मापा जाता है। और पिछले सप्ताह ही इन फ्लो मीटरों की जांच अपर यमुना रिवर बोर्ड के प्रतिनिधियों ने की थी।
जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, गर्मियों के समय बवाना कांटैक्ट पॉइंट पर पानी 980 से 1030 क्यूसेक के बीच मिलता है। लेकिन पिछले एक सप्ताह में इसमें भारी कमी आई है और ये 840 क्यूसेक पर आ गया है।
उन्होंने कहा कि, दिल्ली में सात वाटर ट्रीटमेंट प्लांट है, जो उत्पादन के लिए यमुना के पानी पर निर्भर हैं। ऐसे में लगातार कम मिलते कच्चे पानी की कमी के कारण ये सातों प्लांट अपनी पूरी क्षमता पर नहीं चल पा रहे है। और जिस प्रकार दिल्ली को मुनक नहर से मिलने वाले पानी की मात्रा 1050 क्यूसेक से घटकर 840 क्यूसेक पर पहुँच गई है, इससे दिल्ली के सातों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर्याप्त पानी का उत्पादन करने में असमर्थ हो जाएँगे।
जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, “अगर आज हरियाणा ने पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ा तो अगले 1-2 दिनों में दिल्ली में बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा। इसलिए मेरा अनुरोध है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मुनक नहर से दिल्ली के लिए 1050 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना सुनिश्चित करें।