लोकसभा चुनाव के नतीजों और भविष्य की रणनीति को लेकर शनिवार को आम आदमी पार्टी के सभी पार्षदों की बैठक हुई। चुनाव के बाद यह पहली बैठक है, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव के परिणामों को लेकर समीक्षा की। एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बैठक को लेकर कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने संगठन को जमीनी स्तर पर और मजबूत करने का निर्णय लिया है। साथ ही, पार्टी दिल्ली की जनता के साथ मिलकर संविधान और लोकतंत्र की लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने मोदी जी की सरकार जरूर बनाई है, लेकिन उनका घमंड पूरी तरह से चूर हो गया है। मोदी सरकार दिल्ली के साथ लगातार अन्याय कर रही है। अब हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी मिले जनादेश से सबक लेंगे और दिल्ली के लोगों के छीने गए अधिकार वापस करेंगे।
एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बैठक में हुई चर्चा की जानकारी साझा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद दिल्ली के सभी पार्षदों के साथ पहली बैठक हुई। बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। देश की जनता ने जिस तरह का जनादेश दिया है, जनता ने मोदी जी की सरकार जरूर बनाई है, लेकिन उनका घमंड पूरी तरह से चूर-चूर हो गया है। इस पर भी चर्चा हुई। आज हर तरफ इस बात की चर्चा है कि दिल्ली के साथ पिछले 10 साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार लगातार अन्याय कर रही है। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को जेल में डाल दिया। सांसद संजय सिंह को भी जेल में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा दिल्ली के अधिकारों के साथ लगातार खेल खेला जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अध्यादेश लाकर चुनी हुई सरकार के अधिकार पूरी तरह से खत्म कर दी गई। हम आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री को एक सबक मिलेगा और इस जनादेश से सबक सीख कर दिल्ली के लोगों के अधिकार वापस देंगे। बैठक में वार्ड स्तर पर चुनाव को लेकर आई रिपोर्ट पर भी चर्चा की गई। बैठक में तय हुआ कि पार्टी के संगठन में जमीन स्तर पर और मजबूती की जरूरत है। सबने यह तय किया कि अभी भी मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री जेल में हैं। संविधान और लोकतंत्र बचाने की चल रही लड़ाई को हम दिल्ली की जनता के साथ मिलकर लड़ेंगे।
इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन डॉ. संदीप पाठक, दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, एमसीडी की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय, एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक समेत अन्य वरिष्ठ नेता, एमसीडी सदन के नेता, सभी उपाध्यक्ष और पार्षद मौजूद रहे।