Scrollup

आम आदमी पार्टी ने शनिवार को दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के लिए हुए मतदान के दौरान चुनाव आयोग द्वारा भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने पर कड़ी आपत्ति की है। नई दिल्ली से इंडिया गठबंधन के ‘‘आप’’ प्रत्याशी सोमनाथ भारती ने अपने लोकसभा क्षेत्र में दौरे के दौरान पाया कि तमाम मतदान केंद्रों पर चुनाव आचार संहिता के नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है लेकिन चुनाव आयोग के अधिकारी और दिल्ली पुलिस मौन हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार को मतदान के दौरान चुनाव आयोग के रवैये को देखकर ऐस लगा कि अब वो मोदी आयोग बन गया है। मतदान के दौरान भाजपा ने सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया कि मालवीय नगर के बूथ संख्या 134, 135, 137 पर भाजपा के बूथ प्रभारी खुलेआम अपनी टेबल पर प्रधानमंत्री और प्रत्याशी की फोटो वाला पम्पलेट्स रखे थे। मैंने एक पुलिस अधिकारी से शिकायत भी की लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की। जबकि मेरे साथी की गाड़ी में दो पम्पलेट मिल गए तो उसे सीज कर दिया गया।

नई दिल्ली लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सोमनाथ भारती ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि कैसे बीजेपी ने देश के लोकतंत्र और संविधान को ताक पर रखा हुआ है और इसे अपनी बपौती मानती है। कैसे चुनाव आयोग इस समय मोदी आयोग बनकर काम कर रहा है और चुनाव के अंदर हर प्रकार के गलत प्रयोग को बढ़ावा दे रहा है। बीजेपी जो चाहे वो खुलकर कर रही है और चुनाव आयोग उसका कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। मैं इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार होने के नाते शनिवार को विभिन्न बूथों का निरीक्षण करने के लिए गया, तो करीब-करीब हर बूथ पर जो मुझे देखने को मिला उसने मुझे अंदर तक झकझोर दिया। नियम के अनुसार चुनाव के दिन किसी पार्टी का चिन्ह भी किसी बूथ के 200 मीटर के दायरे में नहीं होता है। लेकिन ये नियम सबपर लागू नहीं होता है, चुनाव आयोग ने ऐसा बताया नहीं है। ये नियम सिर्फ आम आदमी पार्टी, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए है।

सोमनाथ भारती ने कहा कि अगर आप बीजेपी के हैं, तो आप कुछ भी करें। यहां तक की जब चुनाव हो रहा हो और आप पोलिंग बूथ के अंदर घुसकर प्रचार करें तब भी आपको कोई रोकने वाला की है। कल ट्वीट के माध्यम से भी मैंने देश की जनता को ये बताया था। जब मैं मालवीय नगर विधानसभा के बूथ नंबर 134,135 और 137 में गया तो मुझे जो देखने को मिला वो बड़ा हैरान करने वाला था। बीजेपी के पोलिंग बूथों के पोलिंग इंचार्ज ने बीजेपी की प्रत्याशी बांसुरी स्वराज के बैलेट संख्या को बताते हुए उनके पैम्फलेट अपने टेबल पर लगाए हुए थे। जबकि वहां प्रिसाइडिंग अफसर, सेक्टर ऑफिसर और पुलिस की ड्यूटी लगी थी कि थैले में कोई कुछ भी ले जा रहा है तो उसकी पूरी जांच होनी चाहिए। मुझे कई पुलिसकर्मियों से भी पता चला कि बीजेपी के कई पोलिंग एजेंट भगवा रंग के टी शर्ट, कैप पहनकर और भगवा रंग का बैग लेकर पोलिंग के दौरान बूथ के अंदर घुसे थे। सेक्टर ऑफिसर ने कुछ पुलिस के अफसरों द्वारा इसका विरोध किए जाने पर भी उन्हें अंदर जाने की इजाजत दी।

सोमनाथ भारती ने बीजेपी के उन पैम्फलेट को दिखाते हुए बताया कि ये कई तरह से चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन करता है। उन्होंने बताया कि इसमें पार्टी का सिंबल, मोदी जी का फोटो, उम्मीदवार को फोटो और उसका बैलेट नंबर है। अगर आप वहां बैठकर इस पैम्फलेट को दिखा रहे हो तो आप सीधा-सीधा वोट को प्रभावित कर रहे हो। आप इसे वोट करने के लिए सीधे प्रचार कर रहे हो। मैंने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। मालवीय नगर से निकलकर जब मैं अन्य बूथों और अपने बूथ नंबर 117 पर गया को वहां भी बीजेपी का बूथ इंचार्ज इसी तरह की अपनी टेबल पर ये पैम्फलेट डिसप्ले लेकर बैठा था। आरके पुरम, वेंकटेश्वर कॉलेज बूथ और जी ब्लॉक को-एड स्कूल नानक पुरा में भी यही हालत थी। यहां एक बूथ नंबर 12 और 13 में एक और घटना घटी। जब मैंने वहां देखा कि बीजेपी के लोग वहां इसी तरह से पैम्फलेट लेकर बैठे हुए हैं। इसके बाद मैंने वहां के पुलिस अधिकारी गिरिराज से इसकी शिकायत की और उन्हें उस पैम्फलेट की जानकारी दी, तो उनके रवैये से लगा कि वो भी इस साजिश में हिस्सेदार हैं। वो कह रहा था कि कोई बात नहीं, मैं कुछ भी नहीं कर सकता। आप सेक्टर अधिकारी के शिकायत कीजिए इसके बाद मैंने उनसे सेक्टर अधिकारी का नंबर मांगा तो उसने मुझे उनका नंबर देने से मना कर दिया और मेरा फोन छीन लिया?

सोमनाथ भारती ने कहा कि आप उनकी हिम्मत तो देखिए कि उसने एक राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार को फोन छीन लिया जो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का साझा उम्मीदवार है। और कहा कि मैं फोन नहीं दूंगा, आप बैठिए। आपको प्रक्रिया के बाद फोन वापस मिलेगा। उसने केवल मेरा फोन नहीं छीना, बल्कि मेरे साथ जो फोटोग्राफर चल रहा था, उसके भी वहां बैठा लिया और कहा कि हम तुम्हें जाने नहीं देंगे। आस-पास जो लोग अपने फोन में इसकी फिल्म बना रहे थे उनके फोन भी छीन लिए। इस तरह उस अधिकारी गिरिराज ने तीन फोन छीन लिए। मैंने इसका विरोध किया तो हमें फोन देने से मना कर दिया। और जब मैंने इसकी रिसीविंग मांगी तो वो भी देने से मना कर दिया कि मैं रिसीविंग भी नहीं दूंगा। कल गिरिराज नाम के पुलिस अफसर ने जो गुंडागर्दी दिखाई है, वो बिल्कुल उम्मीद से परे है। दिल्ली पुलिस क्या सिर्फ मोदी जी के इशारे पर चलेगी या फ्री और निष्पक्ष चुनाव कराने पर उनका सारा बल होता।

सोमनाथ भारती ने कहा कि दिल्ली पुलिस के इस अफसर गिरिराज ने जिस प्रकार का रवैया दिखाया। उन्होंने ये दर्शाने का प्रयास किया कि वो इस साजिश का हिस्सा हैं। जब सेक्टर ऑफिसर आया तो उसने अपनी आंखों से जाकर इन पैम्फलेट को देखा और माना कि ये गलत हो रहा है और ऐसा करना कानून अपराध है लेकिन बीजेपी के पोलिंग एजेंट पर कोई एक्शन नहीं लिया। ये बहुत दुखद और डरावना है कि किस प्रकार देश का प्रजातंत्र बीजेपी के कारण खतरे में है। बीजेपी ने आज हर संस्था को अपने कब्जे में ले लिया है। ये घटना इस बात की निशानी है कि चुनाव आयोग सिर्फ मोदी आयोग की तरह काम कर रहा है। हमने पहले भी देश को बताया कि जिस तरह से चुनाव आयोग का चयन हुआ। उसने तीन सदस्यों की कमेटी थी, जिसमें से चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को हटाकर प्रधानमंत्री ने अपने कैबिनेट मंत्री को डाल दिया। इसके बाद 3 में से 2 सदस्य बीजेपी के हो गए। वोटिंग के दौरान बूथ के अंदर जिस तरह से बीजेपी के बूथ इंचार्ज अपने उम्मीदवार का प्रचार कर रहा है, ये कोई रॉकेट साइंस नहीं है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव करा ही नहीं सकता है। मेरे एसोसिएट की गाड़ी में दो पैंप्लेट मिल गए तो मेरी गाड़ी को सीज कर लिया गया और 10 दिन बाद छोड़ा गया। लेकिन यहां चुनाव आयोग को कोई ऐतराज नहीं है।

सोमनाथ भारती ने कोटला बूथ के वीडियो और सेक्टर ऑफिसर की वीडियो दिखाते हुए कहा कि सेक्टर ऑफिसर जो चुनाव आयोग का प्रतिनिधि और बूथ का इंचार्ज है वो सफाई दे रहा है कि कोई बात नहीं, पैम्फलेट से किसी को प्रभावित नहीं किया, वो अपनी टेबल पर पैम्फलेट लेकर बैठा हुआ है इससे किसी को आपत्ति नहीं है। मुझे सुनकर बहुत हैरानी हुई कि बीजेपी की गलतियों के ऊपर पर्दा डालने वाला चुनाव आयोग अपनी ‘दासता’ का परिचय दे रहा है। वो ये कह रहा है कि कुछ भी हो अगर गलती बीजेपी ने की है, तो सौ खून माफ है। मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि मैं जितने पोलिंग स्टेशन पर गया हूं, करीब-करीब सब पर बीजेपी के पोलिंग एजेंट को खुली छूट थी कि आप पैम्फलेट लेकर वहां बैठिए और लोगों और उनके वोट को प्रभावित करिए। साथ ही सेक्टर ऑफिसर कह रहा कि वहां 10 नहीं एक पैम्फलेट थे। जबकि उसके पास थैले में कम से कम 20 से 25 प्रकार के पैम्फलेट थे।

सोमनाथ भारती ने कहा कि दूसरी तरह आम आदमी पार्टी के पोलिंग एजेंट्स को बाहर सफेद टोपी पहनकर बैठने की भी इजाजत नहीं दी गई। बीजेपी का पोलिंग एजेंट अंदर घुसकर भगवा रंग की टोपी पहनकर बैठा हुआ है।? चुनाव आयोग को इसपर आपत्ति नहीं है। चुनाव आयोग को आपत्ति थी कि आम आदमी पार्टी की टेबल पर 4 से ज्यादा कुर्सियां नहीं होनी चाहिए। लेकिन बीजेपी की टेबल पर 10 या 20 चेयर हों इसपर कोई आपत्ति नहीं है। आम आदमी पार्टी का व्यक्ति अपना कोई बैनर भी नहीं लगा सकता है जबकि बीजेपी का एजेंट पर्चे बांच रहा है। यहां तक की एक समाचार चैनल ने बांसुरी स्वराज के वोट डालने की वीडियो बनाई उसमें भी उनके हाथ में जो पर्चा है वो उनका वहीं पैंप्लेट है जो उनके एजेंट बांट रहे हैं। वो खुद पैम्फलेट लेकर अंदर जा रही हैं। ये सब खुल्लम खुल्ला हो रहा है। चुनाव आयोग को कोई आपत्ति नहीं है। चुनाव आयोग पूरी तरह से मोदी जी के चरणों में प्रणाम कर रहा है कि इन्होंने हमे नौकरी दी है, जो मर्जी हमें कोई आपत्ति नहीं है।

सोमनाथ भारती ने बताया कि शाम 6ः30 बजे सूचना मिली कि दिल्ली एमसीडी के को-एड प्राइमरी स्कूल नानकपुरा में चुनाव के बक्से बंद नहीं किए गए हैं। तो जब मैंने वहां पहुंचकर इस बात की आपत्ति जताई कि मैं उम्मीदवार हूं, मुझे अंदर जाने की इजाजत दो। ये देखने का मेरा हक है कि आप बॉक्स को बंद करने में देरी क्यों कर रहे हैं? लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला और मुझे अंदर जाने से मना कर दिया। यह इस लिए जरूरी है कि पहले चरण के चुनाव के 11 दिन बाद चुनाव आयोग ने 6 फीसद वोटिंग प्रतिशत बढ़ा दिए थे। इसलिए एक उम्मीदवार होने के नाते ये मेरा जानने का हक है कि आप बॉक्स के साथ अंदर क्या कर रहे हैं? इसके जरिए मैं देश को बताना चाहता हूं कि बीजेपी ने चुनाव आयोग को अपने कब्जे में ले लिया है। चुनाव के बाद ये बॉक्स के साथ क्या कर रहे हैं, इसका कुछ पता नहीं है। मुझे उम्मीदवार होने के नाते जानने का हक था। मेरी महिला साथी प्रवीण कटारिया इन सारी चीजों को फिल्म कर रही थीं। पुलिस ने उनका फोन छीन लिया। इस तरह से इन लोगों ने एक महिला के साथ भी दुर्व्यवहार किया। और एक उम्मीदवार होने के नाते मुझे जानने का अधिकार था कि बॉक्स के साथ क्या हो रहा है, उससे मुझे वंचित कर दिया। इसके बाद एसीपी गरिमा त्यागी मुझे सफाई देने लगी कि फोन छीनना वाजिब था। महिला का हाथ खींचना वाजिब था। बीजेपी को चुनावी प्रक्रिया मे सेक्टर ऑफिसर कुछ भी करे, वो वाजिब था आप उसे कैप्चर नहीं कर सकते।

सोमनाथ भारती ने कहा कि मैं देश के लोगों के बताना चाहता हूं कि देश का लोकतंत्र वाकई खतरे में है। एक उम्मीदवार होने के नाते जब मैं सवाल उठाता हूं कि मेरे बॉक्स सुरक्षित नहीं हैं तो मुझे रोकने के लिए कुछ ही क्षणों में 200 से 250 पुलिस अफसर वहां आ गए। एसीपी, डीसीपी वहां सारे अफसर आ गए। फिर उन्होंने मेरा फोन छीन लिया और कहने लगे कि जो हो रहा है उसे हम तो कैप्चर करेंगे लेकिन इसे कैप्चर करने का आपका हक नहीं है। इस समय पूरा पुलिस विभाग और चुनाव आयोग बीजेपी को चुनाव जीतने में खुली मदद कर रहा है। चुनाव और लोकतंत्र खतरे में है। हम देख पा रहे हैं कि चुनाव आयोग बीजेपी को मदद पहुंचाने के लिए हर प्रकार से काम कर रहा है। एक चरण का चुनाव अभी बाकी है आपके जरिए उन राज्यों के लोगों तब बात पहुंचे जिन लोगों को अभी वोट देना है। सब लोग मिलकर सुनिश्चित करें कि बीजेपी का अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और तानाशाही पूर्ण रवैया नहीं चलेगा। सब लोग मिलकर फैसला करें कि ये संवैधानिक नहीं है और देश में नहीं चलेगा। ऐसी ताकतों को देश से बचाना होगा। तब जाकर ये देश बच पाएगा।

When expressing your views in the comments, please use clean and dignified language, even when you are expressing disagreement. Also, we encourage you to Flag any abusive or highly irrelevant comments. Thank you.

socialmedia