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आम आदमी पार्टी ने दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल मामले को भाजपा का एक राजनैतिक षड़यंत्र बताया है, ताकि 25 मई को दिल्ली में होने वाले चुनाव में ‘‘आप’’ को नुकसान पहुंचाया जा सके। ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी का कहना है कि स्वाति मालीवाल भाजपा के संपर्क में हैं। उन पर दिल्ली महिला आयोग में भर्ती घोटाले का एक केस चल रहा है। इसी मामले में भाजपा द्वारा धमकी देकर उनसे यह सब करवाया जा रहा है। वैसे भी भाजपा का फार्मूला रहा है कि वो अपने राजनीतिक फायदे के लिए विपक्ष के नेताओं पर केस कर दबाव बनाती है। स्वाति मालीवाल पर भी इसी फार्मूले का इस्तेमाल किया गया है। दिल्ली में 5 दिन बाद मतदान होने वाले हैं। इससे ठीक पहले अरविंद केजरीवाल पर हमला करने के लिए यह षड़यंत्र रचा गया है। पुलिस जांच करे कि स्वाति मालीवाल भाजपा के किन नेताओं के संपर्क में हैं, ताकि सच सामने आ सके। उधर, सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीएम के ड्राइंग रूम की आई वीडियो में स्वाति मालीवाल कहीं से भी पीड़ित नहीं लग रही हैं, बल्कि वो सुरक्षाकर्मियों को धमकाते और विभव कुमार को अपशब्द बोलते हुए दिख रही हैं।

दिल्ली पुलिस स्वाति मालीवाल के कॉल रिकॉर्ड की जांच करे- आतिशी

‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल पर एंटी करप्शन ब्यूरो का एक भर्ती घोटाले का केस चल रहा है कि डीसीडब्ल्यू में गलत तरीके से संविदा कर्मचारियों को भर्ती किया गया। यह केस पिछले कई सालों से चल रहा है। उन पर एफआईआर भी हुई है। अब ये मामला खत्म होने के करीब है। इसलिए ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी का अलग-अलग नेताओं पर केस करने का यह जो फार्मूला है, उसी फार्मूले को स्वाति मालीवाल पर इस्तेमाल किया गया होगा। उन पर डीसीडब्ल्यू में जो केस चल रहा है, शायद उस पर धमकी देकर स्वाति मालीवाल से यह करवाया गया है। हमने तो यह भी कहा है कि स्वाति मालीवाल के कॉल रिकॉर्ड की जांच होनी चाहिए। हमें यह विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पिछले कुछ महीनों से वो लगातार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से संपर्क में हैं। दिल्ली पुलिस इस बात की जांच करे कि यह कैसा राजनैतिक षड़यंत्र है, जो दिल्ली में मतदान से बिल्कुल 5 दिन पहले आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर हमला करने के लिए रचा जाता है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल किस तरह से भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं।

विपक्ष के नेताओं को भाजपा में लाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है- आतिशी

उन्होंने भाजपा हर काम स्पष्ट तौर पर करती है। वो ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स विभाग और एसीबी को विपक्ष के नेताओं के पर लगाती है। अगर भाजपा ऐसे षड़यंत्र नहीं करती तो प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, अजीत पवार, हिमंता बिश्वा सरमा भाजपा में कैसे आते? यह तो बिल्कुल साफ उदाहरण है कि किस तरह भाजपा द्वारा ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स विभाग, एसीबी और ईओडब्ल्यू का इस्तेमाल किया गया। विपक्ष के नेताओं का स्क्रू टाइट करने और उनको ब्लैकमेल कर भाजपा में लाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के दूसरे नेताओं की तरह भाजपा ने स्वाति मालीवाल मामले में भी यही फार्मूला अपनाया है। स्वाति मालीवाल पर एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा पहले केस कराया जाता है, एफआईआर होती है, अभी उसकी जांच हो रही है। अब इसी केस के माध्यम से स्वाति मालीवाल से यह षड़यंत्र रचाया जाता है। स्वाति मालीवाल को चुनाव से ठीक पहले इस षड़यंत्र का मोहरा बनाया जाता है। हम मांग कर रहे है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो जाए कि कौन किसके संपर्क में है। भाजपा के किस नेता से स्वाति मालीवाल मिलीं, कब मिलीं, फोन और वाट्सएप पर क्या बात हुई। इसकी जांच हो जाए तो दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।

ड्राइंग रूम की आई वीडियो में स्वाति मालीवाल ही पुलिसकर्मियों की वर्दी उतरवाने की धमकी देते दिख रही हैं- सौरभ भारद्वाज

उधर, ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि किसी भी महिला द्वारा इस तरह का आरोप लगाया जाता है, तो उसके प्रति लोगों की सहानुभूति होती है। जब स्वाति मालीवाल ने पहली बार यह आरोप लगाया तो उनके प्रति हमारी भी सहानुभूति थी। मालीवाल ने बताया कि उनको थप्पड़ मारे गए, लात-घूसे मारे गाए, उनके कपड़े फट गए और किसी तरह से अपने आप को बचाकर वो बाहर निकलीं। स्वाति मालीवाल ने 13 मई को यह बात कही। 13 मई का ही अरविंद केजरीवाल के ड्राइंग रूम का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सफारी शूट में दो पुलिस कर्मी और एक महिला पुलिसकर्मी खड़ी हैं। ये सीएम की सुरक्षाकर्मी हैं। वीडियो में स्वाति मालीवाल उन पुलिसकर्मियों के साथ बदतमिजी करती नजर आ रही हैं। वो कह रही हैं कि मैं तुम्हारी वर्दी उतरवा लूंगी। विभव कुमार के लिए भी अपशब्द बोलते हुए नजर आ रही हैं। वीडियो में उनके कपड़े ठीक दिख रहे हैं। वो आराम से सोफे पर बैठी हैं और कमांड कर रही हैं। कहीं से भी वो पीड़ित नहीं लग रही हैं और हड़का रही हैं।

वीडियो में सुरक्षाकर्मी मालीवाल को सीएम के घर के बाहर छोड़ते दिख रहे हैं, उसमें भी वो ठीक दिख रही हैं- सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वीडियो देखकर ऐसा कहीं से भी नहीं लग रहा है कि स्वाति मालीवाल अपनी एफआईआर में जो बातें कह रही हैं, वो घटना उनके साथ हुई है। क्योंकि वो वीडियो में कह रही हैं कि मैं 112 नंबर पर पुलिस को फोन कर चुकी हूं और पुलिस आ रही है। स्वाति मालीवाल के अनुसार वो तथाकथित मारपीट की घटना हो चुकी है। लेकिन वो तो ठीक-ठाक नजर आ रही हैं। वो तो कमांड कर रही हैं, पुलिस वालों से एक बार भी नहीं कह रही हैं कि मेरे साथ मारपीट हुई। उन्होंने कहा कि 13 मई का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें सुरक्षा कर्मियों ने उनको मुख्यमंत्री के घर के बाहर छोड़ा। उस वीडियो में भी वो ठीक-ठाक दिख रही हैं और अच्छे चल-फिर रही हैं। 13 मई को उनके कथित बात में इतनी मार-पिटाई के बाद भी वो ठीक-ठाक चल रही हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वाति मालीवाल के संपर्क में हैं, यह बात जेपी नड्डा भी जानते हैं- सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि घटना के चार दिन बाद 17 मई को जब स्वाति मालीवाल मेडिकल कराने गईं और कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराने गई तो लंगड़ा कर चल रही हैं, जैसे उनके साथ बहुत ज्यादा मारपीट हुई है। यह विरोधाभाष है। इन वीडियो को कोई भी व्यक्ति देखेगा तो वो मानेगा कि इसमें कोई न कोई गड़बड़ी है और इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है। मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सुन रहा था। वो कह रहे हैं कि भाजपा का कोई नेता उनके संपर्क में नहीं है। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि उनके पास सारी जांच एजेंसी है। उन एजेंसियों से स्वाति मालीवाल के सारे वाट्सएप और फेस टाइम कॉल्स की जांच करा कर देख लें। भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वाति मालीवाल के संपर्क में हैं। यह बात जेपी नड्डा भी जानते हैं। जिस तरह से स्वाति मालीवाल के उपर एसीबी का एक केस में कोर्ट में विचाराधीन है, मुझे लगता है कि इसी को लेकर भाजपा द्वारा उन पर काफी दबाव बनाया गया हो और वो केस के चलते काफी दबाव में होंगी।

घटना के ठीक बाद की आई वीडिया से सारी सच्चाई बाहर आ गई है- जस्मीन शाह

‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह का कहना है कि गाली-गलौंच और निराधार आरोप लगाने से सत्य साबित नहीं होता है। पिछले 3-4 दिनों ने स्वाति मालीवाल ने विभव कुमार पर मार-पीट के बहुत गंभीर आरोप लगाए हैं। लेकिन शुक्रवार को एक वीडियो क्लिप बाहर आई, जिससे सारी सच्चाई बाहर आ गई। वो वीडियो स्वाति मालीवाल द्वारा जिस तरह की मारपीट का आरोप लगाया गया है, उसके बाद बनाई गई है। उन्होंने अपनी एफआईआर में कहा है कि मेरे साथ बहुत बुरी तरह से मार-पीट हुई है, मेरे सिर पर गहरी चोट आ गई है, मैं बैठ नहीं पा रही थी, चल नहीं पा रही थी। लेकिन जो वीडियो घटना के तुरंत बाद लिया जाता है, उसमें साफ दिख रहा है कि स्वाति मालीवाल आराम से सोफा के ऊपर बैठी हुई हैं, वो किसी तरह की दिक्कत और दर्द में नहीं हैं, उल्टा वो अनाप-शनाप चीजें बोल रही हैं। वहां पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों को धमकी दे रही हैं कि मैं तुम्हारी नौकरी खा जाउंगी। सुरक्षाकर्मियों से उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा कि मेरे साथ मार-पीट हुई, मेरी कोई सुरक्षा करे। बल्कि वो उनको धमका रही है।

भाजपा के दबाव में मालीवाल ने बहुत घटिया हरकत की हैं, जांच में सारा सत्य बाहर आ जाएगा- जस्मीन शाह

जैस्मीन शाह ने कहा कि आज सुबह जो दूसरा वीडियो सामने आया है, उसमें दिख रहा है कि घटना के तुरंत बाद जब स्वाति मालीवाल सीएम आवास के बाहर जा रही हैं, तो वो आराम से पैदल चल रही है, वो लंगड़ा नहीं रही हैं। यह साफ दिख रहा है कि ये एक साजिश रची गई है। शुक्रवार को विभव कुमार ने एसएचओ सिविल लाइन्स जो अपनी आधिकारिक शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से सारी घटना का जिक्र किया है। जिसके बाद सब साफ हो गया है कि असल में उस दिन क्या हुआ था। क्योंकि लोगों के मन में काफी सवाल उठ रहे थे कि आखिर हुआ क्या था? उन्होंने कहा कि ये बदतमीजी केवल विभव कुमार के साथ नहीं हुई थी, बल्कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को भी वो धमका रही थीं कि आप मुझसे बात मत करो, मैं तुम्हारी नौकरी खा जाउंगी। अगर कोई सदमे में है, अगर किसी के साथ इतना बुरा व्यवहार हुआ है, तो वो क्या ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करेगा। इससे कहीं न कहीं ये साफ है कि भाजपा के दबाव में स्वाति मालीवाल ने इस तरह की बहुत ही घटिया हरकत की हैं। सारे तथ्य सामने आ गए हैं, विभव कुमार ने भी शिकायत ईमेल के द्वारा एसएचओ को पहुंचा दी गई है। हमें उम्मीद है कि इन मामले की निष्पक्ष जांच होगी और सत्य बाहर आएगा।

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