नई दिल्ली, 17 अप्रैल 224
चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए भाजपा द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का सच देश की जनता के सामने उजागर करने पर आपत्ति है और उसे हटवा दे रहा है, जबकि उसकी वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारियां ही लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं। आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने अपने अधिकारी एक्स हैंडल पर भाजपा के इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले का सच उजागर करते हुए एक पोस्ट किया था, इस पर चुनाव आयोग ने नाराज होकर उसे हटवा दिया। आयोग ने ‘‘आप’’ को अपना पक्ष रखने का भी मौका नहीं दिया। एक तरह से चुनाव आयोग भाजपा का एक्सटेंडेड विंग बन गया है। हमने पोस्ट में बताया था कि कैसे भाजपा ने सरथ रेड्डी को शराब घोटाले का किंगपिन बताया और उसी से इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए 60 करोड़ ले लिया। यह मनी ट्रेल भाजपा के खाते में साफ दिख रही है। दूसरी तरफ, भाजपा सोशल मीडिया व होर्डिग्स-पोस्टर्स के जरिए लगातार अरविंद केजरीवाल को अपशब्द कह रही है। चुनाव आयोग से हमने 9 से ज्यादा शिकायतें की हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि आज चुनाव आयोग भाजपा के एक एक्सटेंडेड विंग की तरह काम कर रहा है। बीजेपी का साथ पाकर चुनाव आयोग अपने आप को देश के संविधान और देश के कानूनों से भी ऊपर मानने लगा है। हमारे देश का कानून एक आतंकवादी तक को सुनवाई का मौका देता है, लेकिन चुनाव आयोग ने यह भी जरूरी नहीं समझा और सीधा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ को बोलकर हमारी पोस्ट को हटवा दिया। एक्स कंपनी ने भी हमें चिट्ठी लिखकर बहुत दुख जाहिर किया है कि हमें सुनवाई का मौका दिए बिना हमारी पोस्ट को हटाया जा रहा है।
इस दौरान प्रियंका कक्कड़ ने मीडिया के सामने इलेक्टोरल बॉन्ड से संबंधित आम आदमी पार्टी के एक पोस्ट को दिखाया, जिसे एक्स से हटा दिया गया है। उन्होंने पूछा कि आखिर इसमें क्या गलत है? ये पोस्ट पूरी तरह से सच पर आधारित है। इसमें लिखा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड पूरी तरह से स्कैम था। इसमें लिखा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सरथ रेड्डी ने 60 करोड़ रुपए बीजेपी को दिए। वो सरथ रेड्डी, जिसे बीजेपी अबतक साउथ लिकर लॉबी का किंगपिन बता रही थी। भाजपा ने उससे पहले 60 करोड़ रुपए लिए और फिर उसे सरकारी गवाह बना दिया। इसके बाद सरथ रेड्डी ने सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान दिया। इन 60 करोड़ रुपए की मनीट्रेल इलेक्टोरल बॉन्ड में साफ-साफ देखी जा सकती है। सरथ रेड्डी की जमानत के समय ईडी भी चुप रही। यह पूरी तरह सच है और इस सच को हटाने के लिए हमसे कहा गया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के चुनाव आयोग को हम अबतक एक के बाद एक 9 से ज्यादा शिकायतें दे चुके हैं। हम कई बार बीजेपी होर्डिंग्स और पोस्टर्स की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने मीडिया को बीजेपी के तीन ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट दिखाए, जिसमें दिल्ली के चुने हुए लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बिना दोष सिद्ध हुए ही तथाकथित शराब घोटाला मामले का किंगपिन बताया गया है। उन्होंने कहा कि हमने कई बार इसकी भी शिकायत की है, लेकिन बीजेपी के चुनाव आयोग को यह नहीं दिख रहा है। बिना किसी सबूत के बीजेपी लगातार अपने सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट डाल रही है। जबकि 60 करोड़ के मनी ट्रेल के असली सबूत इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए बीजेपी के खाते में मिले हैं और उन्होंने हमारी पोस्ट हटवा दी। लेकिन ये सारी पोस्ट बीजेपी दिल्ली के पेज पर आज भी वैसी की वैसी मौजूद हैं। उन पोस्ट में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए अपशब्द कहे गए हैं, जबकि इन लोगों को अभी तक कोई सबूत नहीं मिला, अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कोई एफआईआर नहीं है और एक चवन्नी की रिकवरी नहीं है लेकिन बीजेपी अपने एक्स अकाउंट पर उनको दोषी करार दे रही है। इसपर चुनाव आयोग की आंखें बंद हैं। वहीं, जब वरिष्ठ नेता आतिशी ने आपरेशन लोटस की शिकायत की तो चुनाव आयोग ने उनको ही नोटिस भेज दिया, उनसे संपर्क करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि हमारी पोस्ट में ऐसा क्या झूठ है कि हमें यह पोस्ट हटाने को कहा गया है। क्यों हमें सुनवाई का मौका नहीं मिला? ये तानाशाही नहीं है तो और क्या है? क्या ऐसे चुनाव आयोग को निष्पक्ष माना जाना चाहिए? क्या चुनाव के लिए यह समतल मैदान है, जहां बीजेपी सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखती जाए और हम एक सच भी न लिखें? झूठ फैलाना बीजेपी की आदत में है। बीजेपी से शासन में भारत गलत खबरें फैलाने के मामले में पहले स्थान पर पहुंच गया है। लेकिन चुनाव आयोग को यह नहीं दिखता है। हमारा चुनाव आयोग से आग्रह है कि अगर वो सच में निष्पक्ष हैं तो हमारी भेजी गई शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करें।
‘‘आप’’ की इन शिकायतों पर चुनाव आयोग ने साधी चुप्पी
- ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने चुनाव आयोग से ऑपरेशन लोटस के तहत भाजपा के लोगों द्वारा संपर्क करने की शिकायत की थी, चुनाव आयोग ने संपर्क करने वालों को नोटिस भेजने की जगह आतिशी को ही नोटिस भेज दिया।
- 29 मार्च 2024 को अवैध, अनाधिकृत और आपत्तिजनक होर्डिंग्स और पोस्टर्स के संबंध में नई दिल्ली के सीईओ और आरओ के यहां शिकायत दर्ज कराई गई है।
- 30 मार्च 2024 को अवैध एवं अनाधिकृत होर्डिंग्स/पोस्टर्स के संबंध में सी-विजिल एप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई गई।
- 01 अप्रैल 2024 को अवैध, अनाधिकृत और आपत्तिजनक होर्डिंग्स/पोस्टर्स के संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को शिकायत दी गई।
- 4 अप्रैल 2024 को इससे पहले की गई शिकायतों के संबंध में सीईओ से मुलाकात कर स्टेटस पूछा गया।
- 05 मई 2024 को अवैध, अनाधिकृत और आपत्तिजनक होर्डिंग्स/पोस्टर्स के संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और सीईओ से शिकायत दर्ज कराई गई है।
- 7 अप्रैल 2024 को अवैध, अनधिकृत और आपत्तिजनक होर्डिंग्स/पोस्टर्स के संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और सीईओ को याद दिलाते हुए सप्लीमेंट्री शिकायत दायर की गई।
- 7 अप्रैल 2024 को बीजेपी द्वारा पालिका केंद्र, कनॉट प्लेस में भ्रष्ट चुनाव प्रचार और आपत्तिजनक पोस्टर (कटआउट) के बारे में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसकी रिपोर्ट मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और सीईओ को भेजते हुए हुए मुख्य चुनाव आयोग (ईसीआई), मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) और नई दिल्ली में रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) को दी गई है।
- 8 अप्रैल 2024 को बीजेपी को आपत्तिजनक होर्डिंग्स/पोस्टर्स लगाने से रोकने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त और सीईओ से अनुरोध किया गया।
- 10 अप्रैल 2024 को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और निर्वाचन आयोग को एक प्रतिवेदन दिया गया।
- 13 अप्रैल 2023 को राजनीतिक विज्ञापनों के अनधिकृत प्रदर्शन के संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और सीईओ दोनों को एक तत्काल प्रतिवेदन भेजा गया है।
- 14 अप्रैल 2024 को नए आपत्तिजनक होर्डिंग/पोस्टर्स से संबंधित शिकायत मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और सीईओ को भेज दी गई है