नई दिल्ली, 12 अप्रैल 2024
पार्टी मुख्यालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि पिछले 25 सालों से भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की सत्ता से बाहर है और दिल्ली की जनता भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली की सत्ता पर नहीं बैठना चाहती I 2013 में भी भाजपा ने पुरजोर कोशिश की, 2015 में भी विधानसभा के चुनाव में भाजपा के कई राज्यों के मुख्यमंत्री, कई कैबिनेट मंत्री, अमित शाह जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सभी ने दिल्ली की गलियों में घूम-घूम कर प्रचार प्रसार किया, परंतु उसके बावजूद भी दिल्ली की जनता ने भाजपा को सिरे से नकार दिया, दिल्ली में भाजपा का बड़ा बुरा हाल हुआ I उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से 2020 में भी दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एड़ी चोटी का जोर लगाया, खुद प्रधानमंत्री जी ने, होम मिनिस्टर अमित शाह जी ने दिल्ली की गलियों में प्रचार किया, अपने कैबिनेट मंत्रियों को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारियां सौंपी, कैबिनेट मंत्रियों ने छोटे-छोटे मोहल्ले में 15-15, 20-20 लोगों के साथ बैठकें तक की, उसके बावजूद भी दिल्ली की जनता ने भाजपा को स्वीकार नहीं किया और एक बार फिर दिल्ली में भाजपा की हार हुई, भाजपा का बड़ा बुरा हाल हुआ I
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कोर्ट में याचिका लगाई कि दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय के द्वारा दिल्ली सरकार की फरिश्ते योजना को मिलने वाला पैसा रोक दिया गया है, जिससे कि दिल्ली की सड़कों पर किसी भी व्यक्ति की दुर्घटना की स्थिति में किसी भी नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में उसका मुफ्त इलाज कराया जाता था और उसकी जान बचाई जाती थी, जिसके बाद फरिश्ते योजना को मिलने वाला फंड रिलीज किया गया I इसी प्रकार से दिल्ली जल बोर्ड के विषय में भी हमने कोर्ट में याचिका लगाई, कि उपराज्यपाल महोदय के कहने पर उनके चहीते अफसरों ने दिल्ली जल बोर्ड को मिलने वाला पैसा कई महीनो से रोका हुआ है I उन्होंने बताया कि इस संबंध में अभी बीते दिनों में दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय ने दो पत्र लिखे, जिसमें पहले पत्र में एमएचए को लिखा, कि दिल्ली सरकार ने मुझ पर यह झूठे आरोप लगाए हैं, क्योंकि चाहे स्वास्थ्य विभाग हो या जल बोर्ड हो, यह सारे के सारे विभाग दिल्ली की चुनी हुई सरकार के अधीन आते हैं, यह सभी ट्रांसफर सब्जेक्ट हैं I यह उपराज्यपाल महोदय ने खुद अपनी चिट्ठी में लिखा और सारी मीडिया को दिया I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इसके ठीक दो दिन बाद उपराज्यपाल महोदय ने एक और चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने कहा कि मैंने सीवर की समस्या, पानी की समस्या, स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर मंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया परंतु मंत्री मेरी इस बैठक में नहीं आए I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बड़े ही आश्चर्य की बात है कि अपनी पहली चिट्ठी में उपराज्यपाल महोदय लिख रहे हैं, कि इन दोनों ही विभागों से मेरा कोई लेना-देना नहीं है, यह दिल्ली की चुनी हुई सरकार के अधीन आते हैं और ठीक दो दिन बाद दूसरी चिट्ठी में लिखते हैं, कि मैं जल बोर्ड और स्वास्थ्य विभाग के संबंध में मंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया परंतु मंत्री मेरी बैठक में नहीं आए I
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लगातार भारतीय जनता पार्टी के लोग इस बात को कह रहे हैं और अखबारों में भी इस बात की चर्चा हो रही है, कि भाजपा शासित केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी कर रही है I उन्होंने कहा कि चाहे जल बोर्ड के विषय में हमने याचिका लगाई या स्वास्थ्य विभाग के विषय में याचिका लगाई हर विषय पर यह कहा जा रहा है कि राजनीतिक संकट पैदा हो जाएगा, इसी प्रकार से ईडी के दबाव में आम आदमी पार्टी के एक मंत्री के इस्तीफा दे देने पर भी भाजपा द्वारा यही बात कही जा रही है, कि इस प्रकार से तो राजनीतिक संकट पैदा हो जाएगा, क्योंकि भाजपा जानती है कि यदि आज भी चुनाव करवाया जाए तो दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़कर अरविंद केजरीवाल को और आम आदमी पार्टी को नहीं हरा सकती I इन सभी तथ्यों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि एक षड्यंत्र के तहत जानबूझकर दिल्ली में ऐसी परिस्थितियां पैदा की जा रही है और राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी की जा रही है I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2014 से 15 के बीच में भी भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा कर रखा था और भाजपा के राष्ट्रपति शासन से दुखी होकर 2015 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव में दिल्ली की जनता ने भाजपा को सबक सिखाया और 70 में से 67 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी को दिल्ली की सत्ता में स्थापित किया I यदि भारतीय जनता पार्टी फिर से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की गलती करती है तो दिल्ली की जनता एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाएगी