नई दिल्ली, 01 अप्रैल 2024
आम आदमी पार्टी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजने पर प्रश्न खड़ा किया है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती है कि अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में प्रचार कर पाएं। इसीलिए भाजपा की ईडी ने उनको जेल भेजा दिया। भाजपा आम आदमी पार्टी के विधायकों को तोड़कर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहती है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा गया। ईडी ने 11 दिन तक अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की, लेकिन उसको कुछ नहीं मिला। ऐसे में अब तक उनको रिहा कर देना चाहिए। जबकि पहले यहीं ईडी कहती थी कि हमें अरविंद केजरीवाल से केवल पूछताछ करनी है। इसलिए उनको 9 समन भेजे हैं। उन्होंने कहा कि शुरू से ही भाजपा और ईडी का यही षडयंत्र था कि कैसे भी अरविंद केजरीवाल को जेल में डालो, ताकि चुनाव प्रचार न कर पाए। भाजपा चाहती है कि आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में बढ़िया प्रदर्शन न कर पाए। इसलिए उनने आचार संहिता के दौरान अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दिया।
पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह ने कहा कि आज अरविंद केजरीवाल की ईडी की रिमांड खत्म हो गई है। उनको ईडी ने राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया, लेकिन ईडी की तरफ से ऐसा कोई बयान सामने नहीं आया कि उसको अरविंद केजरीवाल से 11 दिन की पूछताछ के बाद क्या हासिल हुआ? जिसके लिए उन्होंने 11 दिन तक एक सिटिंग मुख्यमंत्री को हिरासत में लेकर पूछताछ की। यह हैरान करने वाली बात है कि ईडी ने कोर्ट के सामने यह पक्ष रखा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को अब जेल में डालिए। न्यायिक हिरासत में डालिए। ईडी पहले क्या कहती थी कि हमें अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करनी है। इसलिए 9 समन भेजे हैं।
उन्होंने कहा कि ईडी ने रात के अंधेरे में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर कस्टडी में ले लिया। 11 दिन तक पूछताछ की। कुछ मिला नहीं तो अब तक रिहा करना चाहिए, लेकिन ईडी का मकसद पूछताछ करना ही नहीं था। ईडी का मकसद था कि अरविंद केजरीवाल को कैसे भी करके जेल में डालो। पीएमएलए कानून में ईडी को काफी शक्तियां दी गई हैं। इस कानून के तहत गिरफ्तार व्यक्ति तब तक जेल में रहता है, जब तक ईडी उसको जमानत पर रिहा करने के लिए नहीं बोलती है। मकसद साफ है कि शुरू से ही बीजेपी और ईडी ने एक षडयंत्र रचा हुआ था कि कैसे भी करके अरविंद केजरीवाल को जेल में डालो, ताकि वो लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार न कर पाए। जिससे आम आदमी पार्टी चुनाव में बढ़िया प्रदर्शन न कर पाए। इसलिए भाजपा ने आचार संहिता के दौरान अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दिया।
जस्मीन शाह ने कहा कि आज ईडी की मंशा साफ गई है कि कैसे उन्होंने कोर्ट से अरविंद केजरीवाल के लिए न्यायायिक हिरासत मांगी और एक सीटिंग मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया। न्यायायिक हिरासत में उन लोगों को भेजा जाता है, जिन पर गवाहों पर दबाव बनाने या सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप लगते हैं। अरविंद केजरीवाल एक सीटिंग मुख्यमंत्री हैं। पिछले दो साल से ईडी को जितनी छानबीन करनी थी, वो कर ली