नई दिल्ली, 30 मार्च 2024
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग द्वारा दोहरे मापदंड अपनाने पर कड़ा ऐतराज जताया है। नई दिल्ली से इंडिया गठबंधन के घटक दल आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सोमनाथ भारती का कहना है कि ईडी की तरह ही अब चुनाव आयोग भी भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहा है। भाजपा पुलिस का दुरुपयोग कर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार करने रोक रही है और चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को वो विधायक वीरेंद्र कादियान के साथ दिल्ली कैंट में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी पुलिस आ गई और धारा 144 का हवाला देकर उन्हें प्रचार करने से रोक दिया। पुलिस उनसे प्रचार के लिए चुनाव आयोग से अनुमति पत्र मांग रही है, जबकि आयोग नामांकन होने के बाद अनुमति पत्र देने की बात कह रहा है। ऐसे में वो अपना चुनाव प्रचार कैसे करें? ‘‘आप’’ मांग करती है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए उचित कदम उठाए।
इंडिया गठबंधन के घटक दल आम आदमी पार्टी से लोकसभा उम्मीदवार सोमनाथ भारती ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि चुनाव आयोग किसी भी लोकतंत्र की महत्वपूर्ण इकाई होता है। भारत का चुनाव आयोग स्वयं कहता है कि वो एक स्वतंत्र इकाई है। उन्होंने एक वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव आयोग संविधान के हिसाब से अपना काम नहीं कर रहा है। जब टी.एन. शेषन देश के चुनाव आयुक्त हुआ करते थे, तब चुनाव आयोग केंद्र सरकार को भी निर्देश देता था। भारत के संविधान के अनुसार, चुनाव की तारीखों के एलान के बाद देश में निष्पक्ष और बिना किसी के दबाव के चुनाव कराने के लिए देश का पूरा दारोमदार चुनाव आयोग पर होता था। लेकिन पिछले दिनों चुनाव आयोग के ऐसे कई उदाहरण सामने आए, जिससे हमें विश्वास हो जाए कि चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है और वो बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहा है।
सोमनाथ भारती ने शुक्रवार को दिल्ली कैंट में चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस द्वारा रोके जाने का वीडियो क्लीप साझा करते हुए कहा कि मैं नई दिल्ली लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी की तरफ से इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार हूं। जनता के बीच में जाकर प्रचार करना मेरा हक है। जब मैं दिल्ली कैंट में विधायक वीरेंद्र कादियान के साथ चुनाव प्रचार करने पहुंचा तो वहां 5 मिनट चुनाव प्रचार करने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। वहां से एसएचओ विपिन और तेबतिया हमारे साथ ऐसा व्यवहार करने लगे, जैसे हमने कोई बड़ा अपराध कर दिया हो। उन्होंने कहा कि हम आपको चुनाव प्रचार नहीं करने देंगे, पहले आप इसके लिए अनुमति पत्र दिखाइए। हमनें उन्हें बताया कि जब हम चुनाव आयोग से अनुमति लेने गए तो, आयोग ने हमसे कहा कि अभी तक आपका नॉमिनेशन नहीं हुआ है। जब आपका नॉमिनेशन हो जाएगा, तब आपको अनुमति दे दी जाएगी। जिसपर पुलिस अफसरों ने कहा कि अभी धारा 144 लगी हुई है। जब मैंने उनसे बोला कि हमें कागज दिखाओं कि कैसे और कहां-कहां ये धारा लगी है, तो उन्होंने साफ मना कर दिया कि हम कागज नहीं दिखाएंगे, वो थाने में हैं।
“आप” नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि भारत के एक पूर्व सीजेआई यूयू ललित गुरुवार को एक सभा में कह रहे थे कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना हर व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने ऐसा इस संदर्भ में कहा, क्योंकि इस समय दिल्ली में जहां देखो, वहां धारा 144 लगा दिया जाता है। कई बार धारा 144 को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। धारा 144 लगाने के नियम कायदे हैं, जिसमें आपको इसे लगाने के स्पष्ट कारण बताने होंगे। जिस क्षेत्र में लगाया जा रहा है वो बताना होगा। लेकिन कहीं भी कोई पुलिस इसके बारे में नहीं बता रही है। बीजेपी पुलिस का दुरुपयोग करके इंडिया गठबंधन के घटक दल आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार को रोक रही है।
उन्होंने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद, चुनाव निष्पक्ष तरीके से हो, इसकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग के पास है। उन्होंने 21 मार्च 2024 को इस देश की एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन चुनाव आयोग चुप बैठा रहा। 22 मार्च को जब इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया, तब पूरी दिल्ली को छावनी में तब्दील कर दिया गया। 23 मार्च को जब हम शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को शहीदी पार्क में श्रद्धांजलि अर्पित करने गए, उस दिन पंजाब से सीएम भगवंत मान के साथ कई सारे मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता गए, इन्होंने सबकुछ पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। उस दिन भी मुझे बस में बैठाकर काफी देर तक हिरासत में रखा। 24 मार्च को जब हमने दिल्ली में कैंडल मार्च किया, उसे भी दिल्ली पुलिस ने हर प्रकार से रोकने का कामल किया। 26 मार्च को पीएम आवास का घेराव करना था। ऐसे में ये सामने आ रहा है कि जहां बीजेपी प्रदर्शन कर रही है, वहां उन्हें किसी प्रकार से परेशान नहीं किया जा रहा है, और जहां आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन हो रहा है वहां। भारी संख्या में पुलिस बल है फिर चाहें किसी को कितनी भी गंभीर चोट लग जए लेकिन उनपर पुलिसबल का इस्तेमाल किया जा रहा है। 27 मार्च को इन्होंने हमारे पर्चे बांटने के कार्यक्रम को भी रोकने की कोशिश की। 28 मार्च को जब सीएम अरविंद केजरीवाल कोर्ट आए तब भी इन्होंने हमें जगह-जगह रोकने का प्रयास किया।
“आप” नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि चुनाव आयोग भी ईडी की तरह बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहा है। इसका कारण भी साफ है कि जिन तीन सदस्यों की टीम ने चुनाव आयोग के सदस्यों को चुनाव किया, उसमें पहले देश के प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश और विपक्ष के नेता हुआ करते थे। बीजेपी ने सदन के अंदर बिल लाकर चुनाव आयोग की चयनकर्ताओं की टीम से सीजेआई की जगह प्रधानमंत्री के अपने ही आदमी यानि एक कैबिनेट मंत्री को ला दिया। जब तीन लोगों में से दो बीजेपी के ही लोग होंगे तो क्या चुनाव आयोग निष्पक्षता के साथ काम करेगा, इसे समझना कोई बड़ा बात नहीं है।
“आप” नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि एक तरफ बीजेपी ने हमारे वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। फिर चाहें वो मनीष सिसोदिया हों, संजय सिंह हों, सत्येंद्र जैन हों या हमारे संयोजक अरविंद केजरीवाल हो इन्होंने हमारे सभी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। और अब जब मैं अपना चुनाव प्रचार करने निकला हूं, तो मुझे प्रचार भी नहीं करने दिया जा रहा है। मुझे हिरासत में ले लिया जा रहा है। न ही मेरे पास बड़े नेता हैं, और न मुझे खुद प्रचार करने दिया जा रहा है, तो मैं अपना प्रचार कैसे करूंगा? ये चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वो निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कदम उठाए। सोमनाथ भारती ने कहा कि मैं इस प्रेस कॉन्फेंस के जरिए ये सारी बातें चुनाव आयोग के संज्ञान में ला रहा हूं, अगर वो निष्पक्ष हैं तो इसके खिलाफ कदम उठाएं।
“आप” नेता सोमनाथ भारती ने बताया कि जब मैंने सीएम अरविंद केजरीवाल की कोर्ट की पेशी के दौरान उनसे पूछा कि अब हमको क्या करना चाहिए तो उन्होंने मुझसे कहा कि हम लोग देश की जनता और इस देश के लिए मरने-मिटने के लिए पैदा हुए हैं, हम वही करेंगे। जिस तरह से शहीद भगत सिंह ने अंग्रजों का सामना किया, उसी तरह से देश का हर व्यक्ति जो देश से प्यार करता है उसे इस तानाशाह से मुकाबला करना पड़ेगा। 29 मार्च को जब हमें चुनाव प्रचार से रोका गया तो हमने पुलिस से कहा था कि अगर धारा 144 लगी है तो हम 4 लोग हो जाते हैं, जिसपर उन्होंने कहा कि आप 4 लोग भी नहीं घूम सकते हैं। इसका साफ मतलब है कि पुलिस को बीजेपी की तरफ से निर्देश है कि आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार जहां भी घूमे उसे रोको। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव होना असंभव है, चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए