आम आदमी पार्टी ने भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा सीएए कानून लाकर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के करोड़ों लोगों को अपने देश के लोगों का घर, रोजगार और संसाधन देने के प्रयास पर प्रश्न खड़ा किया है। “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीएए को लेकर बुधवार को मैने ये प्रश्न उठाए थे, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार से मेरे इन सवालों का जवाब नहीं मिला है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पूरे जवाब में मुझे गाली-गलौज है। लेकिन मैं महत्वपूर्ण नहीं हूं, देश महत्वपूर्ण है। आज सारी सरकारें मिलकर अपने देश के युवाओं को रोजगार देने में असमर्थ हैं, ऐसे में पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के लोगों के लिए घर और रोजगार कहां से लाएंगे? उन्होंने कहा कि दिल्ली में राशन कार्ड कम पड़ रहे हैं, केंद्र सरकार इसकी संख्या बढ़ाने की इजाजत नहीं दे रही है, लेकिन पाकिस्तानियों का राशन कार्ड बनाना चाहती है। मैं देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि अगर आपके घर के सामने पाकिस्तानियों को बसा दिया जाए तो क्या आपको मंजूर है? क्या आपकी बहू-बेटियां और देश सुरक्षित होगा?
केंद्रीय गहमंत्री देश के 140 करोड़ लोगों की बात करें, मैं महत्वपूर्ण नहीं- केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सीएए को लेकर गुरुवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि दो दिन पहले कंेद्र सरकार ने सीएए का कानून पास किया था। बुधवार को मैंने एक प्रेसवार्ता करके यह समझाया कि कैसे सीएए देश के लिए बेहद खतरनाक है। इसे वापस लिया जाना चाहिए। बुधवार को की गई मेरी प्रेस कांफ्रेंस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपना बयान जारी किया है। अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री के बयान का जवाब देते हुए कहा कि मैंने उनका बयान सुना। मैंने सीएए पर जो प्रश्न उठाए थे, केंद्रीय गृहमंत्री ने अपने पूरे बयान में मेरे किसी प्रश्न का जवाब नहीं दिया है। उन्होंने केवल मुझे गाली-गलौंज और भ्रष्ट बताने के लिए अलावा कुछ नहीं कहा है। मुझे छोड़ दीजिए, मैं महत्वपूर्ण नहीं हूं, देश महत्वपूर्ण है। देश के 140 करोड़ लोग महत्वपूर्ण हैं। हमें देश के 140 करोड़ लोगों की बात करनी है।
हमारे देश में लोगों के पास नौकरियां-घर नहीं है, पहले अपने युवाओं के लिए रोजगार का इंतजाम करें- केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री से कहा कि आज केंद्र सरकार और देश की सारी राज्य सरकारें अपने बच्चों को रोजगार देने में असमर्थ हैं। केंद्र सरकार पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से इतनी भारी संख्या में लोगों को भारत में लाकर बसाना चाहती है, उनको नौकरियां कहां से देंगे? पहले अपने बच्चों के लिए तो नौकरी का इंतजाम कर लो। मेरा यही मूल प्रश्न था कि इन तीनों देशों से आने वाले लोगों के लिए घर और रोजगार कहां से आएंगे? आप जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से इतनी भारी संख्या में लोगों का माइग्रेशन कराकर भारत में बसाना चाहते हैं, उनके लिए घर-नौकरियां और संसाधन कहां से लाएंगे? हमारे देश में पहले से ही इतनी गरीबी है। लोगों के पास नौकरियां और घर नहीं है। तो फिर इन देशों से आने वालो लोगों को कहां बसाएंगे?
अगर हमने भारत के दरवाजे खोल दिए तो इतनी संख्या में लोग आ जाएंगे, जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकते- केजरीवाल
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद बड़े स्तर पर माइग्रेशन हुआ था। बहुत सारे लोग भारत से पाकिस्तान और बांग्लादेश गए थे और पाकिस्तान-बांग्लादेश से भी बहुत सारे लोग भारत आए थे। अब सीएए की वजह से जो माइग्रेशन होने वाला है, वो आजादी के दौरान हुए माइग्रेशन से कहीं ज्यादा बड़ा होने वाला है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान का कहना है कि सीएए के तहत इनके अल्पसंख्यक अगर भारत आकर रहना चाहें तो उनको इस बात की मंजूरी दी जाएगी कि उनको भारत की नागरिकता दे दी जाए। इन तीनों देशों में करीब ढाई से तीन करोड़ अल्पसंख्यक रहते हैं। वहां बहुत गरीबी है और उनके पास रोजगार नहीं है। भारत में आना और भारत की नागरिकता मिलना तो उनके लिए बहुत बड़े सपने की तरह है। अगर हमने भारत के दरवाजे खोल दिए तो इतनी बड़ी संख्या में लोग आने वाले हैं, जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। इन ढाई-तीन करोड़ लोगों में से अगर एक-डेढ़ करोड़ लोग भी आ गए, तो उनको कहां बसाया जाएगा। मेरा यह प्रश्न था। लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री ने इसका जवाब नहीं दिया।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान-बांग्लादेश में संदेश गया है कि भारत अब घुसपैठियों को वैध करने जा रहा है- केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयेाजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री का कहना है कि 2014 के पहले आए लोगों को ही भारत की नागरिकता देकर बसाया जाएगा। मैं केंद्रीय गृहमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या 2014 के बाद इन देशों से लोगों का आना बंद हो गया है? 2014 के बाद भी आ रहे हैं और अभी लोगों का आना जारी है। जो अवैध घुसपैठिए हमारे देश में आते थे, वो डरते थे कि अगर आ गए तो हमें निकाल देंगे, पकड़ लेंगे, जेल में डाल देंगे, क्योंकि अवैध थे। लेकिन केंद्र सरकार सीएए कानून बनाकर उनको भारत में आने को वैध बना रही है। अब उनका डर खत्म हो जाएगा। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में यह संदेश गया है कि भारत अब उनके देश के घुसपैठिए को वैध करने जा रहा है। आज केंद्र सरकार 2014 की बात कर रही है, कल को 2019 की बात करने लगेगी। फिर इसकी तारीख बढ़ाकर 2024 कर देंगे।
केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद देश में रोहिंग्या आए, सीएए के बाद तो ये बड़ी संख्या में आएंगे- केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयेाजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कंेद्रीय गृहमंत्री ने रोहिंग्यों की बात की। रोहिंग्या तो भाजपा की सरकार के दौरान ही भारत में आए थे। सारे रोहिंग्या तो 2014 के बाद आए हैं। ये लोग कैसे भारत आए? क्या आपकी सरकार के मिलीभगत से आए या आपकी सरकार की नाकामी की वजह से भारत आए। पूरे भारत में आपने पता नहीं कहां-कहां रोहिंग्यों को बसा रखा है। एक तरह से सीएए कानून के जरिए भारत में इन तीनों देशों के लोगों को आने का दरवाजा खोल कर वैध बना रहे हैं, वो देश के लिए बहुत ही खतरनाक है। सीएए कानून आने के बाद से अब देश में इतनी भारी संख्या में रोहिंग्या आने वाले हैं, जिनकी हम कल्पना नहीं कर सकते हैं।
हमारे देश के टैक्स का पैसा पाकिस्तानियों पर खर्च करना देश को मंजूर नहीं- केजरीवाल
उन्होंने कहा कि हमारे देश में 2014 के पहले भी इन देशों से लोग आए थे, अभी तक हमारे देश में उनको कोई अधिकार नहीं मिला है। अब उनको भारत की नागरिकता देकर उनको सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। अब आपकी सरकार पाकिस्तान से आए घुसपैठियों को सरकारी नौकरियां देगी। उनके राशन कार्ड बनाएंगी। आज दिल्ली में 72 लाख लोगों के राशन कार्ड हैं, जो कम पड़ते हैं। हम बार-बार केंद्र सरकार को लिखकर कहते हैं कि दिल्ली के अंदर गरीब ज्यादा हैं। इसलिए दिल्ली में राशन कार्ड की संख्या बढ़ाने की इजाज दी जाए, लेकिन केंद्र सरकार हमारे लोगों के लिए राशन कार्ड की संख्या बढ़ाने की इजाजत नहीं देती है और पाकिस्तान-बांग्लादेश, अफगानिस्तान से लाकर लोगों के राशन कार्ड बनाएंगे। यह तो सही नहीं है। आप हमारे देश के लोगों के अधिकार मारकर पाकिस्तान- अफगानिस्तान और बांग्लादेश के लोगों को अधिकार दे रहे हैं। सरकारी पैसा हमारे देश के 140 करोड़ लोगों का पैसा है, हमारे टैक्स का पैसा है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के लोगों ने टैक्स नहीं दिया है। इस देश के लोगों ने टैक्स दिया है। आप इस देश के लोगों के टैक्स का पैसा पाकिस्तान, बांग्लादेश के लोगों को लाकर बसाने में खर्च करना चाहते हैं। यह इस देश के लोगों को मंजूर नहीं है। मैं पूरी विनम्रता के साथ कह रहा हूं कि आप इसे समझने की कोशिश कीजिए।
देश के लोग बताएं, क्या पाकिस्तानियों के बसने से चारों तरफ कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा नहीं होगी?- केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं भारत के लोगों से जानना चाहता हूं कि अगर आपके घर के सामने सड़क के उस पार पाकिस्तान से आए हुए लोगों की झुग्गियां बसा दी जाए तो क्या यह आपको मंजूर होगा? पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले ये कौन लोग हैं? क्या आपकी बहू-बेटियां सुरक्षित होंगी? अगर पाकिस्तान के लोगों को पूरे देश में जगह-जगह बसा दिया गया, तो क्या देश के लोगों को यह मंजूर होगा? क्या आप पाकिस्तान के लोगों के बीच में अपने आपको सुरक्षित महसूस करेंगे? क्या देश सुरक्षित होगा, पता नहीं कैसे लोग होंगे? पाकिस्तान ही बहुत सारे लोगों को हमारे देश के अंदर भेज देगा। क्या हमारा देश सुरक्षित होगा, क्या देश में चारों तरफ कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा नहीं हो जाएगी? इसी को लेकर मैं चिंतित हूं। केंद्रीय गृहमंत्री से कहना चाहता हूं कि मेरी बात का अन्यथा न लें, मेरी बात समझने की कोशिश करें।
पाकिस्तानियों-बांग्लादेशियों को लाकर बसाएंगे तो यह देश को मंजूर नहीं है- केजरीवाल
उन्होंने कहा कि हम दूसरे देशों से क्यों नहीं सीखते हैं? आज कनाडा का क्या हाल हो गया है। कनाडा विकसित देश था। कनाडा ने अपने देश के दरवाजे खोले और पूरी दुनिया भर से लोग आ गए। अब कनाडा माइग्रेशन बंद कर रहा है। इसी तरह यूके को भी देखा जा सकता है कि उसका क्या हाल हो गया है। पूरी दुनिया के देश बाहर से आने वाले अप्रवासियों को रोकते हैं और आप भारत के दरवाजे खोल रहे हैं कि इन देशों के सारे गरीब आकर यहां बस जाएं। फिर हमारे देश के गरीबों की चिंता कौन करेगा? केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों और अत्याचार की वजह से हमारे देश में पिछले 10 सालों में करीब 11 लाख उद्योगपति और व्यापारी भारत छोड़कर चले गए। अगर आपको बाहर से लोगों को लाना ही है तो इनको वापस लाया जाए। यह लोग भी भारत के लोग हैं। ये अमीर लोग हैं। ये वापस आएंगे तो हमारे देश में फैक्ट्री लगाएंगे, दुकानें खोलेंगे, व्यापार करेंगे और हमारे लाखों बच्चों को रोजगार देंगे। इन लोगों को वापस लेकर आइए, पूरा देश आपका साथ देगा। लेकिन पाकिस्तानियों-बांग्लादेशियों को हमारे देश के अंदर लाकर बसाएंगे तो यह देश को मंजूर नहीं है।