दिल्लीवालों को लीगल मेट्रोलॉजी विभाग का अत्याधुनिक कार्यालय मिल गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा को मजबूत करने व पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से खाद्य-आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री इमरान हुसैन ने सोमवार को इसका विधिवत उद्घाटन किया। दिल्ली के विश्वास नगर स्थित प्लॉट नंबर 17, इंस्टीट्यूशनल एरिया में बना ये लीगल मेट्रोलॉजी विभाग के स्टेट ऑफ आर्ट अत्याधुनिक कार्यालय जनता को समर्पित किया गया।
उद्घाटन के अवसर पर वी पी कावले, सचिव (विधिक माप विज्ञान), पंकज कुमार ( नियंत्रक, बाट एवं माप विभाग) एवं ईदा राजा बाबू, खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री के सचिव के साथ-साथ विधिक माप विज्ञान विभाग और पीडब्ल्यूडी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे । नये भवन का कुल बिल्ड अप एरिया 763.71 वर्ग मीटर है और प्रत्येक फ्लोर 190.87 वर्ग मीटर एरिया का बनाया गया है । यह बिल्डिंग एक आरसीसी फ्रेम स्ट्रक्चर के ग्राउंड फ्लोर के साथ चार मंजिल बना है । नवनिर्मित भवन में एल्युमिनियम ग्लेज़्ड डोर एवं विंडो लगाए गए हैं। भवन के अंदर फर्श में विट्रीफाइड टाइल, ग्रेनाइट कोटा स्टोन का प्रयोग किया गया है। आम जनों की सुविधा के लिए भवन में एयर कंडीशनिंग एवं इलेक्ट्रिक लिफ्ट लगाई गई है
खाद्य-आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से विधिक माप विज्ञान विभाग और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को परियोजना को निर्धारित समय में पूरा करने के लिए उनके अथक प्रयासों के लिए बधाई दी। मंत्री ने बताया कि यह ऑफिस काम्प्लेक्स अब लीगल मेट्रोलॉजी विभाग के प्रधान कार्यालय (हेडक्वार्टर) के रूप में काम शुरू कर रहा है , जिसमें कंट्रोलर (नियंत्रक) और असिस्टेंट कंट्रोलर के कार्यालय भी हैं । नए कार्यालय परिसर में माप-तोल विभाग के दो जोनल कार्यालय भी है। इसके साथ वर्किंग स्टैंडर्ड लैब, सेकेंडरी लैब अत्याधुनिक कार्यशील प्रयोगशालाएं मानक उपकरणों से भी लैस हैं।
मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि विश्वास नगर में नए माप तोल विज्ञानं विभाग कार्यालय का सुचारू कामकाज शुरू होने से दिल्ली के लोगों, विशेषकर पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली में रहने वाले लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। दिल्ली के लोगों को एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को माप तौल विभाग से संबंधित माप उपकरणों के वेरीफिकेशन, स्टांपिंग, कैलिब्रेशन का कार्य करवाने में सुविधा होगी और समय की भी बचत होगी। अब माप-तौल विभाग के इस नये अत्याधुनिक भवन में पर्याप्त ऑफिस स्पेस उपलब्ध है, ऑफिस काम्प्लेक्स बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित है जिससे उपभोक्ताओं के माप-तौल उपकरणों के सत्यापन का कार्य और अधिक सुविधाजनक तरीके से हो पायेगा। माप तोल विज्ञान विभाग के नए भवन निर्माण और संचालन ने यह भी सुनिश्चित किया कि आवेदकों को उपकरणों की आवश्यक स्टैम्पिंग, सत्यापन और अंशांकन के लिए अब अन्यत्र दूर नहीं जाना पड़ेगा ।
इस अवसर पर उपभोक्ता मामले मंत्री ने कहा कि माप-तौल विभाग भी सभी प्रकार के माप उपकरणों के सत्यापन की प्रक्रिया को ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से करने की दिशा में कदम आगे बढ़ा रहा है, जिसे जल्द ही उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इस ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से निर्धारित शुल्क जमा करने और माप उपकरणों के सत्यापन से संबंधित प्रमाणपत्र डाउनलोड करने की सुविधा मिलने से हजारों ट्रेडर्स और दुकानदार लाभान्वित होंगे।
विधिक माप विभाग के कंट्रोलर ने बताया कि माप और तौल विभाग वस्तुओं के उत्पादन, व्यापार और वाणिज्य में सही तौल और माप उपकरणों के उपयोग को विनियमित करने का समुचित प्रयास करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी कमोडिटी के सटीक वजन, माप और सही संख्या उपभोक्ताओं को सुनिश्चित किया जा सके । माप तौल विभाग पैकेज्ड कमोडिटीज पर अनिवार्य स्टम्पिंग सुनिश्चित करता है जिससे उपभोक्ताओं के हितों को पूरा किया जा सके । विधिक माप विज्ञान विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 में कुल 8,63,427 बाट एवं माप उपकरणों को सत्यापित किया गया , विभाग के अंतर्गत 152 मनुफक्चरर्स , 441 डीलर तथा 237 repairer लाइसेंसधारी पंजीकृत हैं ।
मंत्री ने कहा कि माप तौल विभाग आम आदमी से जुड़ा हुआ डिपार्टमेंट है इसलिए विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों को अपने पैसे का सही मूल्य मिल सके । हम दैनिक उपयोग में जिन वस्तुओं का इस्तेमाल करते हैं उसकी सही माप हमें मिल सके। विभाग को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि पेट्रोल सीएनजी और सभी पैकेज कमोडिटी का सही माप दिल्ली के लोगों को मिले । माप और तोल विभाग ऑटो-रिक्शा / टैक्सी किराया मीटर, टैंक लॉरी और पेट्रोल वितरण इकाइयों का नियमित रूप से सत्यापन / अंशांकन का कार्य करता है। इसके अलावा विभाग दिल्ली यातायात पुलिस और राज्य परिवहन विभाग के सहयोग से सड़क पर ऑटो रिक्शा / टैक्सियों के किराया मीटर की नियमित जाँच भी करता है।