विधानसभा में बजट सत्र के दौरान शनिवार को दिल्ली के बजट पर चर्चा हुई। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बजट को बहुत शानदार बताते हुए कहा कि इसमें हर तबके और हर सेक्टर्स का ख्याल रखा गया है। इस बार का बजट हमारी माताओं-बहनों को और सशक्त बनाने वाला बजट है। बजट में 18 साल से ऊपर की हर महिला को एक-एक हजार रुपए देने की घोषणा की गई है। अगर किसी घर में कई महिलाएं हैं और वो पात्र हैं तो सभी को योजना के तहत एक-एक हजार मिलेंगे। सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज देश में दो तरह का गवर्नेंस मॉडल चल रहा है। इसमें एक ‘‘आप’’ का विकास मॉडल है और दूसरा भाजपा का विनाश मॉडल है। ‘‘आप’’ ने अपने विकास मॉडल के तहत सरकारी स्कूल-अस्पताल ठीक किए, मुफ्त और 24 घंटे बिजली कर दी और बुजुर्गों को तीर्थयात्रा करा रही है। वहीं, विनाश मॉडल के तहत ईडी-सीबीआई लगाकर विपक्ष को खत्म करने और अच्छा काम करने वाली विपक्ष की सरकारों के काम को रोका जा रहा है। दिल्ली में जो लोग दवाइयां, स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, बिजली की सब्सिडी रोक रहे, वो दिल्ली के दुश्मन हैं। दिल्लीवालों को मिलकर इन दुश्मनों को दिल्ली से बाहर निकालना पड़ेगा।
बजट बहुत शानदार है, इसमें सभी तबके और हर सेक्टर्स का ख्याल रखा गया है- अरविंद केजरीवाल
वित्त मंत्री आतिशी द्वारा पेश बजट को लेकर के शनिवार को विधानसभा में चर्चा हुई। इस दौरान पूर्व वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया को याद करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार के यह दसवां बजट है। इससे पहले मनीष सिसोदिया विधानसभा में बजट पेश किया करते थे और मैं उम्मीद करता हूं कि अगले साल का बजट मनीष सिसोदिया ही सदन में पेश करेंगे। उनकी अनुपस्थिति में आतिशी ने बतौर वित्त मंत्री ने सदन में बजट रखा। उन्होंने वित्त मंत्री को बधाई देते हुए कहा कि यह बजट बहुत अच्छा है। बजट में अमीर-गरीब, युवा, बुजुर्ग और हर जाति-धर्म समेत समाज के सभी तबकों और सेक्टर्स का ख्याल रखा गया है। बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क, नाली, ड्रेनेज सबका ख्याल रखा गया है।
‘‘आप’’ ने अपने विकास मॉडल के तहत दिल्ली की जनता का दिल जीतने का काम किया- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2014-15 में देश के अंदर दो घटनाएं घटीं। मई 2014 में देश के लोगों ने केंद्र में भाजपा को 282 सीटें देकर भारी बहुमत दिया और मोदी जी प्रधानमंत्री बने। जबकि फरवरी 2015 में एक आधे राज्य दिल्ली के अंदर जनता ने 70 में से 67 सीट देकर भारी बहुमत देकर नई पार्टी, आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई। जब जनता भारी बहुमत से सरकार बनती है तो उसको उन सरकारों से काफी उम्मीदें होती हैं। इन दोनों सरकारों ने पिछले 10 सालों के अंदर देश के सामने दो किस्म के गवर्नेंस के मॉडल रखे हैं और यह दोनों गवर्नेंस के मॉडल ऐसे हैं, जो चुनाव जीतने की गारंटी देते हैं। भाजपा गवर्नेंस मॉडल भी चुनाव जीताता है और आम आदमी पार्टी का गवर्नेंस मॉडल भी चुनाव जीताता है। आम आदमी पार्टी के गवर्नेंस का मॉडल विकास मॉडल है और भाजपा के गवर्नेंस का मॉडल विनाश का मॉडल है। 2015 में जब ‘‘आप’’ को प्रचंड बहुमत मिला, तब हमारे पास कोई पावर नहीं थी। दिल्ली पुलिस और एलजी हमारे पास नहीं था। फिर भी हम धीरे-धीरे लड़-लड़कर, हाथ जोड़कर, पैर पकड़ कर सरकारी स्कूल और अस्पताल ठीक कर दिए। लोगों के बच्चों को भविष्य दिया, गरीब के बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर बनने का सपना दिया, उनके सपनों को साकार किया। किसी के घर में कोई बीमार हो जाए तो उसके लिए अच्छे से अच्छा इलाज करने का इंतजाम किया। बिजली 24 घंटे और मुक्त कर दी, पानी मुफ्त कर दिया, बुजुर्गों को तीर्थयात्रा करवा रहे हैं। हमने दिल्ली की जनता का दिल जीतने का काम किया। यह आम आदमी के गवर्नेंस का विकास मॉडल है। इसके बाद हम 2020 में विधानसभा और फिर एमसीडी का चुनाव भारी बहुमत से जीत रहे है। इस बजट में जो घोषणा हुई है, उससे दिल्ली की जनता कह रही है कि दिल्ली की सातों लोकसभा की सीटें हमारे पास आएंगी।
प्रधानमंत्री को बच्चों के साथ फोटो खिंचवाने के लिए गुजरात में एक स्कूल नहीं मिला, फिर टेंट का स्कूल बनाकर उन्होंने बच्चों के साथ फोटो खिंचवाई- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दूसरी तरफ 2014 में भाजपा को भारी बहुमत मिला था। भाजपा ने दूसरा गवर्नेंस का मॉडल रखा, जो विनाश का मॉडल है। उस विनाश के मॉडल के दो हिस्से हैं। एक हिस्सा है, जिसमें सामने की सारी विपक्षी पार्टियों को कुचल दो, खत्म कर दो, खरीद लो, तोड़ दा,े गिरफ्तार कर लो, जेल भेज दो, ईडी-सीबीआई लगा दो। जब सामने कोई बचेगा ही नहीं तो चुनाव किसके बीच होगा। फिर तो यही लोग रहेंगे। इस दूसरे मॉडल के अंदर एक-एक करके सारे विपक्ष को खत्म करते जा रहे हैं। सरकारें गिरा देते हैं, विधायक तोड़ लेते हैं, धमकी देते हैं। इनके विनाश मॉडल का दूसरा हिस्सा है कि देश में कहीं भी विपक्ष की सरकार अच्छा काम कर रही है तो उनके काम को रोको। खुद अच्छा काम मत करो, लेकिन विपक्ष की सरकारों को अच्छा काम भी मत करने दो। अगर कोई दूसरी सरकार देश हित में काम कर रही है, तो उनको करने से रोको। ऐसा नहीं है कि देश की जनता ने इनको अच्छा काम करने का मौका नहीं दिया है। इनकी गुजरात में 30 साल से सरकार है। लेकिन इन्होंने एक सरकारी स्कूल ठीक नहीं किया। गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री जी का मन एक स्कूल में जाकर बच्चों के साथ फोटो खिंचवाने का हुआ। लेकिन इन्हें एक ऐसा स्कूल नहीं मिला, जहां जाकर प्रधानमंत्री जी इज्जत के साथ फोटो खिंचवा सकें। फिर एक टेंट का स्कूल बनाया गया। उसमें कुछ डेस्क लगाकर पांच बच्चे बैठाए गए और एक फर्जी टीचर को खड़ा किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री जी ने बच्चों के बीच अपनी फोटो खिंचवाई। अगले दिन जब हमारे कार्यकर्ता वहां पहुंचे तो वहां से टेंट का स्कूल गायब था। देश ने इनको भारी बहुत मौका दिया। अगर ये चाहते तो देश का दिल जीत लेते। अगर ये कुछ काम कर लेते तो इनको ईडी, सीबीआई, पुलिस और इनकम टैक्स की जरूरत नहीं पड़ती।
पूरे देश में ये लोग सरकारें गिरा रहे हैं और फिर कहते हैं कि हम जीतते हैं, ये जीतते नहीं है, सरकारें को गिराते हैं- केजरीवाल
सीएम ने कहा कि आज इनके पास पैसे कोई कमी नहीं है। इन्होंने पता नहीं कितना पैसा कमा रखा है। जब सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि इलेक्ट्रोरल बांड से किस-किस को पैसा मिला। अब ये बता ही नहीं रहे हैं कि कितने किस पार्टी को इलेक्ट्रोरल बांड से पैसे दिए। यह तो एक नंबर का पैसा है। लेकिन दो नंबर का पैसा तो पता नहीं कितना होगा। ये लोग पूरे देश में जाकर एक-एक विधायक को 25 से 50 करोड़ में खरीद रहे हैं। इन लोगों ने उत्तराखंड की सरकार गिरा दी। उत्तराखंड में जनता ने हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाई, लेकिन इन्होंने एमएलए खरीद कर उत्तराखंड की सरकार गिरा दी। इसके अलावा, इन्होंने कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा, अरुणाचल, प्रदेश की सरकार गिरा दी। अब हिमाचल प्रदेश की सरकार गिराने जा रहे हैं। फिर ये कहते हैं कि हम जीतते हैं। ये जीतते नहीं है, बल्कि चुनी हुई सरकारें को गिराते हैं। इन्होंने एक-एक करके पार्टिंयां तोड़ दी। महाराष्ट्र में जनता ने महा विकास अघाड़ी की सरकार बनाई। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनाई। सरकार अच्छी चल रही थी और अच्छा काम कर रहे थे। इन्होंने ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर शिवसेना और एनसीपी के विधायक तोड़ दिए और वहां की सरकार गिरा दी। इनका फार्मूला है कि सामने विपक्ष को रखो ही नहीं। सामने कोई विपक्ष ही नहीं रहेगा, फिर चुनाव किस बात का होगा। फिर तो इन्हीं को वोट मिलेंगे। ये कहते हैं कि मोदी नहीं तो कौन? यह बात इसलिए कहते हैं, क्योंकि जब इन्होंने सबको जेल में ही डाल दिया है तो बचा कौन है जो मोदी सामने होगा।
अगर इस देश से जनतंत्र को खत्म कर दिया जाए तो यह देश के साथ गद्दारी है- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब ये कह रहे हैं कि हम तो 370 सीटें जीत रहे हैं। ये लोग कहने की कोशिश कर रहे हैं कि अब हमें इस देश के 140 करोड लोगों की जरूरत नहीं है। अब तुम्हारे वोट की जरूरत नहीं है। घर बैठो, वोट डालने आओ तो डालना, नहीं डालने हो तो घर बैठना। हमें तो 370 सीटें मिल रही हैं, क्योंकि सामने कोई चुनाव लड़ने वाला ही नहीं बचा है। थोड़े दिन के अंदर सारा विपक्ष जेल में होगा। हिटलर ने भी यही किया था। हिटलर ने तीन महीने में कर दिया औ इन्होंने 10 साल लगा दिए। ये लोग जनतंत्र को खत्म कर रहे हैं। यह देश के साथ गद्दारी है और देशद्रोह है। अगर इस देश के अंदर जनतंत्र को खत्म कर दिया जाए तो यह देश के साथ गद्दारी है। मैं मन में सोच रहा था कि आज अगर भगवान श्रीराम होते तो ये ईडी-सीबीआई उनके घर भी भेज देते और सिर पर बंदूक रखकर पूछते कि भाजपा में आ रहा है या जेल जाएगा।
आम आदमी पार्टी भविष्य में इनको देश के अंदर चुनौती दे सकती है, इसलिए अब ये लोग हमें खत्म कर देना चाहते हैं- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब ये लोग आम आदमी पार्टी को तोड़ने में लगे हुए हैं। आम आदमी पार्टी को खत्म कर देना चाहते हैं, क्योंकि भविष्य में आम आदमी पार्टी इनको देश के अंदर चुनौती दे सकती है, अलग-अलग राज्यों में इनको चुनौती दे सकती है। आम आदमी पार्टी तेजी से बढ़ाने वाली पार्टी है और आम आदमी पार्टी वाले इनके काबू में नहीं आ रहे है। इन्होंने मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, संजय सिंह को जेल में डाल दिया। अब ये मुझे जेल में डालने की तैयारी कर रहे हैं। इन्होंने पूरी प्लानिंग कर रखी है। भाजपा में कुछ अच्छे लोग भी हैं। उन्होंने मुझे बताया कि आपको जेल भेजने की पूरी प्लानिंग कर ली गई है। आपको जेल में डालेंगे, आपकी सरकार गिराएंगे। सरकार गिराने के बाद ये लोग सबसे पहले फ्री बिजली योजना बंद करने का काम करेंगे। उन्होंने इसकी वजह बताई कि दिल्ली-पंजाब में फ्री बिजली होने से पूरे देश में इनको तकलीफ हो रही है। भाजपा के किसी भी राज्य में बिजली मुक्त नहीं है। आप जहां जाते हो, वहां बिजली मुक्त करने का वादा करते हो। लेकिन भाजपा तो नहीं कर सकती। हम तो पैसा खाते हैं, मुफ्त बिजली के लिए इतना बजट कहां से आएगा कि पैसा भी खा लें और बिजली भी मुक्त कर दें। दोनों तो नहीं हो सकता। फिर ये लोग दिल्ली के सरकारी स्कूल खराब करेंगे। क्योंकि भाजपा से तो सरकारी स्कूल ठीक नहीं होते हैं। इसके बाद मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल बंद करेंगे। भाजपा वालों ने पूरी प्लानिंग कर रखी है पहले केजरीवाल को गिरफ्तार करेंगे, उसके बाद दिल्ली को बर्बाद करेंगे। मुझे इन्होंने इतने नोटिस भेज दिए जैसे कि मैं देश का सबसे बड़ा आतंकवादी हूं। इनको दो-चार नोटिस आतंकवादियों को भी भेज देना चाहिए। ईडी के मेरे पास अब तक आठ समन आ चुके हैं और 9वां समन भी जल्द आने वाला है। ये जितने समन भेजेंगे, मैं उतने स्कूल बनवाऊंगा। मैं सदन से घोषणा करता हूं कि मेरे पास अभी तक ईडी के 8 समन आएं हैं और मैं दिल्ली में 8 नए स्कूल बनवाऊंगा। एक भाजपा वाले ने बहुत सही बोला है ‘‘केजरीवाल से नफरत करनी है तो संभल का करना है दोस्त, अगर उसके स्कूल और अस्पताल देख लिए तो मोहब्बत हो जाएगी केजरीवाल से।
बाबा साहब हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के पक्षधर थे, हम उनका सपना पूरा करने की कोशिश कर रहे- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमेरिका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रवेश द्वार पर बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति लगी है। बाबा साहब अंबेडकर 1913 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने गए थे। कोलंबिया यूनिवर्सिटी का कहना है कि अभी तक जितने लोग पढ़ने आए उसमें से सबसे बेस्ट स्टूडेंट बाबा साहब अंबेडकर थे। यह दिखाता है कि बुद्धिमत्ता पैसे की मोहताज नहीं है। बाबा साहब अंबेडकर बहुत गरीब परिवार से थे। यह दिखाता है कि बुद्धिमता किसी जाति की मोनोपली नहीं है। किसी भी जाति के अंदर बुद्धिमान लोग हो सकते हैं। हमें बाबा साहब अंबेडकर पर गर्व है। शायद लंदन स्कूल ऑफ एक्सचेंज के उपर भी बाबा साहब की मूर्ति लगी है। बाबा साहब अंबेडकर का सपना था कि इस देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। चाहे वो गरीब हो या अमीर हो या फिर किसी जाति-धर्म का हो। बाबा साहब हमारे आदर्श हैं। हम उनकी फोटो अपने घरों और ऑफिस में लगाते हैं। हमें यह खुशी है कि हम उनका सपना पूरा करने कोशिश कर रहे हैं। बाबा साहब अंबेडकर और भगवान हमें आशीर्वाद दें कि हम उनका सपना पूरा कर सकें।
हम दिल्लीवालों के लिए जो भी काम करने की कोशिश करते हैं, भाजपा वाले उसे रोकने की कोशिश करते हैं- केजरीवाल
सीएम ने कहा कि दिल्ली के अंदर हम जो भी काम करने की कोशिश करते हैं, भाजपा वाले उस हर काम को रोकने की कोशिश करते हैं। फिर भी मैं दिल्लीवालों का कोई भी काम रूकने नहीं दिया। इन लोगों ने देरी जरूर कर दी। हम 9 साल बाद भी दिल्ली में 530 मोहल्ला क्लीनिक ही बना पाए हैं। जबकि पंजाब में हमारी सरकार ने 2 साल के अंदर 830 मोहल्ला क्लीनिक बना दिए, क्योंकि वहां रोकने वाला कोई नहीं है। दिल्ली पहले तो एलजी साहब दो दो साल तक मोहल्ला क्लीनिक की फाइल ही पास नहीं कीं। अगर दिल्लीवालों को अच्छा इलाज मिल जाता तो उनका क्या चला जाता। उनको क्या तकलीफ हो रही थी। उनको एक ही तकलीफ थी कि केजरीवाल ने अच्छा काम कर दिया तो उनको एक भी वोट नहीं मिलेंगे। यह विनाश का मॉडल है, जिसमें विपक्ष के लोगों को अच्छा काम नहीं करने दिया जाता है। जब हमने सड़कों के किनारे मोहल्ला क्लीनिक बनाए, तब एमसीडी में इनकी सरकार थी। इन्होंने बुल्डोजर भेज कर दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक को तोड़ दिए। क्या दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक को अवैध अतिक्रमण माना जा सकता है। लेकिन मैं भी रुकने वाला नहीं था। मैं दिल्ली वालों का बेटा हूं। आज दिल्ली के अंदर 530 मोहल्ला काम कर रहे हैं और भी बन रहे हैं। एलजी साहब ने 2 साल तक सीसीटीवी कैमरे की फाइल रोक कर रखीं। जब एलजी ने साइन नहीं की तब मैं, गोपाल राय, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया एलजी के घर के अंदर घुसकर धरना दियोे और फाइल साइन करा कर लाए। हमने काम रुकने दिए नहीं दिया, लेकिन वह काम 2 साल पहले हो जाता। हम घर-घर राशन स्कीम लागू करना चाहते थे। इन्होंने उसे स्कीम को पास नहीं करने दी। अभी पिछले दिनों पंजाब में हमारी सरकार ने घर-घर राशन स्कीम लागू किया है। आज पंजाब में लोगों को घर-घर राशन मिल रहा है। एक दिन मैं दिल्ली के लोगों के लिए भी करके दिखाऊंगा। इन्होंने पिछले साल दो महीने मेरे दिल्लीवालों को इतना सताया। दिल्ली के अस्पतालों की दवाइयां बंद कर दी, डाटा एंट्री ऑपरेटर हटा दिए, उनकी तनख्वाह रोक दी। इनको लगता है कि ये खुदा हो गए, लेकिन खुद तो ऊपर बैठा है। भगवान इनको देख रहा है। इनको पाप चढ़ेगा। हमारे हिंदू धर्म में कहा गया है कि अगला जन्म भी होता है। अगले जन्म में इनका क्या हाल होगा? इन्होंने मोहल्ला क्लीनिक के सारे टेस्ट बंद कर दिए, बिजली काट दी और किराया रोक दिया। दो-तीन महीने मेरे दिल्लीवालों को तकलीफ तो हुई, लेकिन मैंने दोबारा सारा चालू करवा दिया।
भाजपा रोज दिल्लीवालों को मार रही है और आम आदमी पार्टी उसे बचा रही है, इसलिए दिल्ली की पूरी जनता हमारी तरफ है- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने गौतम बुद्ध से जुड़ी एक कहानी का जिक्रत करते हुए कहा कि उनके बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था। सिद्धार्थ गौतम एक राजा के बेटे थे। वो एक दिन बगीचे में घूम रहे थे। अचानक उनके सामने एक हंस आकर गिरा। हंस को एक तीर लगा हुआ था। सिद्धार्थ गौतम ने उस पक्षी को उठाया और तीर निकला। मरहम पट्टी कर उसकी जान बचाई। तभी सिद्धार्थ गौतम का चचेरा भाई देवदत्त सामने से दौड़ा आया और बोला कि यह पक्षी मेरा है, इसको तीर चला कर मैंने गिराया है, इसे मुझे दे दो। सिद्धार्थ गौतम कहते हैं कि यह पक्षी मेरा है, क्योंकि इसकी जान मैंने बचाई है। दोनों भाई लड़ते हुए राजा के दरबार में गए और सारी कहानी सुनाईं राजा ने दोनों भाइयों का अलग-अलग खड़ा कर दिया। पक्षी को बीच रख दिया जाता है ताकि पक्षी तय करें कि वो किसके साथ जाएगा। पक्षी धीरे-धीरे सिद्धार्थ गौतम के पास आ जाता है। इस कहानी में बताया गया है कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा है। आज दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी सिद्धार्थ गौतम है, भाजपा देवदत्त है और दिल्ली की जनता हंस है। भाजपा रोज दिल्ली की जनता के सीने पर तीर चलाकर मार रही है और आम आदमी पार्टी दिल्ली जनता की जनता को रोज मरहम पट्टी लगाकर बचा रही है। उसके जख्म दूर कर रही है। इसलिए दिल्ली की पूरी जनता आम आदमी पार्टी की तरफ आ है।
दिल्लीवालों से अपील, हमें दिल्ली के दुश्मनों को पहचान कर उन्हें सजा देनी होगी- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं दिल्ली वालों से बेहद प्यार करता हूं और दिल्ली के लोग भी मुझसे बहुत प्यार करते हैं। मैं हमेशा कहता हूं कि मैं एक बहुत छोटा आदमी था। मेरे जैसे आदमी को दिल्ली के लोगों ने इतने प्यार और विश्वास के साथ इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे दी। आज अगर दिल्ली के किसी भी परिवार में कोई तकलीफ होती है तो मेरे सीने में दर्द होता है। मेरी पूरी कोशिश होती है कि दिल्ली के लोगों की तकलीफें दूर कर सकूं। मुझे नहीं मालूम है कि मेरे और दिल्ली के लोगों के बीच का यह रिश्ता क्या कहलाता है? कुछ लोग कहते हैं कि पुराने जन्मों का कुछ रिश्ता है। मैं दिल्ली के लोगों को कहना चाहता हूं कि हमें दिल्ली की दुश्मनों को पहचानना पड़ेगा कि दिल्ली के दुश्मन कौन है? जो लोग दिल्ली के लोगों के दवाइयां रोक रहे हैं, बच्चों के स्कूल रोक रहे हैं, मोहल्ला क्लीनिक बनने से रोक रहे हैं, बिजली की सब्सिडी और बिजली रोक रहे हैं, वो दिल्ली के दुश्मन है। आज दिल्ली के ढाई करोड़ लोगों को मिलकर इन दुश्मनों को सजा देनी होगी। इन दुश्मनों को दिल्ली से हमेशा के लिए निकालना पड़ेगा।
हम बिजली मुफ्त करते हैं, लोगों का इलाज कराते हैं, इनकी तरह अपने अरबपति दोस्तों को पैसे नहीं देते हैं- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस बजट के अंदर 18 साल से ऊपर की हर महिला के लिए एक हजार रुपए देने का एलान किया गया है। मैं सोशल मीडिया में कई सारे वीडियो देख रहा था। कुछ लोगों की योजना को लेकर कुछ सवाल हैं। उनको मैं दूर करना चाहता हूं। हर परिवार में जितनी भी महिलाएं हैं और वो पात्र हैं तो उन सभी को एक-एक हजार रुपए मिलेंगे। इसमें ऐसा नहीं है कि एक परिवार से एक महिला को ही मिलेगा। अगर किसी परिवार में मां, बहू और बेटी है और तीनों पात्र हैं, तो तीनों को हजार-हजार रुपए दिए जाएंगे। एक तरह से उन तीनों को मिलाकर साल में 36 हजार रुपए उनको दिए जाएंगे। भाजपा वाले इसका खूब विरोध कर रहे हैं। महिलाओं को पैसे देने की क्या जरूरत है, महिलाएं बिगड़ जाएंगीं? महिलाएं जिम्मेदार नहीं होती है। मुझे नहीं पता कि इनको महिलाओं से इतनी तकलीफ क्यों है? उन्होंने कहा कि हम इस देश के हर परिवार के बारे में सोचते हैं। लोगों के बिजली मुक्त करते हैं, कोई बीमार हो जाए तो उसका इलाज कराते हैं, महिलाओं को हजार-हजार रुपए देते हैं। हम अपने अरबपति दोस्तों को पैसे नहीं दे रहे हैं, जैसे ये लोग अपने अरबपति दोस्तों के लिए काम करते हैं। इनको इतनी तकलीफ इसलिए हो रही है कि अगर केजरीवाल ने महिलाओं को पैसे दे दिए तो इनके अरबपति दोस्तों को पैसे लूटने के लिए नहीं बचेंगे।
उन्होंने कहा कि पहले सारी पर्टियां चुनाव से पहले मेनुफेस्टो, घोषणा पत्र लाने की बात कहती थीं और हम लोगों ने केजरीवाल की गारंटी कहना चालू किया। आजकल ये लोग भी गारंटियां दे रहे हैं। जब बजने लगे खतरे की घंटियां, तब मोदी जी को याद आई केजरीवाल की गारंटियां। देश के सामने दो मॉडल है, एक विकास का मॉडल है और दूसरा विनाश का मॉडल है। दोनों मॉडल चुनाव जीताते हैं। देश की जनता को तय करना है कि उनको देश का विकास चाहिए या देश का विनाश चाहिए। देश के लोगों को अपनी आंखें खोलनी पड़ेगी और देखना पड़ेगा कि इस देश के अंदर चल क्या रहा है।