आम आदमी पार्टी द्वारा पूरी दिल्ली में चलाया गया “मैं भी केजरीवाल” डोर टू डोर अभियान पूरी तरह सफल रहा। एक से 30 दिसंबर तक चले इस अभियान से ये साफ हो गया है कि दिल्ली की जनता सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी है। जनता का कहना है कि किसी भी परिस्थिति में सीएम केजरीवाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए और अगर उनको फर्जी मामले में गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें जेल से सरकार चलाना चाहिए। तथाकथित शराब घोटाला पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है। भाजपा दिल्ली-पंजाब में हुई हार से हताश है। इसलिए वो आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है। इस अभियान के तहत आम आदमी पार्टी करीब 23,82,122 घरों तक पहुंची। वहीं, अब आम आदमी पार्टी अपने अभियान के अगले चरण के तहत दिल्ली के हर वार्ड में “मैं भी केजरीवाल” जन संवाद अभियान चलाएगी।
इस संबंध में सोमवार को आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक ऋतुराज झा, उपाध्यक्ष और विधायक कुलदीप कुमार, उपाध्यक्ष और विधायक राजेश गुप्ता और उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह तोमर शामिल हुए। ‘आप’ विधायक ऋतुराज झा ने कहा कि हमारा ‘मैं भी केजरीवाल’ हस्ताक्षर अभियान 1 दिसंबर से 30 दिसंबर 2023 तक चला। इस अभियान के तहत हम 23,82,122 घरों तक पहुंचने में कामयाब रहे। लगभग 24 लाख घरों तक पहुंच कर हमने लोगों की राय ली। अगर एक घर में चार लोगों का परिवार मान लिया जाए तो हम लगभग 96 लाख लोगों से मिले। हमने उनके साथ विस्तार से चर्चा की। हमारे ‘मैं भी केजरीवाल’ डोर टू डोर कैंपेन को बड़े स्तर पर सफलता प्राप्त हुई है। जितना हमने सोचा था उससे कहीं ज्यादा पॉजिटिव रिजल्ट हमारे सामने आए हैं। हमारे इस अभियान को जनता का भरपूर प्यार और समर्थन प्राप्त हुआ है। मोदी सरकार ईडी और सीबीआई के दम पर हमें डराने में लगी हुई है लेकिन हमारे पास जनता का प्यार है। हम डरने वाले नहीं हैं।
प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि ‘मैं भी केजरीवाल’ हस्ताक्षर अभियान की सफलता के बाद अब हम पूरी दिल्ली में ‘मैं भी केजरीवाल’ जन संवाद अभियान शुरू करने जा रहे हैं। हमारा जन संवाद अभियान 4 जनवरी 2024 से शुरू होगा। दिल्ली में लगभग 44 लाख घर हैं जिनमें से 24 लाख घरों तक पहुंचने में हम लोग सफल रहे हैं। हमारे डोर टू डोर अभियान में दिल्ली के लोगों की क्या राय है उसको बताने के लिए अब हम हर वार्ड में जन संवाद करने जा रहे हैं। एक फर्जी शराब घोटाले में मोदी सरकार ने पहले से ही मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को जेल में बंद कर रखा है। हमारे सभी विधायकों और पार्षदों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी से निवेदन किया था कि अगर मोदी सरकार केजरीवाल जी को भी गिरफ्तार कर लेती है तो उन्हें किसी भी हालत में अपना इस्तीफा नहीं देना है। हमारे इस निवेदन पर मुख्यमंत्री जी ने कहा था कि मैं दिल्ली की जनता से राय लेकर ही कुछ फैसला लूंगा। हमारे संगठन महामंत्री ड्रा. संदीप पाठक और प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय के नेतृत्व में हम लोगों ने ये मुहिम चलाई और इसमें हमने कामयाबी हासिल की।
दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि डोर टू डोर कैंपेन के तहत हमारे मंत्रियों, विधायकों, पार्षदों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली की जनता से सीधे संवाद किया। हमने लोगों को बताया कि किस तरीके से मोदी सरकार फर्जी घोटाले की आड़ में हमारे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहती है। हमने इस फर्जी शराब घोटाले के बारे में दिल्ली की जनता को विस्तार से समझाया। हमने दिल्ली की जनता से सवाल पूछा कि अगर मोदी सरकार षड्यंत्र करके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेती है तो क्या उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए या उन्हें जेल से ही सरकार चलानी चाहिए? हमने लगभग एक करोड़ लोगों से मुलाकात की उनमें से 98 फीसदी लोगों का मानना है कि चाहे जो भी परिस्थिति हो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने पद से इस्तीफा नहीं देना है। अगर मोदी सरकार उनको गिरफ्तार कर लेती है तो उन्हें जेल से ही सरकार चलानी चाहिए।
प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक राजेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता अपने बेटे अरविंद केजरीवाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हुई है। दिल्ली के लोगों का कहना है कि हम हर हाल में अपने मुख्यमंत्री के साथ हैं। भाजपा जिस तरीके से षड्यंत्र करके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में डालने की कोशिश कर रही है उसको लेकर दिल्ली की जनता गुस्से में है। आज दो बड़े राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार है। दिल्ली नगर निगम में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है। गोवा और गुजरात में हमारे विधायक हैं। इसी वजह से भाजपा बुरी तरह डरी हुई है। आज भाजपा को सबसे ज्यादा डर अरविंद केजरीवाल से लगता है, इसीलिए वो अरविंद केजरीवाल को राजनैतिक रूप से खत्म करने के लिए षड्यंत्र रच रही है और भाजपा केजरीवाल को सलाखों के पीछे बंद करना चाहती है।