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दिल्ली के व्यापारियों से जुड़ी सीलिंग की समस्या का मुद्दा शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने संसद के उच्च सदन राज्यसभा में उठाया। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में चल रही सीलिंग को तुरंत प्रभाव से बंद कराने के लिए सदन में चर्चा का नोटिस दिया और सदन में आम आदमी पार्टी की इस मांग को कांग्रेस, टीएमसी समेत समूचे विपक्ष का साथ मिला और सभी ने एक सुर में सीलिंग का विरोध किया और इस सम्बंध में व्यापक चर्चा की मांग की।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एंव राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई प्रैस कॉंफ्रेंस में बोलते हुए कहा कि ‘दिल्ली में सात लाख व्यापारियों का बिज़नेस तबाह हो रहा है और भारतीय जनता पार्टी बजाए उसका हल निकालने के बहाने बना रही है,

दिल्ली के सात लाख व्यापारियों का व्यापार सीलिंग की वजह से तबाह हो रहा है- संजय सिंह, आप नेता एंव राज्यसभा सांसद

सीलिंग के मुद्दे पर बीजेपी ड्रामा कर रही है, एमसीडी में बीजेपी, केंद्र में बीजेपी, एलजी बीजेपी शासित केंद्र सरकार के, डीडीए बीजेपी की सरकार के पास। और भाजपा दिल्ली सड़कों पर जाकर व्यापारियों से झूठ बोल रही है।

आम आदमी पार्टी के सभी सांसदों ने संसद में सीलिंग का मुद्दा उठाया, बीजेपी को छोड़कर दूसरी सभी पार्टियों ने हमारे इस मुद्दे का समर्थन किया जिसके लिए हम विपक्ष को धन्यवाद देते हैं कि वो भी दिल्ली के व्यापारियों के हित में हमारी इस मांग और मुद्दे के साथ खड़े हुए।

सीलिंग को रुकवाने का अधिकार भाजपा शासित केंद्र सरकार और उसके अधीन काम करने वाली डीडीए के पास है और भाजपा शासित ही एमसीडी के पास भी, लेकिन बावजूद इसके बीजेपी दिल्ली के व्यापारियों की आवाज़ को नहीं सुन रही है। बीजेपी की ये सरकार संवेदनशून्य हो चुकी है।

बीजेपी के सातों लोकसभा सांसद एकदम चुप हैं, बीजेपी के ये सांसद दिल्ली के व्यापारियों की ना तो आवाज़ को ही सदन में उठा रहे हैं और ना ही व्यापारियों के बीच जाकर उनसे बात कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के सांसदों ने बाकायदा राज्यसभा में नोटिस देकर इस पर चर्चा कराने की मांग की थी, जब हमें सत्ता पक्ष की तरफ़ से बोलने से रोका गया तब हमने वेल में जाकर अपना विरोध दर्ज कराया।

आम आदमी पार्टी के विधायक और डीडीए के सदस्य सोमनाथ भारती ने कहा कि ‘सीलिंग का सारा समाधान मास्टर प्लान में ही मौजद है, मुख्यमंत्री जी ने पहले ही एलजी को पत्र लिखकर चार मांगे रखी थीं। हमने भी आज डीडीए की बैठक में वो सारी मांगें रखीं और इसके अलावा दो और मागें भी व्यापारियों से जुड़ी हमने बैठक में रखी। मुख्यमंत्री जी द्वारा उठाई गई तकरीबन सभी मांगों को मान लिया गया है लेकिन उनमें अभी कुछ शर्त रखी गईं हैं जिन्हें संशोधित कर दिया जाएगा तो व्यापारियों के हक़ में सीलिंग का स्थाई समाधान हो सकता है।

बैठक में प्रस्ताव पेश कर दिया गया है, वैसे तो पब्लिक की किसी भी आपत्ति के लिए प्रस्ताव 45 दिन तक रिज़र्व रखा जाता है लेकिन चूंकि ये मसला ज्यादा बड़ा और संवेदनशील है इसलिए इस मियाद को सिर्फ़ तीन दिन रखा गया है। सात तारीख को फिर से बैठक होगी और उम्मीद है कि व्यापारियो के हक़ में नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। ये आम आदमी पार्टी का सड़क से लेकर संसद तक का संघर्ष ही है कि आज डीडीए इस मुद्दे पर बैठक कर रहा है।

जिन 351 सड़कों का मुद्दा बीजेपी बार-बार उठा रही है, दरअसल उन सड़कों की सर्वे रिपोर्ट एमसीडी को दिल्ली सरकार के पास जमा करानी है और उसके बाद ही दिल्ली सरकार उसे सुप्रीम कोर्ट में भेजेगी, लेकिन हम फिर से यह बात बताना चाहेंगे कि इन 351 सड़कों पर कोई सीलिंग नहीं हुई है और इनका सीलिंग से कोई लेना-देना नहीं है। बीजेपी दिल्ली के व्यापारियों और मीडिया को बार-बार गुमराह करने और अपनी नाकामी छिपाने का प्रयास कर रही है।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता ने कहा कि ‘हमने संसद में व्यापारियों का मुद्दा उठाया जिसे दूसरे दलों का भी समर्थन प्राप्त हुआ, सोमवार को इस मुद्दे पर सदन में चर्चा होगी जिसमें हम बढ़-चढ़ कर व्यापारी भाईयों के हक़ की बात उठाएंगे।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ‘हमारी मांग है कि सीलिंग से जुड़े मुद्दे के स्थाई समाधान के लिए संसद में दोबारा बिल लाया जाए जिससे कि पुराने कानूनों को बदल कर व्यापारियों की समस्याओं का हल किया जा सके। दूसरा यह कि बीजेपी नेता विजय गोयल दिल्ली की सड़कों पर तो व्यापारियों के सामने झूठ बोलते हुए कुछ और बात कहते हैं और जब हमने संसद में व्यापारियों के हक़ में सीलिंग बंद कराने का मुद्दा उठाया तो बीजेपी नेता विजय गोयल व्यापारियों के ख़िलाफ़ फैसले लेते हुए नज़र आते हैं और हमें बोलने से रोका गया।

सीलिंग के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी ने शुरु से ही संघर्ष किया है और इस समस्या के स्थाई समाधान तक यू हीं संघर्ष जारी रखेगी।

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sudhir

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