राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले तीन दिनों में यमुना के जलस्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हैं। गुरुवार सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर 208.53 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3 मीटर ज्यादा है। यमुना के बढ़ते जलस्तर की वजह से दिल्ली के वज़ीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करने का फैसला किया है। जबकि सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी के उत्पादन में 25 फीसदी की कमी आई है। कुल मिलाकर पानी के उत्पादन में 280 एमजीडी की कमी आई है।
दिल्ली जल बोर्ड के इन तीनों प्लांट्स के बंद होने की वजह से दिल्ली के कई हिस्सों में लोगों को 1 -2 दिन तक पीने के पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है। मध्य दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और उत्तर- पूर्वी दिल्ली में इन प्लांट्स से पानी की सप्लाई की जाती है। वर्तमान स्थिति के मद्देनज़र दिल्ली जल बोर्ड द्वारा लोगों को पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने की सलाह दी जाती है। टैंकर मंगवाने या पेयजल आपूर्ति से जुड़ी किसी समस्या के लिए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा कंट्रोल रूम के इमरजेंसी हेल्पलाइन फ़ोन नंबर जारी किए गए है।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने गुरुवार को ताजा स्थिति का निरीक्षण करने के लिए यमुना नदी के समीप स्थित वज़ीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया। इस दौरान जल मंत्री सौरभ भारद्वाज और डीजेबी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
बीते बुधवार को दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने भी वज़ीराबाद वाटर ट्रीटमेंट का निरीक्षण कर जलस्तर की ताजा स्थिति और बाढ़ से निपटने के इंतजामों का जायजा लिया था। सामान्य स्थिति होने पर जल्द ही सामान्य जल आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
इस वजह से बंद हुए प्लांट
इन प्लांट्स के माध्यम से दिल्ली में आगे पानी की सप्लाई करने के लिए यमुना के कच्चे पानी को इन प्लांट्स में साफ़ किया जाता है। यमुना से कच्चा पानी लेने के लिए वज़ीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पंप हाउस बनाए गए है। यमुना का जल स्तर बढ़ने से नदी का पानी इन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स में घुस गया है। जिसकी वजह से वज़ीराबाद, ओखला और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पंप हाउस पानी में डूब गए है। पानी भरने की वजह से इन तीनों प्लांट्स में पंप हाउस का संचालन संभव नहीं हो रहा है जिसके चलते यमुना से कच्चा पानी नहीं मिल पा रहा है और तीनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स को बंद करना पड़ा है। वही यमुना का जल स्तर बढ़ने की वजह से सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी प्रभावित हुआ है और यहां पानी के उत्पादन में 25 फीसदी की कमी आई है। कुल मिलाकर पानी के उत्पादन में 280 एमजीडी की कमी आई है।
इन इलाकों में जल आपूर्ति होगी प्रभावित
वज़ीराबाद, चंद्रावल, ओखला और सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लान से मध्य दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली में पानी की सप्लाई की जाती है। इन प्लांट्स के बंद होने से सिविल लाइन्स क्षेत्र, हिन्दू राव अस्पताल, कमला नगर, पटेल नगर (ईस्ट – वेस्ट ),करोल बाग, पहाड़गंज, एनडीएमसी एरिया,ओल्ड – न्यू राजेंद्र नगर,बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंदरपुरी, शास्त्री नगर, कालका जी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार, अंबेडकर नगर, प्रह्लादपुर, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन , गुलाबी बाग़, पंजाबी बाग,जहांगीरपुरी, मूलचंद,साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश और केंट एरिया के क्षेत्र, पूर्वी दिल्ली का क्षेत्र, सोनिया विहार, यमुना विहार, भजनपुरा, शास्त्री पार्क, घोंडा, सीमापुरी में 1 – 2 दिन के लिए जलापूर्ति प्रभावित हो सकती है।
सीएम अरविन्द केजरीवाल ने किया वज़ीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने गुरुवार को यमुना नदी के समीप स्थित वज़ीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान जल मंत्री सौरभ भारद्वाज और डीजेबी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने यहां बाढ़ से निपटने के प्रबंधों और ताजा स्थिति का जायजा लिया। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने भी बीते बुधवार को डीजेबी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वज़ीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा कर ताजा स्थिति का जायजा लिया था। जल संकट से परेशानी कम हो, इसके लिए सीएम केजरीवाल आज सुबह 11 बजे खुद वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर हालात का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने कहा कि 1-2 दिन तक लोगों को पानी की दिक्कत हो सकती है। उन्होंने कहा कि यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से आज तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करने पड़े हैं। जैसे ही स्थिति यहाँ सामान्य होगी हम इसे जल्द शुरू करेंगे।
डीजेबी उपाध्यक्ष ने बुलाई इमरजेंसी बैठक, प्रभावित क्षेत्रों की टैंकर मैपिंग
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने वर्तमान स्थिति से निपटने और वैकल्पिक व्यवस्था के लिए डीजेबी मुख्यालय में आज आपातकालीन बैठक बुलाई। इस बैठक मेंबर वाटर, एडिशनल चीफ इंजीनियर्स और सभी जोन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में प्लांट्स बंद होने के बाद जलापूर्ति से प्रभावित क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था करने को लेकर चर्चा की गई। डीजेबी के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने कहा कि डीजेबी के अधिकारी प्लांट्स में 24 घंटे स्थिति की निगरानी कर रहे है और वो खुद भी अधिकारियों से लगातार सभी प्लांट्स की स्थिति की जानकारी ले रहे है। डीजेबी उपाध्यक्ष दो दिन से लगातार वज़ीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर रहे है। डीजेबी उपाध्यक्ष ने आज भी वज़ीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि डीजेबी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स को बाढ़ के पानी से बचाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है हालांकि ज्यादा पानी भरने की वजह से सुबह 9 बजे तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स को बंद करना पड़ा है। इन प्लांट्स के बंद होने की वजह से 19 विधानसभा क्षेत्रों की जल आपूर्ति प्रभावित होने की संभावना है। इन प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों में दिल्ली की लगभग 35 फीसदी जनसंख्या रहती है। डीजेबी उपाध्यक्ष ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में जलापूर्ति प्रभावित हुई है, डीजेबी ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर उनकी टैंकर मैपिंग की है। डीजेबी इन विधानसभा क्षेत्रों में टैंकर की मदद से लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराने की वैकल्पिक व्यवस्था करेगा।अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त टैंकरों की व्यवस्था की गई है।
डीजेबी ने जारी किया इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर
इन तीन प्लांट्स के बंद होने और सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में उत्पादन कम होने की वजह से जलापूर्ति प्रभावित होने की आशंका है। इसलिए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। टैंकर मंगवाने या पेयजल आपूर्ति से जुड़ी किसी समस्या के लिए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा कंट्रोल रूम के इमरजेंसी हेल्पलाइन फ़ोन नंबर जारी किए गए है। आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली जल बोर्ड द्वारा जारी किये गए इमरजेंसी हेल्पलाइन फ़ोन नंबर; 23527679/ 23634469 या दिल्ली दिल्ली जल बोर्ड की हेल्पलाइन 1916 पर संपर्क किया जा सकता है। वर्तमान स्थिति के मद्देनज़र दिल्ली जल बोर्ड द्वारा लोगों को पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने की सलाह दी जाती है।