शिक्षा मंत्री आतिशी ने मंगलवार को शाहाबाद डेयरी हत्याकांड की पीडिता के परिवार से उनके घर जाकर मुलाकात की और दुःख की इस घड़ी में परिवार को सांत्वना दी| मंत्री आतिशी ने परिवार को केजरीवाल सरकार की ओर से हर संभव मदद करने का वादा किया और परिवार को न्याय दिलाने की बात कही| उन्होंने कहा कि किसी भी माता-पिता के लिए बच्चे को खोने से बड़ा दुःख कुछ नही है| साक्षी के माता-पिता चाहते है कि उनके बेटी को न्याय मिले| उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में महिलाएं घर से निकलने में असुरक्षित महसूस कर रही है| दिल्ली के माता-पिता एक ही सवाल पूछ रहे है कि हम अपने बेटियों को कॉलेज और ऑफिस कैसे भेजे जब बीच सड़क पर ही लड़कियों की हत्या हो रही है| उन्होंने कहा कि एक महिला और चुनी हुई सरकार में मंत्री होने के नाते मेरी एलजी साहब से निवेदन है कि अरविन्द केजरीवाल जी के कामों को रोकने के बजाय कानून व्यवस्था को ठीक करने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाए और और दिल्ली की बेटियों व महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें|
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, किसी भी माता-पिता के लिए बच्चे को खोने से बड़ा दुःख कुछ नही होता है | उन्होंने कहा कि साक्षी के माता-पिता सिर्फ इतना चाहते है कि उनके बेटी को न्याय मिले | मैंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के तरफ से आश्वासन दिया है कि बिटिया के न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए कोर्ट में बड़े से बड़े वकील को प्रस्तुत कर गुनेहगार को सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे |
उन्होंने कहा कि मैं महिला होने के नाते और चुनी हुई सरकार के मंत्री के होने के उपराज्यपाल साहब से निवेदन करना चाहती हूं कि देश के संविधान ने दिल्ली की कानून व्यवस्था को और सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी आपको दी है, उसे निभाए| लेकिन आप अपना पूरा समय अरविंद केजरीवाल जी के काम रोकने में लगाते है | उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल साहब अगर अरविन्द केजरीवाल जी के काम रोकने के बजाय अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाते तो आज दिल्ली में लॉ एंड आर्डर की यह स्थिति नहीं होती|
शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक घटना साक्षी के साथ हुई और आज दुसरी घटना मजनू के टीला पर हुई है जहां एक लड़की का मर्डर हुआ है | उन्होंने कहा कि रोज़ रोज़ दिल्ली की बेटियों के साथ हिंसा हो रही है , अत्याचार हो रहा है तो कभी उनका बलात्कार हो रहा है | उन्होंने ने कहा कि मै एलजी साहब से एक सवाल पूछना चाहती हूं कि, आपको दिल्ली के उपराज्यपाल के रूप में एक साल से ज्यादा हो गए लेकिन आपने कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए कौन-कौन से अहम कदम उठाए है|
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में कोई भी महिला रात के अंधरों में घर से निकलने में सुरक्षित महसूस नहीं करती है| दिल्ली के सभी माता-पिता एक ही सवाल पूछ रहे है कि हम अपने बेटियों को कॉलेज और ऑफिस कैसे भेजे जहां बीच सड़क पर हत्या की जा रही है| मैं महिला होने के नाते मै उपराज्यपाल साहब से अपील करना चाहती हूं कि वो अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं और दिल्ली की बेटियों व महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें|