अभी हाल ही में आरएमआर से नियमित हुए एनडीएमसी के कर्मचारियों ने मंगलवार को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम आयोजित कर सीएम अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद किया। इस दौरान कर्मचारियों ने आरएमआर से पक्का कराने में सीएम अरविंद केजरीवाल के अथक प्रयासों की जमकर सहारना की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2013 में हमारी मात्र 49 दिन की सरकार बनी थी। हमने जनवरी 2014 में टीएमआर कर्मचारियों को आरएमआर कराया। इसके बाद 2018 में मेरी अध्यक्षता में हुई एनडीएमसी काउंसिल की मीटिंग में आरएमआर कर्मचारियों को पक्का (नियमित) करने का प्रस्ताव पास कराया गया और इसे मंजूरी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया गया। केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को लेकर पांच साल तक बैठी रही, लेकिन मैंने अपना प्रयास करना जारी रखा। मैं कई बार पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मौजूदा गृहमंत्री अमित शाह से मिला और उन्हें चिट्ठियां भी लिखीं। फरवरी 2023 में केंद्रीय गृहमंत्री का पत्र मिला कि आरएमआर कर्मचारियों को पक्का कर दिया गया है।
दरअसल, एनडीएमसी के आरएमआर कर्मचारियों को पक्का कराने में सीएम अरविंद केजरीवाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मुख्यमंत्री के इन प्रयासों की बदौलत पक्का हुए आरएमआर कर्मचारियों ने मंगलवार को नई दिल्ली विधानसभा में एक कार्यक्रम आयोजित कर सीएम अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया और उनका धन्यवाद ज्ञापित किया। नई दिल्ली विधानसभा सीएम अरविंद केजरीवाल का निर्वाचन क्षेत्र भी है।
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम लोगों ने 2012 में आम आदमी पार्टी का गठन किया था और 2013 में पहली बार दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ा था। इस दौरान मैं दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। मेरे से पहले इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित चुनाव लड़ती थीं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2013 में जब मैं पूरे इलाके में घूम रहा था, तब लोगों ने अपनी समस्याएं बताई। इनमें काफी लोगों ने कहा कि कई सालों से वे बतौर टीएमआर काम कर रहे हैं। टीएमआर कर्मचारियों को साल भर में कुछ दिन ही काम मिलते हैं और फिर निकाल देते हैं। उस समय सभी लोगों ने मांग थी कि अगर आम आदमी पार्टी की बन जाती है तो इन कर्मचारियों को टीएमआर से आरएमआर कर दिया जाए। हम तो बहुत छोटे से लोग हैं। हमारी नई-नई छोटी सी पार्टी थी लेकिन भगवान ने कुछ चमत्कार दिखाया और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई। पहली बार में ही आम आदमी पार्टी की 28 सीट आई थी। ऊपर वाले के आशीर्वाद और दिल्ली की जनता के सहयोग से मैं मुख्यमंत्री बन गया। तब हमारी मात्र 49 दिन की सरकार बनी थी। हमने जनवरी 2014 में सभी टीएमआर कर्मचारियों को आरएमआर में कराया। दूसरी पार्टियां जो काम 15-20 साल में नहीं कर पाईं, उस काम को हमने 49 दिन की सरकार में ही कर दिया।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि आरएमआर कर्मचारियों से हमसे उम्मीद बढ़ी और कुछ समय बाद वे पक्का करने की मांग करने लगे। मुझे याद है कि 2018 में मेरी अध्यक्षता में एनडीएमसी काउंसिल की मीटिंग हुई थी। उस मीटिंग में मैंने एक प्रस्ताव पास कराकर सभी आरएमआर कर्मचारियों को पक्का कराया। चूंकि आरएमआर कर्मचारियों को पक्का करने की पावर एनडीएमसी के पास नहीं है। इसलिए प्रस्ताव को केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजना पड़ेगा। इसके बाद इस प्रस्ताव को केंद्रीय गृह मंत्रालय की सहमति लेने के लिए भेज दिया गया।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आरएमआर कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव 2018 में पारित किया गया था और केंद्र सरकार 5 साल तक इसे लेकर बैठी रही, लेकिन मैं नहीं बैठा रहा। मैं लगातार प्रयास करते रहा। 2018 में तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह से कई बार जाकर मिला और उनको कई चिट्टियां भी लिखी। इसके बाद 2019 में अमित शाह देश के गृहमंत्री बने। मैं उनसे भी जाकर कई बार मिला और आरएमआर कर्मचारियों को पक्का करने की मांग की। साथ ही उन्हें चिट्टियां भी लिखी। आखिरकार सभी के सहयोग और ऊपर वाले के आशीर्वाद से फरवरी 2023 में आरएमआर कर्मचारियों को पक्का कर दिया गया।
सीएम ने कहा कि जिस दिन मुझे चिट्ठी मिली कि सभी आरएमआर कर्मचारी पक्का कर दिए गए हैं तो मुझे बहुत खुशी मिली। फरवरी में भी मैंने केंद्रीय गृह मंत्री को एक चिट्ठी लिखी थी। तब गृहमंत्री से जवाब आया कि एक दिन पहले ही हमने आरएमआर कर्मचारियों को पक्का कर दिया है। इससे लगभग 4500 परिवार खुश हो गए। सीएम ने कहा कि मैं आप सभी के साथ हूं। मैं आपके भाई और बेटे के समान हूं। आपको कोई जरूरत हो तो कभी भी हमारे पास आ सकते हैं। हम सबके लिए काम करेंगे। हम तो 24 घंटे काम करने के लिए ही आए हैं। हमें नेतागिरी और राजनीति नहीं करनी आती है। इसीलिए ये हमेशा मेरे उपर चढ़े रहते हैं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि आप और आपके परिवार खूब तरक्की करे।