मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार द्वारा श्रमिक वर्ग के लोगों के लिए चलाई जा रही सभी योजनाओं का पूरा लाभ मजदूरों तक पहुंचाने के लिए श्रम विभाग बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान की शुरुआत करने जा रहा है। जन-जन को सरकारी योजनाओं की जानकारी मिले और वह इसका लाभ उठा सकें यह सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली के श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने शुक्रवार को श्रम विभाग व दिल्ली भवन एवम संनिर्मान श्रमिक कल्याण बोर्ड के उच्च अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस दौरान श्रम मंत्री ने दिल्ली में श्रमिक वर्ग को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए एक विशाल जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए। जिसके तहत दिल्ली के निर्माण स्थलों पर पोस्टर-बैनर लगाए जाएंगे और वहां काम करने वाले मजदूरों को एक मासिक पत्रिका बांटी जाएगी। सरकार उन्हें बताएगी कि श्रमिक वर्ग की बेहतरी के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है। इसके अलावा रेडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से भी श्रमिकों को उनसे जुड़ी जरूरी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा।
श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सपना है कि दिल्ली के हर वर्ग के लोगों का कल्याण हो, उनका विकास हो। उनके इस सपने को सच करने के लिए हम श्रमिक वर्ग के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। दिल्ली में मजदूरों के कल्याण के लिए दिल्ली सरकार नई योजनाएं लाने के साथ ही पहले से मौजूद सुविधाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है ताकि श्रमिक वर्ग को सरकार की सभी सेवाओं का पूरा लाभ मिल सके। वहीं श्रम विभाग की ओर से मजदूरों के 50 लाख से ज्यादा दस्तावेजों का डिजिटाइजेशन किया गया है, अब श्रमिकों के जरूरी दस्तावेज विभाग के पास हमेशा के लिए सुरक्षित हैं, जिससे उन्हें भविष्य में सरकारी योजनाओं का बेहतर लाभ मिलेगा। श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने दिल्ली भवन एवं अन्य सन्निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड (DBOCWWB) के अधिकारियों के साथ बैठक में ऑन-साइट कौशल प्रशिक्षण योजना, श्रमिक औजार टूलकिट सहायता योजना, मजदूरों के हेल्थ चेकअप के लिए डॉक्टर ऑन व्हील्स योजना और श्रमिकों के बच्चों के लिए शिशुगृह (क्रेच) बनाने की योजना की समयसीमा तय कर इन्हें जल्द लागू करने के भी निर्देश दिए।
मासिक पत्रिका से श्रमिकों को मिलेगी केजरीवाल सरकार की पूरी जानकारी
श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने समीक्षा बैठक में कहा कि मजदूरों को बेहतर से बेहतर सुविधा देने के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम उन्हें दिल्ली सरकार की श्रमिकों से जुड़ी सभी योजनाओं के बारे में जागरूक करें। इस दिशा में काम करते हुए श्रम विभाग बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान शुरू करेगा। इसके लिए सभी निर्माण स्थलों पर पोस्टर, बैनर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उन्हें एक मासिक पत्रिका बांटी जाएगी, जिसमें उन्हें केजरीवाल सरकार की श्रमिकों के लिए सभी योजनाओं के बारे में तो बताया ही जाएगा। इसी के साथ श्रमिकों को सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम और नई पहल के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। श्रमिकों को सरल भाषा में यह बताया जाएगा कि उनके लिए सरकार की यह योजनाएं कैसे लाभकारी हैं और वह कैसे इस योजनाओं के लिए आवेदन कर इनका लाभ उठा सकते हैं। श्रम मंत्री ने बैठक में अधिकारियों को जल्द से जल्द इस दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
मजदूर वर्ग के लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिए श्रम विभाग बहुत जल्द ही रेडियो के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने का काम शुरू करेगा। रेडियो जिंगल के माध्यम से जनता को बड़ी आसानी से सरकार की योजनाओं से अवगत कराया जा सकता है। इसी तरह दिल्ली सरकार सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों को जागरूक करने का काम करेगी।
मजदूरों का कौशल विकास कर बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएगा श्रम विभाग
श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में अधिकारियों को ऑन-साइट कौशल प्रशिक्षण योजना, श्रमिक औजार टूलकिट सहायता योजना, मजदूरों के हेल्थ चेकअप के लिए डॉक्टर ऑन व्हील्स योजना और श्रमिकों के बच्चों के लिए शिशुगृह बनाने की योजना की समयसीमा तय कर इन्हें जल्द लागू करने की दिशा में कार्य करने के भी निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के श्रमिकों के जीवन को सुगम बनाने के लिए उनका कौशल विकास करने के साथ ही उन्हें अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं देने की दिशा में भी काम कर रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार के श्रम विभाग ने कई नई योजनाओं पर कार्य शुरू किया है। श्रमिकों के कौशल विकास के लिए ऑन-साइट कौशल प्रशिक्षण योजना लाई जा रही है। जिसके पहले चरण में निर्माण स्थल पर काम करने वाले करीब 2 लाख मजदूरों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे और श्रमिक भी कुशल बनेंगे। इसी तरह श्रमिक औजार टूलकिट सहायता योजना के तहत श्रमिकों के कौशल विकास प्रशिक्षण के बाद उन्हें एक टूलकिट प्रदान की जाएगी। जिससे उन्हें कार्यक्षेत्र में फायदा मिलेगा और यह मजदूरों की सुरक्षा के लिहाज से भी फायदेमंद साबित होगी।
वहीं मजदूरों के हेल्थ चेकअप के लिए श्रम विभाग डॉक्टर ऑन व्हील्स योजना लेकर आएगा। जिसमें पंजीकृत श्रमिकों का निर्माण स्थल पर ही निश्शुल्क हेल्थ चेकअप किया जाएगा और उन्हें डॉक्टर से परामर्श मिलेगा। श्रमिक वर्ग में महिलाओं की भागीदागी बढ़ाने के लिए और उनकी सहूलियत के लिए खास श्रमिकों के बच्चों के लिए मोबाइल शिशुगृह (क्रेच) बनाने की योजना है। यह शिशुगृह निमार्ण स्थल पर ही मौजूद रहेंगे जिससे श्रमिकों को बच्चों के रखरखाव की परेशानी नहीं होगी। खास बात यह है कि इन शिशुगृह में बच्चों को संभालने के साथ ही उन्हें पौष्टिक आहार भी प्रदान किया जाएगा, जिससे बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा होगा।
मजदूरों के 50 लाख दस्तावेज हुए डिजिटल
श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि श्रम विभाग के सभी दस्तावेज अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपलोड हो गए हैं। श्रम विभाग के सभी जिलों के दफ्तरों में मौजूद निर्माण श्रमिकों के 50 लाख से अधिक दस्तावेजों को अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर दिया गया है। इसका सबसे बड़ा लाभ श्रमिकों को मिलेगा। श्रम विभाग में पंजीकृत सभी श्रमिकों के दस्तावेज अब हमेशा के लिए सरकारी रिकॉर्ड में डिजिटल भी मौजूद रहेंगे। जिससे भविष्य में सरकार की कोई भी योजना आने पर भी श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा।