केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली में काम करने वाले लाखों श्रमिकों और कर्मचारियों को बड़ा तोहफा मिला है। महंगाई की मार झेल रहे दिल्ली के मजदूरों और कर्चारियों को राहत पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने गुरुवार को दिल्ली के अकुशल, अर्ध कुशल और कुशल श्रमिकों का मासिक वेतन बढ़ाने का आदेश जारी किया है। इसका लाभ लिपिक और सुपरवाइजर वर्ग के कर्मचारियों को भी मिलेगा। केजरीवाल सरकार ने इन कर्मचारियों को सौगात देते हुए इनके न्यूनतम मासिक वेतन में बढ़ोतरी की है। जिसमें गैर मैट्रिक, मैट्रिक और स्नातक कर्मचारी शामिल हैं। यह नई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी। श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने सभी श्रमिकों और कर्मचारियों को बढ़ी हुई दर के साथ भुगतान सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।
श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के शानदार नेतृत्व में दिल्ली के गरीब और मजदूर वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा कदम उठाया गया है। इससे महंगाई की मार झेल रहे श्रमिक वर्ग को राहत मिलेगी।
दिल्ली के लाखों मजदूरों को महंगाई से मिलेगी राहत
श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के ऐसे श्रमिकों को महंगाई भत्ते पर रोक नहीं लगाई जा सकती है, जिन्हें सामान्य तौर पर केवल न्यूनतम मजदूरी मिलती है इसलिए दिल्ली सरकार ने महंगाई भत्ते जोड़कर नया न्यूनतम वेतन की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि बीते सालों में कोरोना के कारण समाज का हर वर्ग आर्थिक रुप से काफी प्रभावित हुआ है। साथ ही महंगाई के कारण रोजमर्रा की वस्तुओं के लगातार बढ़ते दामों ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि दिल्ली सरकार द्वारा न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी से मजदूर भाईयों को सहायता मिलेगी।
हर महीने की सैलरी में बढ़ेंगे 500 रुपये
दिल्ली सरकार द्वारा बढ़ाई गई न्यूनतम वेतन की नई दर के अनुसार अब कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 20,357 रुपये से बढ़ाकर 20,903 रुपये करते हुए 546 रुपये की बढ़ोतरी की है। अर्ध कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 18,499 रुपये से बढ़ाकर 18,993 रुपये कर 494 रुपए की बढ़ोतरी की है। वहीं अकुशल मजदूरों के मासिक वेतन में 16,792 रुपये से बढ़ाकर 17,234 रुपये करते हुए 442 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
इतनी बढ़ी मंथली सैलरी (रुपये में)
श्रमिक वर्ग पुरानी सैलरी रिवाइज्ड सैलरी
अकुशल श्रमिक पहले 16,792 अब 17,234
अर्ध कुशल श्रमिक पहले 18,499 अब 18,993
कुशल श्रमिक पहले पहले 20,357 अब 20,903
सुपरवाइजर और लिपिक वर्ग के कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
दिल्ली सरकार की ओर से जारी न्यूनतम वेतन की नई दरों से दिल्ली के सुपरवाइजर और लिपिक वर्ग के कर्मचारियों को भी लाभ मिलेगा। नई दरों के अनुसार अब गैर मैट्रिक कर्मचारियों का मासिक वेतन 18,499 से बढ़ाकर 18,993 रुपये कर दिया गया है, जिससे उनके मासिक वेतन में 494 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इसी प्रकार से मैट्रिक पास का और गैर स्नातक कर्मचारियों का मासिक वेतन 20,357 से बढ़ाकर 20,903 रुपये कर उसमें 546 रुपये की बढ़ोतरी की है। वहीं स्नातक कर्मचारियों और इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले मजदूरों का मासिक वेतन 22,146 से बढ़ाकर 22,744 रुपये कर दिया गया है, इनके मासिक वेतन में सबसे अधिक 598 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
इतनी बढ़ी मंथली सैलरी (रुपये में)
कर्मचारी वर्ग पुरानी सैलरी रिवाइज्ड सैलरी
गैर मैट्रिक कर्मचारी पहले 18,499 अब 18,993
मैट्रिक पास कर्मचारी पहले 20,357 अब 20,903
स्नातक और इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले कर्मचारी पहले 22,146 अब 22,744
दिल्ली में मजदूरों को सबसे ज्यादा मिलता है न्यूनतम वेतन
श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने साझा किया कि दिल्ली में मजदूरों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन देश के अन्य किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी श्रमिकों को राहत देने के लिए हर 6 महीने में लगातार महंगाई भत्ते को बढ़ाती है। दिल्ली सरकार के इस फैसले से सभी अनुसूचित रोजगार श्रेणियों में अकुशल, अर्ध-कुशल, कुशल और अन्य श्रमिकों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र में न्यूनतम मजदूरी पर कार्यरत लोगों को भी महंगाई भत्ते का लाभ मिलना चाहिए, जो आमतौर पर राज्य और केंद्र सरकार के कर्मचारियों को दिया जाता है।