दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले पार्कों के पुनर्विकास और सड़कों की साफ-सफाई में तेजी लाई जाएगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को बैठक कर पार्कों के पुनर्विकास और सड़कों की सफाई को लेकर एमसीडी को कदम उठाने का निर्देश दिया है। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी की बागवानी और स्वच्छता परियोजनाओं की समीक्षा की, ताकि इसको ट्रैक पर लाकर वांक्षित परिणाम हासिल किया जा सके।
सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को संपन्न हुई एमसीडी की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी, शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज, एमसीडी की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय, एमसीडी के डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल, एमसीडी सदन के नेता मुकेश गोयल, एमसीडी आयुक्त समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी के पार्कों के रखरखाव को लेकर चिंता जाहिर की। सीएम ने कहा कि वे खुद एमसीडी के पार्कों का मौका मुआयना करेंगे। उन्होंने एमसीडी को सितंबर 2023 तक सभी छोटे पार्कों और मार्च 2024 तक सभी बड़े पार्कों का पुनर्विकास करने का भी निर्देश दिया।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी को स्थानीय पार्कों के रखरखाव में रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) की भी मदद लेने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि एमसीडी अपनी तरफ से आरडब्ल्यूए को अपेक्षित सहयोग प्रदान कर सकती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें भी किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पेड़ों की छंटाई की एक नियमित और निर्धारित प्रक्रिया बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने स्थानीय निवासियों को आश्वासन दिया है कि उन्हें एमसीडी को बुलाकर पेड़ों की छंटाई के लिए कहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दिल्ली के ग्रीन कवर को अच्छी तरह से बनाए रखने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने सफाई व्यवस्था की निगरानी को मजबूत करने के लिए सफाई कर्मचारियों के लिए जियो टैगिंग सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए। जियो-टैगिंग के प्रभाव का आकलन करने के लिए एमसीडी अपने सभी जोन में पायलट प्रोजेक्ट शुरू करेगी। इसमें सफाई कर्मचारियों को उनके काम की निगरानी करने के लिए जियो-फेंसेड पहचान बताने वाला पहनावे का वितरण करना शामिल है।
एमसीडी पूरे दिल्ली में छोटी सड़कों और उपमार्गों की धुलाई और सफाई में सहायता के लिए छोटे वाहनों को भी तैनात करेगी। इसके अतिरिक्त दिल्ली सरकार हर वार्ड की सफाई के लिए उसे 250 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें मुहैया कराएगी।