भारत एक महान देश है। भारत की तरक्की एक पढ़ा-लिखा आदमी ही कर सकता है। इसलिए 21वीं सदी में भारत जैसे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होने चाहिए। किसी का अनपढ़ होना या कम पढ़ा-लिखा होना कोई गुनाह नहीं है। बहुत लोग अपनी गरीबी की वजह से कम पढ़े-लिखे हैं, लेकिन देश का प्रधानमंत्री तो पढ़ा-लिखा ही होना चहिए। प्रधानमंत्री का कम पढ़ा – लिखा होना देश के लिए बहुत खतरनाक है। अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री अच्छे पढ़े – लिखे होते तो नोटबंदी नहीं होती और न तो तीन काले कानून ही लाए गए होते। रविवार को असम के गुवाहाटी में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि असम में पिछले 75 साल में से 52 साल कांग्रेस और 10 साल असम गण परिषद की सरकार रही और अब 7 साल से भाजपा की सरकार है, लेकिन बदले में जनता को सिर्फ लूट व धोखा मिला है। असम का 3.25 लाख करोड़ रुपए का बजट है, फिर भी 1.23 लाख करोड़ का क़र्ज़ है। जब यहां स्कूल, अस्पताल और सड़कें नहीं बनीं तो यह पैसा कहां गया? इस दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान भी मौजूद रहे।
पिछले सात सालों में हिमंत जी ने कुछ नहीं किया, केवल गंदी राजनीति की- अरविंद केजरीवाल
गुवाहाटी के सोनाराम हाई स्कूल ग्राउंड में ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान ने असम को सबकुछ दिया है, लेकिन इन नेताओं और पार्टियों ने मिलकर सब बर्बाद कर दिया। पिछले 75 साल में असम की जनता ने 52 साल तक कांग्रेस की सरकार बनाई, 10 साल असम गण परिषद की सरकार बनाई और पिछले सात साल से भाजपा की सरकार बना रहे हैं। इतने साल कम नहीं होते हैं। जनता ने इनको अपना वोट देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन बदले में क्या मिला? इन पार्टियों ने असम की जनता को धोखा दिया। जिसको मौका मिला, उसने लूट लिया। इन पार्टियों से तंग आकर असम की साढ़े तीन करोड़ जनता ने आम आदमी पार्टी को यहां आने के लिए न्यौता दिया है। 2016 में हिमंत विश्वा सरमा की सरकार बनी थी और 2015 में दिल्ली में मेरी सरकार बनी थी। सात साल के अंदर हमने दिल्ली को बदल कर रख दिया। शानदार स्कूल-अस्पताल, बिजली, पानी, सड़कें कर दी। इन सात सालों में हिमंत जी ने कुछ नहीं किया, केवल गंदी राजनीति की।
असम के लोग अपने अतिथि का स्वागत करते हैं, लेकिन हिमंत जी मुझे जेल में डालने की धमकी दे रहे हैं, मैं आतंकवादी हूं क्या?- अरविंद केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हिमंत जी दो दिन से धमकी दे रहे हैं कि केजरीवाल आए तो मैं उनको जेल में डाल दूंगा। क्या मैं कोई आतंकवादी हूं। मैं हिमंत जी से कहना चाहता हूं कि आप असम के मुख्यमंत्री तो बन गए लेकिन असम की संस्कृति नहीं आई। असम के लोग बहुत अच्छे और प्यारे हैं। असम के लोग अपने अतिथि का स्वागत करते हैं, अपने घर ले जाकर आव भगत करते हैं, जेल भेजने की धमकी नहीं देते हैं। हिमंत जी को असम की संस्कृति भी सीख लेनी चाहिए। मैं हिमंत जी को निमंत्रित करता हूं कि जब आप दिल्ली आएं तो मेरे घर चाय पीने जरूर आएं। मैं आपको अपनी गाड़ी में दिल्ली घूमाउंगा। आपने तो सात साल में कुछ नहीं किया लेकिन मैं दिखाउंगा कि पिछले सात सालों में हमने दिल्ली में कितने शानदार स्कूल, अस्पताल बना दिए।
असम के युवा सरकार से रोजगार मांग रहे हैं, लेकिन सीएम के पास उनकी आवाज सुनने का समय नहीं- अरविंद केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि असम में बहुत ज्यादा बेरोजगारी है। पढ़े-लिखे और कम पढ़े-लिखे दोनों बेरोजगार हैं। युवा सरकार से रोजगार मांग रहे हैं लेकिन सीएम हिमंत जी के पास युवाओं की चीख सुनने का समय नहीं है। चुनाव से पहले हिमंत जी ने बेरोजगारी दूर करने का वादा किया था, लेकिन बेरोजगारी दूर नहीं हुई। असम में 50 लाख से अधिक युवा बेरोजगार हैं। लेकिन इन्होंने बेरोजगारी दूर करने के लिए कुछ नहीं किया। इनसे तो पेपर भी ठीक से नहीं कराए जाते हैं। असम में पेपर लीक हो जाते हैं। जिस सरकार से पेपर नहीं होते, वो क्या सरकार चलाएंगे? दिल्ली में मेरी 8 साल और पंजाब में भगवंत मान की एक साल से सरकार है, लेकिन दिल्ली और पंजाब में कोई पेपर लीक नहीं हुआ। पेपर लीक नहीं होते हैं, कोई अंदर मिला हुआ है और वो पेपर बेच रहा है। कोई आपके बच्चों का भविष्य बेच रहा है लेकिन किसी को आजतक सजा नहीं हुई। क्योंकि ये लोग मिले हुए हैं। दिल्ली और पंजाब में पेपर लीक नहीं होते हैं, क्योंकि दिल्ली-पंजाब में ईमानदार सरकार है। पिछले 7-8 साल में मैंने दिल्ली में 12 लाख युवाओं के रोजगार का इंतजाम किया। हम ईमानदार लोग हैं और 24 घंटे जनता के बारे में सोचते हैं। पंजाब में ‘‘आप’’ की सरकार ने 28 हजार से ज्यादा सरकारी नौकारियां दी है। हमें रोजगार देना आता है। असम में आम आदमी पार्टी की सरकार आएगी तो एक-एक बच्चे को रोजगार दिया जाएगा। जिस गति से हिमंत जी रोजगार देने में लगे हुए हैं, उससे सबको रोजगार देने में 100 साल लगेंगे।
दिल्ली जैसे शानदार सरकारी स्कूल असम में भी हो सकते हैं, अगर आप झाड़ू का बटन दबाते हैं तो आपके बच्चों का भविष्य बन जाएगा- अरविंद केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज शिक्षा का बहुत बुरा हाल है। सीएम हिमंत जी के परिवार में किसी ने प्राइवेट स्कूल बनवाया है, जिसकी लाखों रुपए फीस है। जिस प्रदेश की मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी प्राइवेट स्कूल चलाएगी, उस राज्य के अंदर गरीबों को शिक्षा नहीं मिल सकती। उस राज्य में कभी सरकारी स्कूल ठीक नहीं होंगे। पहले दिल्ली और पंजाब में भी यही होता था। नेताओं के बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल चलते थे और लाखों रुपए की फीस होती थी। इन पार्टियों और नेताओं ने जानबूझकर सरकारी स्कूल बर्बाद कर दिए, ताकि हर आदमी मजबूरी में अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजना चालू करे। प्राइवेट स्कूलों में हर साल फीस बढ़ाते हैं। दिल्ली और पंजाब में हमारी सरकार है, दोनों जगह हमारे किसी भी विधायक का स्कूल नहीं चलाता है। हमने दिल्ली में सारे सरकारी स्कूल शानदार बना दिए। मैं असम के लोगों को दिल्ली के सरकारी स्कूलों को देखने का निमंत्रण देता हूं। पिछले साल दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 12वीं के नतीजे 99.7 फीसद आए थे। अब दिल्ली सरकार में पढ़ने वाले बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर और वकील बन रहे हैं। लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से निकाल कर सरकारी स्कूलों में भर्ती करा रहे हैं। दिल्ली जैसे शानदार सरकारी स्कूल असम में भी हो सकते हैं। इसकी चाभी असम की जनता के हाथ में है। अगर आप झाड़ू का बटन दबाते हैं तो आपके बच्चों का भविष्य बन जाएगा।
असम में बिजली बहुत महंगी है, 200 यूनिट बिजली खर्च करने पर 1200 रुपए से ज्यादा का बिल आता है- अरविंद केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गोवाहाटी में एक ही सरकार अस्पताल है और वहां पर लंबी-लंबी लाइनें लगती है। पूरे असम के सभी सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरी का बुरा हाल है। मशीनें काम नहीं करती, छतें टूटी पड़ी हैं, दवाइयां नहीं मिलती हैं और टेस्ट नहीं होते हैं। दिल्ली के अंदर भी पहले ऐसा ही था। लेकिन आज हम लोगों ने दिल्ली के सारे अस्पताल वातानुकूलित कर दिए। अब सारी दवाइयां मिलती हैं, सारे टेस्ट होते हैं, सारी मशीनें काम करती हैं। गली-गली में मोहल्ला क्लीनिक खोल दिए और दिल्ली में सभी का पूरा इलाज मुफ्त होता है। ऐसा अमस में भी हो सकता है। इसके लिए झाड़ू का बटन दबाना है और सारे अस्पताल शानदार बन जाएंगे। इसके बाद किसी को अपने घर के लोगों का इलाज कराने के लिए कोई पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि असम में बिजली बहुत महंगी है। अगर 200 यूनिट बिजली खर्च करते हैं तो 1200 रुपए से ज्यादा का बिल आता है। पिछले एक साल में कई बार इन्होंने बिजली के दाम बढ़ा दिए। वहीं, दिल्ली और पंजाब में बिजली फ्री है। केवल आम आदमी पार्टी ही असम में बिजली फ्री कर सकती है। दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है, जबकि असम में पावर कट बहुत लगते हैं। 24 घंटे और फ्री बिजली एक चमत्कार है। उपरवाले ने केवल केजरीवाल को यह वरदान दिया है। असम में भी बिजली फ्री और 24 घंटे हो सकती है। इसकी चाभी जनता के हाथ में है।
ये लोग वोट तो जनता से लेते हैं, लेकिन काम केवल अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए करते हैं- अरविंद केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सात-आठ साल पहले प्रधानमंत्री मोदी इसी मैदान में आकर बोले थे कि ब्रह्मपुत्र यहां से निकल रही है, आपके घर-घर में पानी पहुंचा दूंगा। लेकिन घर-घर पानी नहीं दिया। आज मैं यह गारंटी देकर जा रहा हूं कि मेरी सरकार बनती है तो एक साल के अंदर घर-घर पानी पहुंचा दूंगा। उनके वादे झूठे हैं और हमारे वादे सच्चे हैं। हम जो कहते हैं वो करते हैं। उन्होंने कहा कि असम में रेत और कोयला सिंडिकेट चल रहा है। ये वोट जनता से लेते हैं और काम केवल अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के लिए करते हैं। आम आदमी पार्टी केवल जनता के लिए काम करती है। दिल्ली में जब हमारी सरकार बनी तब वहां शिक्षा, पानी टैंकर माफिया थे। हमने सारे माफिया खत्म कर दिए। पंजाब में भी एक-एक करके सारे माफिया खत्म कर दिए। असम में भी हमारी सरकार बनेगी तो हम ईमानदारी से सरकार चलाएंगे और एक-एक पैसा जनता के ऊपर खर्च किया जाएगा। असम का सवा तीन लाख करोड़ रुपए का बजट है। इसका मतलब यह है कि असम सरकार हर साल आप पर सवा तीन लाख करोड़ रुपए खर्च करती है। यह पैसा कहां जाता है? न कोई सरकारी स्कूल बना, न सड़क बनी, न अस्पताल बना तो फिर ये सारा पैसा कहा गया? असम के उपर 1.23 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। ये लोग सारा पैसा खा गए। अब असम के अंदर एक ईमानदार सरकार की जरूर है।
भारत एक महान देश है, भारत जैसे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होने चाहिए- अरविंद केजरीवाल
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारत एक महान देश है। यहां के लोग महान हैं। उन्होंने असम की जनता से प्रश्न पूछते हुए कहा कि क्या भारत जैसे महान देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होने चाहिए या नहीं होने चाहिए। भारत जैसे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होने चाहिए। आज 21वीं सदी का भारत है। 21वीं सदी का युवा आकांक्षी है। वो विज्ञान और टैक्नोलॉजी में विश्वास करता है। युवा रोजगार और भारत की तरक्की चाहता है। भारत की तरक्की एक पढ़ा-लिखा आदमी कर सकता है। भारत की तरक्की कम पढ़ा-लिखा या अनपढ़ आदमी नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री के कई भाषण हैं। जिसमें वो कहते हैं कि मैं केवल गांव के स्कूल में गया था, उसके बाद मेरी कोई शिक्षा नहीं हुई। किसी का अनपढ़ होना या कम पढ़ा-लिखा होना कोई गुनाह नहीं है। बहुत लोग अपनी गरीबी की वजह से कम पढ़े-लिखे हैं। मुझे कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री को तो पढ़ा-लिखा होना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री कम पढ़े-लिखे होंगे तो बहुत खतरनाक बात है। प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की और सारे देश में अफरा-तफरी मच गई। बहुत से लोगों की नौकरी चली गई, धंधे बंद हो गए और बहुतों की मौत हो गई। हमारा देश की अर्थव्यवस्था 10 साल पीछे चली गई। किसी ने आकर प्रधानमंत्री को बेवकूफ बना दिया। उसने प्रधानमंत्री से कहा कि नोटबंदी कर दो, भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा। लेकिन भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म नहीं हुआ। अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो कभी नोटबंदी नहीं करते। प्रधानमंत्री किसानों के तीन काले कानून लेकर आए। पूरे देश के किसानों ने कहा कि ये कानून हमें नहीं चाहिए। सारे देश के किसान तीनों कानून के खिलाफ थे। एक साल आंदोलन हुआ और 750 से अधिक किसान मारे गए। अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो किसानों के काले कानून लेकर नहीं आते। भारत देश को एक पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री की जरूरत है। मेरी अपील है कि अगली बार जब वोट डालने जाओ तो पढ़े-लिखे को वोट देना, अनपढ़ को वोट मत देना। कंपनी वाले किसी भी पोस्ट के लिए डिग्री मांगते हैं। अगर आपको अपनी कंपनी के मैनेजर के लिए बीए, एमए, एलएलबी की डिग्री चाहिए तो देश के टॉप के मैनेजर के लिए भी तो डिग्री होनी चाहिए। उसे भी पढ़ा-लिखा होना चाहिए।
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी अपना स्कूल खोल रही हैं, अगर राज्य को चलाने वाले ही स्कूल खोलेंगे तो सरकारी स्कूलों का क्या हाल होगा?- भगवंत मान
वहीं, पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि असम में भी वही समस्याएं हैं तो दिल्ली और पंजाब में हैं। असम के लोगों के साथ पूरा देश भ्रष्टाचार को झेल रहा है। पंजाब के लोगों ने 117 में से 92 सीटें देकर आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक बहुमत की सरकार बनाई है। हमने पंजाब में भ्रष्टाचारियों को काबू करने के लिए हेल्पलाइन जारी की और आज सैकड़ों भ्रष्टाचारी जेल की हवा खा रहे हैं। पूरे सिस्टम में संदेश चला गया है कि अब सिर्फ सैलरी से ही काम चलाना होगा। हमने पंजाब में बिजली फ्री करने का वादा पूरा किया। पिछले साल जुलाई में हमने बिजली फ्री की और आज 80 फीसद से अधिक घरों के बिजली का बिल जीरो आता है। इसके अलावा हमने अपने बजट में कोई अतिरिक्त टैक्स भी नहीं लगाया है। पंजाब में हमने मोहल्ला क्लीनिक की गारंटी दी थी। हमने एक साल में 500 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक खोल दिया है। हमने युवाओं को नौकरी देने की गारंटी दी थी। हमने कल ही 1320 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए हैं। पिछले एक साल में 28472 सरकारी नौकरी दे चुके हैं। एयरपोर्ट पर कुछ लोग मिले। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली और पंजाब में सरकारी स्कूल खोल रही है और असम में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी अपना स्कूल खोल रही है। अगर राज्य को चलाने वाले ही स्कूल खोलेंगे तो सरकारी स्कूलों का क्या हाल होगा? समझ सकते हैं।
असम को अब डबल इंजन की नहीं, आम आदमी पार्टी के नए इंजन की जरूरत है, जो बिना भ्रष्टाचार के स्पीड से दौड़ता है- भगवंत मान
सीएम भगवंत मान ने कहा कि जिस देश का राजा व्यापारी, उस देश की जनता भिखारी। इनकी व्यापारियों से दोस्ती है। ये अपने व्यापारी दोस्तों के बारे में कुछ नहीं बोलने देते हैं। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के स्कूलों को शानदार किया और इन्होंने उनको जेल भेज दिया। दिल्ली के सरकारी अस्पताल भी शानदार हैं और सारा इलाज फ्री होता है। इसलिए सत्येंद्र जैन को भी जेल में डाल दिया। स्कूल और अस्पताल बनाने वाले आज जेल में हैं और जो जेल में होने चाहिए थे, वो इनके साथ रेल में हैं। एक आदमी बचपन में रेल के डिब्बे में चाय बेचता था और बड़ा होकर उसने रेल के डिब्बे ही बेच दिए। हमारे सामने देश को बेचा जा रहा है। मेरी अपील है कि आप देश को बेचने और तोड़ने वालों से बचिए। ये लोग नफरत की राजनीति करते हैं। हम स्कूल, अस्पताल, बिजली और इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करते हैं, लेकिन ये सिर्फ लोगों को भड़काने की बात करते हैं। ये देश का सबकुछ खा गए। जनता बटन दबाकर देश में बदलाव ला सकती है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पिछले एक साल में हमने 8 टोल प्लाजा बंद करा दिया है। कई साल पहले इनको बंद कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन नहीं बंद किए गए। जब मैंने बटन दबाकर जनता के लिए खोल दिया और अब उस टोल प्लाजा पर प्रतिदिन 10 लाख 12 हजार रुपए पंजाब के लोगों का बचेगा। असम को अब डबल इंजन की नहीं, आम आदमी पार्टी के नए इंजन की जरूरत है।