आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह का कहना है कि अडानी घोटाले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैसा लगा हुआ है। अगर इस घोटाले को लेकर जेपीसी, ईडी और सीबीआई की जांच होगी, तो प्रधानमंत्री फसेंगे। ‘‘आप’’के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में देश के सामने चौंकाने वाला सच रखा कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा देश के खजानों को एक व्यक्ति के नाम पर नीलाम करने के पीछे मंशा क्या है? दरअसल, अडानी का सारा घोटाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सारा घोटाला है। सीबीआई-ईडी छापे के बाद कृष्णापट्टनम पोर्ट भी अडानी को मिल गया। जीवीके पर छापा मार कर एयरपोर्ट और एसीसी भी अडानी को दिया। ये वास्तव में सीबीआई-ईडी का इस्तेमाल कर सारी संपत्ति मोदी जी अपने नाम कर रहे हैं। देश को सोचना होगा कि ये सारा पैसा भारत के प्रधानमंत्री का है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और संबित पात्रा जवाब दें कि मॉरिशस के एक पते पर 6 फर्जी कंपनियां बनाकर 42 हजार करोड़ का घोटाला किया, उसकी जांच क्यों नहीं शुरू हो रही है? उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के विधानसभा में किए खुलासे के बाद बीजेपी बौखला गई है और दुनिया भर के आरोप लगा रही है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में एक ऐसा चौंकाने वाला सच देश के सामने रखा है। देश का प्रधानमंत्री अगर इस तरह से देश की संपत्तियों-खजानों को एक ही व्यक्ति के नाम पर नीलाम करने जा रहा है तो इसके पीछे उसकी मंशा क्या है? इसके पीछे एकमात्र मंशा है कि अडानी का यह घोटाला दरअसल नरेंद्र मोदी का घोटाला है। इस घोटाले में नरेंद्र मोदी का पैसा लगा हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने विधानसभा में सिलसिलेवार एक-एक घटना का उदाहरण दिया कि किस तरह से श्रीलंका में बिजली का प्रोजेक्ट अडानी को दिलाया गया। वो प्रोजेक्ट अडानी को नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी जी को मिला। श्रीलंका की स्टैंडिंग कमेटी के सामने अधिकारी और बिजली बोर्ड के चेयरमैन ने बताया कि हमें राजपक्षे जी ने कहा कि मोदी जी का दबाव है, अडानी को ठेका दे दो। बांग्लादेश में बिजली का ठेका अडानी को दिलाया गया और वो ठेका नरेंद्र मोदी जी को मिला। देश के 6 एयरपोर्ट नियम बदल कर अडानी जी को दिए गए। देश के सभी एयरपोर्ट पर जो भी व्यापार है, उसपर 30 फीसद कब्जा अडानी का है, यानी कि नरेंद्र मोदी जी का है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने एक और परंपरा शुरू की। कनपटी पर बंदूक लगाकर संपत्तियों को छीनने की परंपरा। कृष्णापट्टनम एयरपोर्ट, कृष्णापट्टनम सी-पोर्ट अडानी को मिल गया। पहले सीबीआई-ईडी का छापा होता है, फिर अडानी को मिल जाता है। जीवीके और एसीसी पर छापा होता है फिर अडानी को मिल जाता है। यह सब कुछ अडानी को नहीं, बल्कि ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके सारा व्यापार और संपत्ति नरेंद्र मोदी जी अपने नाम पर कर रहे हैं। उनकी मंशा दुनिया का नंबर-1 अमीर बनना है, क्योंकि अडानी नंबर-2 तक पहुंच पाया था। उसके बाद हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई और नीचे चला गया। इस घोटाले और भ्रष्टाचार में सारा पैसा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लगा है। अगर इसकी जांच होगी तो अडानी के घोटाले में देश के प्रधानमंत्री फसेंगे। इसलिए अपनी सरकार और सभी विपक्षी पार्टियों की आवाज की परवाह किए बगैर मोदी जी चट्टान की तरह आडानी घोटाले में अडानी के साथ खड़े हैं। उनको मालूम है कि अगर जेपीसी, ईडी और सीबीआई की जांच होगी, तो इसमें भारत के प्रधानमंत्री फसेंगे।
देश में कोयले की खदानों को लेकर संजय सिंह ने कहा कि करीब 2800 करोड़ रूपये का कोयला सौगात के रूप में हर साल अडानी को दिया जा रहा है। वर्तमान में कोयले के दाम के अनुसार करीब 1 लाख करोड़ रुपए का कोयला अडानी को दिया गया है। यह कोयला अडानी को नहीं दिया गया, बल्कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया है। अब इस देश के लोगों को सोचना होगा कि जो बात आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही है कि आकाश से लेकर पाताल तक मोदी जी सब कुछ अडानी को क्यों दे रहे हैं? ढाई लाख करोड़ रुपए का बैंक का लोन अडानी को क्यों दे रहे हैं? 86 हजार करोड़ रुपए का अडानी का बैंकों का कर्जा मोदी जी माफ क्यों कर रहे हैं? दरअसल, इसका सार फायदा और पैसा मोदी जी को मिलेगा। यह भारत के प्रधानमंत्री का पैसा है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के इस खुलासे के बाद भारतीय जनता पार्टी बौखला गई है। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा परेशान होकर दुनियाभर के आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी वालों इन बातों का जवाब दो कि इतने बड़े-बड़े घोटाले हुए, लेकिन अब तक जेपीसी की जांच शुरू क्यों नहीं हो रही है? क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के नेता और देश के प्रधानमंत्री इसमें सीधे फसेंगे। एक पते पर मॉरिशस से 6 कंपनियां खोलकर 42 हजार करोड़ रुपए का काल धन अडानी की कंपनियों में लगाया गया। यह 42 हजार करोड़ रुपए का काला धन मोदी जी का पैसा है और मोदी जी की फैक्ट्रियों और उनकी कंपनियों में लगा है। इसलिए भापजाईयों बौखलाना नहीं चाहिए। संबित पात्रा जी एक-एक बात का जवाब देना चाहिए कि क्यों आपने सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करके अलग-अलग कंपनियों के ऊपर अधिग्रहण किया? क्यों आपने इतना बड़ा घोटाला और भ्रष्टाचार खुलने के बाद भी किसी प्रकार की जांच या जेपीसी की जांच शुरू नहीं कराई और इससे भाग रहे हो? आखिर क्यों प्रधानमंत्री के मुंह से अडानी घोटाले पर अब तक अडानी का अभी नहीं निकला? यह सारे सवाल देश के लोग आपसे पूछ रहे हैं।