दिल्ली विधानसभा में चल रहे बजट सत्र में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के अभिभाषण पर शुक्रवार को धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलजी की तमाम अड़चनों के बाद भी हमारी सरकार ने बहुत शानदार काम किया है। हम एलजी से लड़ना नहीं चाहते हैं, उनके साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने एलजी के अभिभाषण का जिक्र करते हुए कहा कि एलजी साहब ने अपने अभिभाषण में कहा कि मेरी सरकार ने शिक्षा-स्वास्थ्य में खूब काम किया। आज़ादी के बाद सबसे ज्यादा विकास हमारी सरकार ने किया। ऐसा बोलते हुए उनका सीना भी गर्व से चौड़ा हुआ। मैं एलजी साहब से कहना चाहता हूं कि अगर आप हमारे कामों में टांग न अड़ाएं तो हम आपको सीना चौड़ा करने के और मौके देंगे। जिस दिन एलजी और सीएम ने मिलकर काम करना शुरू कर दिया, उस दिन दिल्ली के अंदर असल में डबल इंजन की सरकार होगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभिभाषण को पढ़ते हुए एलजी साहब का सीना भी थोड़ा सा चौड़ा हो रहा था। वो कह रहे थे कि मेरी सरकार बहुत पारदर्शी अच्छी है। आजादी के बाद से अब तक सबसे अच्छा काम मेरी सरकार ने किया है। मेरी सरकार ने सभी क्षेत्रों में बहुत अद्भुत विकास किया। उन्होंने अपने अभिभाषण में शिक्षा-स्वास्थ्य समेत एक-एक क्षेत्र गिनाए कि किस में कितना विकास हुआ। मैं उपराज्यपाल से कहना चाहता हूं कि अगर आप हमारे कामों में टांग ना अड़ाएं तो हम आपको सीना चौड़ा करने के और मौके देंगे। हम ये रोज-रोज की खींचतान नहीं चाहते हैं। हम काम आपके साथ मिलकर करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अदभुद काम हुआ। हम सबने मिलकर एक फैसिलिटेटर की तरह काम किया है। असली काम तो हमारे शिक्षकों और प्रधानाचार्यों ने किया है। उन्होंने बच्चों के साथ कड़ी मेहनत की है। इन शिक्षकों के अंदर यह जज्बा तब आया जब हमने उन्हें प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा। दिल्ली के शिक्षक ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर, फिनलैंड, कनाडा और कई जगह गए। वे जब वापस लौटकर आए और उन्हें विदेश में जो एक्सपोजर मिला, वो बहुत ही शानदार था। अभी तक दिल्ली के करीब 1100-1200 शिक्षक-प्रधानाचार्य विदेशों में ट्रेनिंग लेकर आ चुके हैं। अब दिसंबर और मार्च में कुछ और प्रधानाचार्यों-शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए विदेश जाना था। एलजी ने इन शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए विदेश नहीं जाने दिया। इससे किसी का फायदा नहीं हुआ। शिक्षा और बच्चे किसी का फायदा नहीं हुआ। एलजी की इन सारी अड़चनों के बावजूद हमने इतना अच्छा काम किया है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसीडी) बनाया। दिल्ली में मोटे-मोटे तौर पर जितने भी बड़े काम किए हैं, उन सारी योजनाओं पर रिसर्च और फाइनल पॉलिसी ड्रॉफ्ट बनाने का काम डीडीसीडी में होता है। दिल्ली में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी, फेसलेस सर्विसेज पॉलिसी और डोर-स्टेप डिलीवरी पॉलिसी समेत कई योजनाएं पर डीडीसीडी ने पॉलिसी बनाई। एक दिन अचानक एलजी ने एसडीएम भेजकर डीडीसीडी के वाइस चेयरमैन जस्मीन शाह के दफ्तर को सील कराकर ताला लगवा दिया। यह तो गुंडागर्दी है। इस तरह के काम कौन करता है? संवैधानिक पद पर बैठा कोई आदमी इस तरह के काम करे तो शोभा नहीं देता है। छह महीने से डीडीसीडी का दफ्तर बंद है। जैस्मीन शाह काम नहीं कर पा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार लोगों को फ्री में योगा कराती थी। दिल्ली में करीब 17 हजार लोग फ्री में योगा करते थे। एक दिन एलजी ने आदेश पारित कर सबकी योगा क्लासेस बंद करा दी। इससे किसी का फायदा नहीं हुआ। योग करने से वंचित 17 हजार लोग तो अब बद्दुआएं दे रहे हैं। हो सकता है कि लोग एलजी को नहीं जानते हो। वो सोचते होंगे कि भाजपा वालों ने योगा क्लासेस बंद करवा दी। लोग भाजपा वालों को बद्दुआएं दे रहे हैं। अब एलजी लगे हुए हैं कि मैं दिल्ली की बिजली सब्सिडी बंद करके रहूंगा। रोजाना फाइलें ऊपर-नीचे हो रही हैं। हम भी लड़ रहे हैं कि सब्सिडी बंद नहीं होने देंगे। मगर एलजी पूरी शिद्दत के साथ लगे हुए हैं कि बिजली की सब्सिडी मैं बंद करके रहूंगा। एलजी तो इतने बड़े महल में रहते हैं। उनको पता नहीं कितने हजार यूनिट बिजली फ्री मिलती है। दिल्ली की आम जनता को अगर 200 यूनिट फ्री बिजली मिलने लग जाए तो तकलीफ होने लग जाती है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन्होंने मेयर के चुनाव नहीं होने दिए। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट से जब आदेश आए तब मेयर के चुनाव हुए। हम लोग मेयर का चुनाव जीते और सबको पता चला कि भाजपा वाले और एलजी कितना गलत काम कर रहे थे। इन्होंने दिल्ली का बजट रोक दिया। दिल्ली का बजट रोककर क्या फायदा हुआ? बजट में एक भी फिगर इधर से उधर नहीं की। विधानसभा के अंदर बिना किसी बदलाव के बजट प्रस्तुत हुआ। इनका बस अहंकार है। इसी के चलते एक दिन के लिए दिल्ली का बजट रोक दिया। पिछले 8 साल में दिल्ली के एलजी ने एक भी अच्छा काम नहीं किया है। चारों तरफ माहौल यह है कि दिल्ली का एलजी केवल दिल्ली के काम रोकने के लिए बनाया जाता है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलजी से अपील करते हुए कहा कि आप गुजरात से आए हैं। आप हमारे मेहमान हैं। एलजी को दिल्ली के बारे में कुछ नहीं पता है। मुझे नहीं लगता कि एलजी को दिल्ली की 70 विधानसभाओं और दिल्ली की कुछ सड़कों के नाम भी पता होंगे। मैं एलजी से कहना चाहता हूं कि थोड़ा सा मिलकर काम करिए। हम भी आपके साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। हम लड़ाई-झगड़ा नहीं चाहते हैं। आने वाली पीढ़ियां क्या कहेगी कि ये आपस में लड़ रहे थे? अभी हमें बहुत काम करने हैं। हमें यमुना साफ करनी है, पूरी दिल्ली में सीवर की पाइपलाइन डालनी है, घर-घर सीवर लेकर जाने हैं, पानी की पाइप लाइन, नए-नए एसटीपी और ट्यूबवेल लगाने है, बसें खरीदनी है, प्रदूषण ठीक करना है, ट्रैफिक ठीक करना है। काम की कमी नहीं है। हम मिलकर काम करते हैं न। एलजी हमसे लड़ते क्यों हैं? कानून-व्यवस्था में हमारी मदद लें। कानून व्वयवस्था में हम आपके साथ मिलकर काम करेंगे। इससे दिल्ली सुरक्षित होगी। यह हिंदुस्तान-पाकिस्तान नहीं है। डीडीए में साथ मिलकर काम कर सकते हैं। ये डबल इंजन इंजन की सरकार बात कहते हैं। जिस दिन दिल्ली के सीएम और एलजी ने मिलकर काम करना शुरू कर दिया। यही असली डबल इंजन की सरकार होगी।