गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली में आगामी गर्मी के मौसम के मद्देनजर दिल्ली अग्निशमन सेवाओं की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए आज एक समीक्षा बैठक की। ऐसा देखा गया है की आग लगने की घटनाएं गर्मी के मौसम में बढ़ जाती हैं,इसे ही ध्यान में रखते हुए आज की मीटिंग बुलाई गयी थी।
गृह मंत्री ने अधिकारियों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया और कहा, “हममें से कोई भी घर या किसी भी स्थान पर आग की स्थिति का सामना नहीं करना चाहेगा लेकिन हमें ऐसी किसी भी स्थिति के लिए हमेशा तैयार रहने की जरूरत है। फरवरी 2023 में, हमारे अग्निशमन विभाग ने शहर में 29,400 छोटी और बड़ी ऐसी घटनाओं में बड़ी बखूबी से अपना काम किया और हजारों लोगों की जान बचाई। यह एक बहुत कठिन काम है लेकिन मुझे खुशी है कि वे इसे अच्छी तरह से पूरा करने में सक्षम हैं। मैं सभी भवन मालिकों से, सभी पात्र निर्माणों के लिए अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र प्राप्त करने का आग्रह करना चाहूंगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में, हम दिल्ली के सभी नागरिकों की सुरक्षा और बेहतर जीवन सुनिश्चित करने के लिए अपना अच्छा काम जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
आग लगने की अधिकतम घटनाएं दिल्ली के स्लम क्षेत्रों में गर्मी के मौसम में होती हैं लेकिन अत्यधिक भीड़भाड़ वाले स्थानों के कारण दिल्ली अग्निशमन सेवा के लिए आग प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचना बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
मीटिंग में गहन विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया कि गीतांजलि में एक नए फायर स्टेशन की स्थापना के अलावा, सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक या उपकरण खरीदे जाएंगे। वर्तमान यातायात परिदृश्य में प्रतिक्रिया समय में सुधार भी किया जाएगा। इसके लिए चालू वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 252.5 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इसके मद्देनजर डीएफएस निदेशक ने मंत्री को बताया कि हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म, रैपिड रेस्पोंडर, रेस्क्यू, टेंडर रिमोट संचालित, एसएफ मशीन, रोबोट और टर्नटेबल लैडर आदि जैसे नए आधुनिक और उन्नत अग्नि सुरक्षा उपकरणों की खरीद प्रक्रिया में है।